SPEECH OF PUNJAB GOVERNOR AND ADMINISTRATOR, UT CHANDIGARH,SHRI GULAB CHAND KATARIA ON THE OCCASION OF INAUGURATION AND TROPHY UNVEILING OF T20 CHANDIGARH PREMIER LEAGUE AT CHANDIGARH ON 26.08.2025.

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  • 2025-08-28 13:30

टी20 चंडीगढ़ प्रीमियर लीग’ के उद्घाटन के अवसर पर

राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया जी का संबोधन

दिनांकः 26.08.2025,  मंगलवारसमयः शाम 6:00 बजेस्थानः चंडीगढ़

      

नमस्कार!

आज टी-20 ‘चंडीगढ़ प्रीमियर लीग’ के तीसरे सीज़न के उद्घाटन और ट्रॉफी अनावरण के इस अवसर पर आप सबके बीच उपस्थित होकर मुझे अत्यंत हर्ष और गर्व की अनुभूति हो रही है। इसके लिए मैं यू.टी. क्रिकेट एसोसिएशन, चंडीगढ़ को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई देता हूँ। 

मुझे बताया गया है कि इस लीग का पहला सीज़न वर्ष 2023 में हुआ और इसके दूसरे सीज़न का आयोजन फरवरी 2025 में हुआ, जिनमें कुल छह-छह टीमों ने भाग लिया। 

आगामी तीन सप्ताह तक चलने वाले सीपीएल के इस तीसरे सीज़न में कुल 6 टीमें भाग लेंगी और 33 मैच आयोजित किए जाएंगे। इस टूर्नामेंट में चंडीगढ़ के युवा खिलाड़ियों को अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा। यह आयोजन चंडीगढ़ के ऐतिहासिक सेक्टर-16 स्थित स्टेडियम में होगा, जो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुरूप संपन्न किया जाएगा। 

उल्लेखनीय है कि खेल विभाग चंडीगढ़ द्वारा सेक्टर-16 क्रिकेट स्टेडियम को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने के प्रयास के तहत नई पिच बनाई गई है और मैदान को पूरा हरा-भरा बनाने के लिए नया घास लगाया गया है।

देवियो और सज्जनो,

यू.टी. क्रिकेट एसोसिएशन वर्ष 1982 में अस्तित्व में आया जिसको भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से 2019 में मान्यता प्राप्त हुई। मुझे बताया गया है कि इतने कम समय में ही अब तक यू.टी.सी.ए. की पुरूष और महिला वर्ग की कई टीमें बी.सी.सी.आई. के घरेलू टूर्नामेंटों में नॉकआउट स्तर तक पहुंचने में कामयाब हुई हैं।

यू.टी. का प्रशासक होने के नाते मेरे लिए यह बहुत ही गर्व की बात है कि चंडीगढ़ के कई खिलाड़ियों ने भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है, जिनमें 2019 के पुरूष एशिया कप में अर्जुन आज़ाद और अंडर-19 पुरूष विश्व कप में अब तक चंडीगढ़ के 3 खिलाड़ी प्रतिनिधित्व कर चुके हैं जिनमें राज अंगद बावा, हरनूर सिंह पन्नू और निखिल कुमार शामिल हैं। 

इसके अलावा, राज अंगद बावा को न्यूज़ीलैंड दौरे के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया था। अगर मैं लड़कियों की बात करूं तो काश्वी गौतम भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व कर रही हैं और आईपीएल में भी उनको 2 करोड़ रूपये में खरीदा गया था।

इसी के साथ, यू.टी.सी.ए. के खिलाड़ी संदीप शर्मा और राजअंगद बावा आईपीएल की विभिन्न टीमों से खेल रहे हैं और मनन बोरा भी आईपीएल खेल चुके हैं।

इसके अलावा, यू.टी.सी.ए. समाज के प्रति अपना दायित्व निभाते हुए युवाओं को नशों और अन्य असामाजिक कुरीतियों से दूर रखने में सहायक सिद्ध हो रही है। इसी उद्देश्य से एसोसिएशन द्वारा पिछले तीन सालों से निरंतर ‘बल्ला घुमाओ नशा भागाओ’ के नारे के साथ गली क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है।

इसके अलावा, यू.टी.सी.ए. द्वारा इस साल ऑपरेशन सिंदूर के समय खूनदान कैंप का आयोजन भी किया गया था।

चंडीगढ़ में क्रिकेट को एक नई ऊँचाई पर ले जाने मैं यू.टी.सी.ए. के अध्यक्ष श्री संजय टंडन और उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूं।

एक ओर जहां, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की इंडियन प्रीमियर लीग (आई.पी.एल.) ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय क्रिकेट को एक नई पहचान दी है, वहीं यू.टी. क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा आयोजित चंडीगढ़ प्रीमियर लीग (सी.पी.एल) स्थानीय स्तर पर युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने और बड़े मंचों तक पहुँचने का अवसर प्रदान कर रही है। 

