SPEECH OF HONOURABLE GOVERNOR PUNJAB AND ADMINISTRATOR, UT CHANDIGARH SHRI BANWARI LAL PUROHIT ON THE OCCASION OF RAISING DAY PARADE OF CHANDIGARH POLICE AT POLICE LINES, SECTOR 26, CHANDIGARH ON 15TH NOVEMBER, 2023 AT 09.40 AM

  • PRB
  • 2023-11-15 15:25

गत वर्ष की भांति आज यहां एक बार फिर से चंडीगढ़ पुलिस के स्थापना दिवस परेड के अवसर पर उपस्थित होकर मुझे अत्यंत हर्ष हो रहा है। 
देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की कल्पना के अनुरूप पूरी दुनिया में ‘सिटी ब्युटिफुल’ के तौर पर विख्यात चंडीगढ़ शहर को एक आदर्श शहर के रूप में बनाए रखने में चंडीगढ़ पुलिस की अहम भूमिका रही है। 
हालाँकि शहर के योजनाकार ली-कार्बूज़ियर ने केवल पाँच लाख लोगों के लिए शहर की योजना बनाई थी लेकिन आज इसकी आबादी दस लाख का आंकड़ा पार कर गई है। शहर की बढ़ती जरूरत के साथ तालमेल बिठाने के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने अपने बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और कुशल यातायात प्रबंधन की दिशा में कई कदम उठाए हैं। 
उस समय पुलिस बल की कुल संख्या 1643 थी, परन्तु वर्तमान में चंडीगढ़ पुलिस में 6000 से अधिक पुरुष और महिला अधिकारी व कर्मचारी हैं।
वर्ष 1966  मे अपनी स्थापना के बाद से चंडीगढ़ पुलिस ने एक ऐसे बल के रूप में ख्याति अर्जित की है जो अपनी प्रतिबद्धता, निष्पक्षता और व्यावसायिकता के लिए जाना जाता है। 
मित्रों,
हमारे देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा के लिए वास्तविक और संभावित खतरों का सामना करने के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हमारे पुलिस बल को मजबूत और प्रोत्साहित किया जाए। 
पुलिस बल दुनिया भर में न सिर्फ लोगों की सुरक्षा करते हैं, बल्कि सामाजिक कल्याण को भी आगे बढ़ाने का काम करते हैं।
हम आज चंडीगढ़ पुलिस का 57वां स्थापना दिवस मना रहे हैं। जिस दिन से मैंने UT, Chandigarh के प्रशासक के रूप में कार्यभार संभाला है मैंने पाया है कि चंडीगढ़ पुलिस शहर को एक model शहर और रहने के लिए सबसे सुरक्षित शहर बनाये रखने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
चंडीगढ़ पुलिस लोगों की सेवा के लिए तत्पर है जैसे की आपका slogan “We Care For You” नागरिकों के प्रति आपकी निष्ठा को दर्शाता है।
मैंने देखा है कि इसी वर्ष 2023 में चंडीगढ़ शहर को जब जी-20 की मेजबानी करने का अवसर प्राप्त हुआ तो हमारे पुलिस बल ने बहुत ही तत्परता से अपनी ड्यूटी निभाई जिसके लिए मैं सभी को बधाई देता हूँ।
मुझे बहुत ख़ुशी है कि बदलते परिवेश में चंडीगढ़ पुलिस ने अपने काम करने के तरीके में काफी परिवर्तन किया है। 
एक तरफ आप जहां तेजी से बढ़ती और बदलती डिजिटल दुनिया में, साइबर अपराधों की जांच और नागरिकों के लिए साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत हैं, वहीं दूसरी तरफ आप Forensic Investigations strengthen करके दोषियों की conviction सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत हैं।
भारत के माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी की दृष्टि व मार्गदर्शन में स्थापित ‘ऊर्जा प्रोग्राम’ के अन्तर्गत नशे की समस्या को स्थानीय स्तर पर जड़ से खत्म करने के लिए आप नियमित रूप से विभिन्न कार्यक्रम कर रहे हैं, जोकि समय की मांग है। 
हमें नशीली दवाओं का दुरूपयोग रोकने और मादक पदार्थों के सेवन के दुष्प्रभावों से युवाओं को अवगत करना होगा। हमारे युवा हमारा आज ही नहीं बल्कि हमारा कल भी हैं। देश की बागडोर इन्हें संभालनी है। हम इन्हें नशे की दलदल में धंसने नहीं दे सकते।
कुछ ही दिन पहले चंडीगढ़ पुलिस ने समावेश प्रोजेक्ट शुरू किया। प्रत्येक स्थानीय पुलिस स्टेशन स्तर पर समावेश केंद्र स्थापित किए। यह पुलिस व सामुदायिक साझेदारी की अच्छी पहल है। इसके लिए मैं आपकी सराहना करता हूं।
मैं पुलिस विभाग से इन सामुदायिक पुलिसिंग और ई-गवर्नेंस को मज़बूत करके निवासियों के दरवाजे तक अधिक से अधिक सेवा पहुंचाने का आग्रह करूंगा।
बन्धुओं,
कानून के कार्यान्वयन से जो हमारे पास नहीं है उसे पाने, जो हमारे पास है उसकी रक्षा करने, जिसे हमने संरक्षित किया है उसकी संरक्षा बढ़ाने और इसे सबसे जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलती है।
हमारे पुलिस बल न केवल लोगों की रक्षा करते हैं, बल्कि हमारे लोकतंत्र की भी सेवा करते हैं।
जब तक आप और आप जैसे अन्य सुरक्षा बल हैं, आपका ये हौसला है, आपका त्याग और तपस्या है, 140 करोड़ भारतवासियों का आत्मविश्वास कोई नहीं डिगा सकता। जब तक आप हैं, तब तक देश की दिवाली रोशन होती रहेगी।
अंत में मैं बस इतना कहूँगा कि आज पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रदर्शित उच्च स्तरीय परेड को देखकर बहुत संतुष्टि हुई। मैं परेड में भाग लेने वाले सभी लोगों को बधाई देता हूं।
एक सुरक्षित और संरक्षित शहर हमारी साझी जिम्मेदारी है। 
मैं चंडीगढ़ के नागरिकों को अपराध मुक्त, बेहतर यातायात प्रबंधन और शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करने के लिए चंडीगढ़ पुलिस का सहयोग करने का आह्वान करता हूं।
मैं अपनी वाणी को श्री मैथिली शरण गुप्त की कुछ पंक्तियों के साथ विराम देना चाहूंगाः
कुछ काम करो, कुछ काम करो,
जग में रहकर निज नाम करो
यह जन्म हुआ किस अर्थ अहो
समझो जिसमें यह व्यर्थ ना हो
कुछ तो उपयुक्त करो तन को
नर हो न निराश करो मन को।
......
कुछ काम करो, कुछ काम करो,
जग में रहकर निज नाम करो
धन्यवाद,
जय हिन्द!