देवियो और सज्जनो,

चंडीगढ़ खेलों की भूमि रही है। पंजाब और हरियाणा का प्रतिनिधित्व करने वाले बहुत से विश्वप्रसिद्ध खिलाड़ी जिनमें हॉकी खिलाड़ी स्व. बलबीर सिंह सीनियर, फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह, क्रिकेटर कपिल देव, युवराज सिंह, चेतन शर्मा, अशोक मल्होत्रा, गोल्फ खिलाड़ी जीव मिल्खा सिंह और निशानेबाजी में हमारे ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने चंडीगढ़ को ही अपना घर बनाया है। ये खिलाड़ी किसी न किसी रूप में चंडीगढ़ में खेलों के उत्थान के लिए हमेशा तत्पर रहे हैं।

खेल क्षेत्र की बात करें तो उत्कृष्टता का नया इतिहास रचते हुए, हम चंडीगढ़ को देश की खेल राजधानी बनाने की दिशा में तेजी से अग्रसर हैं। चंडीगढ़ में खेल से जुड़ा उत्कृष्ट बुनियादी ढांचा यहाँ की खेल संस्कृति और खेलों के प्रति प्रशासन की गंभीरता को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। 

यहां मौजूद आधुनिक स्टेडियम, अत्याधुनिक प्रशिक्षण सुविधाएँ, जिम्नेज़ियम, और अकादमियाँ खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय वातावरण प्रदान कर रही हैं। 

युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहन और उनका मनोबल बढ़ाने के उद्देश्य से, इसी वर्ष मई माह में चंडीगढ़ का गौरव बढ़ाने वाले 479 खिलाड़ियों को कुल 6.93 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी गई, जिसमें दिव्यांग खिलाड़ियों को 50 लाख रुपये की सहायता राशि भी दी गई।

इसके अतिरिक्त इस वर्ष चंडीगढ़ के युवा खिलाड़ियों को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए लगभग 20 करोड़ रूपये की स्कॉलरशिपक प्रदान की गई है।

देवियो और सज्जनो,

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कई अवसरों पर कहा है, ‘‘खेल एक ऐसी सॉफ्ट पावर है, जो दुनिया का ध्यान भारत की ओर आकर्षित कर सकती है।’’ खेलों में वह शक्ति है, जो किसी भी राष्ट्र को वैश्विक मंच पर खेल महाशक्ति के रूप में प्रतिष्ठित कर सकती है।

केन्द्र सरकार की ‘खेलो भारत नीति-2025’ एक ऐतिहासिक पहल है जिसका उद्देश्य देश के खेल परिदृश्य को नया स्वरुप देना और खेलों के माध्यम से नागरिकों को सशक्त बनाना है। 

भारत, जिसकी 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम आयु की है, दुनिया का सबसे बड़ा युवा देश है। वित्त वर्ष 2025-26 के लिए, सरकार ने युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय को रिकॉर्ड 3 हजार 794 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जो वित्त वर्ष 2014-15 की तुलना में 130.9 प्रतिशत की वृद्धि है।

इसमें से 2 हजार 191 करोड़ रुपये केंद्रीय क्षेत्र की योजनाओं के लिए निर्धारित हैं, जबकि 1 हजार करोड़ रुपये खेलो इंडिया कार्यक्रम के लिए आवंटित किए गए हैं, जो भारत के खेल भविष्य के निर्माण पर सरकार के विशेष ध्यान को रेखांकित करता है।

खेलो इंडिया जैसी योजनाओं के तहत युवा खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण, सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। पूरे देश में आधुनिक हॉकी स्टेडियम और सिंथेटिक टर्फ तैयार किए जा रहे हैं, ताकि खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें और वे अपनी प्रतिभा को निखार सकें। 

खेलों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम का अनिवार्य अंग बनाया गया है।

चंडीगढ़ प्रशासन ने भी खेलों के प्रति सराहनीय कदम उठाए हैं जिसके तहत एक प्रगतिशील खेल नीति शुरू की है। इस खेल नीति के अनुसार, ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़ रूपए का नकद पुरस्कार, रजत पदक विजेताओं को 4 करोड़ रुपए और कांस्य पदक विजेताओं को 2.5 करोड़ रुपए मिलेंगे। 

अब जब हम विकसित भारत 2047 की राह पर अग्रसर हैं तो मेरा पूर्ण विश्वास है कि 2047 तक हम खेल के क्षेत्र में भी विश्व गुरू बनेंगे और यह हमारे युवा खिलाड़ियों के संकल्प और समर्पण के चलते ही संभव हो पाएगा।

अंत में कहना चाहूंगा कि आज इस टूर्नामेंट का उद्घाटन और ट्रॉफी का अनावरण केवल एक प्रतीकात्मक क्षण नहीं है, बल्कि यह हर उस खिलाड़ी की मेहनत, सपनों और समर्पण का प्रतीक है, जो मैदान पर अपने पसीने से इतिहास लिखते हैं। मैं सभी खिलाड़ियों से आह्वान करता हूं कि वे पूरी निष्ठा, खेल भावना और अनुशासन के साथ इस लीग में भाग लें।

अंत में, मैं आयोजकों को इस सफल आयोजन के लिए बधाई देता हूं और सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देता हूं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि चंडीगढ़ प्रीमियर लीग खेलों के क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर सिद्ध होगी और चंडीगढ़ को राष्ट्रीय खेल मानचित्र पर एक नई पहचान प्रदान करेगी।

धन्यवाद।

जय हिंद!