SPEECH OF HON'BLE GOVERNOR OF PUNJAB & ADMINISTRATOR U.T. CHANDIGARH SH. BANWARILAL PUROHIT ON THE OCCASION OF CLOSING CEREMONY OF 23RD ALL INDIA POLICE BAND COMPETITION AT PANCHKULA ON 4 MARCH, 2023 AT 04.20 PM

  • भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल द्वारा 23वीं अखिल भारतीय पुलिस बैण्ड प्रतियोगिता के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए मैं डीजी, आईटीबीपी तथा इसमें सम्मिलित समस्त एजेंसियों को बधाई देता हूँ।
  • मुझे प्लेटो की एक पंक्ति याद आ रही है, जिसमें उन्होंने कहा था कि, “संगीत ब्रह्मांड को आत्मा, मन को पंख, कल्पना को उड़ान देता है और हर चीज को जीवन प्रदान करता है”। संगीत में असीम शक्ति होती है। भाषा, रंग-रूप, जात-पात से ऊपर संगीत सबको बांधता है या फिर यूं कहूं कि एकता के सूत्र में पिरोता है। पुलिस बैण्ड की धुन तो सुनने वालों को देशभक्ति से ओत-प्रोत कर देती है।
  • जैसा कि आप सभी जानते हैं कि इस प्रकार के आयोजनों का मुख्य उद्देश्य पुलिस बलों के बीच खेल प्रतिस्पर्धा के माध्यम से आपसी सामंजस्य एवं तालमेल को और अधिक बेहतर करना है।
  • इस प्रकार का तालमेल प्रभावी रूप से जारी रहने से समस्त सुरक्षा बलों को, प्रत्येक स्तर पर, एवं हर परिस्थिति में कानून व्यवस्था व सुरक्षा संबंधी कर्तव्यों के निर्वहन में मील का पत्थर साबित होता है।
  • इससे न केवल संबंधित राज्य सरकार अथवा प्रशासन अपितु प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से देश की जनता भी लाभान्वित होती है और राष्ट्र में शांतिपूर्ण माहौल बना रहता है।
  • साथ ही यह भी सर्वविदित है कि जब देश में कानून व्यवस्था उत्तम स्तर की होती है, तब जन-जन में सकारात्मक ऊर्जा होती है और यही किसी भी राष्ट्र के विकास की पहली सीढ़ी है। 
  • मुझे यह कहते हुए प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है कि देश में आज जिस प्रकार का सकारात्मक वातावरण सृजित हो रहा है, उसके लिए सभी कर्तव्य परायण सशस्त्र पुलिस बल अधिकारी सूत्रधार हैं और बधाई के पात्र हैं।

बन्धुओं,

  • कोई देश तभी आगे बढ़ सकता है और अपनी संस्कृति को बढ़ावा दे सकता है जब वह सुरक्षित हो। जितनी हमारी सीमाएं सुरक्षित होंगी, उतने ही हमारे सीमा क्षेत्र सुरक्षित होंगे और उतना ही हमारा देश सुरक्षित होगा। आप देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले जवान हो और पूरे देश को आप पर गर्व है।
  • आपके शौर्य और पराक्रम से सारे देशवासी परिचित हैं। चाहे सीमा की रक्षा करना हो या हिमालय की सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ना, नक्सल विरोधी अभियान या आंतरिक सुरक्षा कर्तव्य, सुरक्षा बलों ने हर क्षेत्र में राष्ट्र के लिए सेवा की है।
  • इतना ही नहीं, कोविड-19 महामारी के दौरान आपने साहस और उत्साह के साथ आगे बढ़कर नागरिकों की सेवा की। सीमावर्ती क्षेत्रों में लोगों के मन में विश्वास और सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए सिविक एक्शन और बॉर्डर एरिया डिवेल्पमेंट प्रोग्राम के तहत आपके द्वारा अनेक कल्याणकारी कार्य किए जा रहे हैं।
  • चाहे आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों का सामना करना हो या फिर विभिन्न मिशनों के माध्यम से मानवता की सेवा करना हो, आप अपनी प्रतिबद्धता और अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए सराहना के पात्र हैं।
  • हाल ही में तुर्की और सीरिया में आए भूकम्प में ‘ऑपरेशन दोस्त’में शामिल हमारी आर्मी, एयर फोर्स, एन.डी.आर.एफ. व अन्य बलों ने बेहतरीन काम किया।
  • हमारी संस्कृति ने हमें वसुधैव कुटुंबकम की सीख दी है और ये मंत्र जिस श्लोक से निकले हैं, वो बहुत ही प्रेरक हैं। 

अयं निजः परो वेति गणना लघु चेतसाम्।

उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम्।।

  • अर्थात, बड़े हृदय वाले लोग अपने पराए की गणना नहीं करते। उदार चरित्र वालों के लिए पूरी पृथ्वी ही अपना परिवार होती है। यानी, वो जीव मात्र को अपना मानकर उनकी सेवा करते हैं।
  • तुर्की हो या फिर सीरिया हो, पूरी टीम ने इन्हीं भारतीय संस्कारों का एक प्रकार से प्रकटीकरण किया है। हम पूरे विश्व को एक परिवार मानते हैं। ऐसे में परिवार के किसी भी सदस्य पर अगर कोई संकट आए, तो भारत का धर्म है, भारत का कर्तव्य है उसकी मदद के लिए तेजी से आगे बढ़ना। देश कोई भी हो, अगर बात मानवता की है, मानवीय संवेदना की है, तो भारत मानव हित को ही सर्वोपरि रखता है।
  • मुझे आशा है कि आप अपने कार्य उत्कृष्टता के साथ जारी रखेंगे और भविष्य में किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूर्ण रूप से तैयार रहेंगे।
  • मैं अपने देश के सुरक्षा प्रहरियों के अदम्य साहस, शूरवीरता, कर्त्तव्य निष्ठा और समर्पण को सलाम करता हूं।
  • सफलता आप सबके कदम चूमे और आप अपनी लगन व समर्पण से वीरतापूर्ण सेवा की परंपरा को आगे बढ़ाते रहें।
  • आज के इस अवसर पर मैं सभी टीमों एवं प्रतिभागियों, जिन्होंने प्रतियोगिता के दौरान विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में पदक प्राप्त किए हैं, उनको हार्दिक बधाई देता हूँ तथा आशा करता हूँ कि वे निरंतर अभ्यास से अपने कौशल में और निखार लाएं तथा अपने बल एवं देश के लिए भी विश्व स्तरीय खेलों में अधिक-से-अधिक पदक प्राप्त करें।
  • आईटीबीपी ऑल इण्डिया पुलिस स्पोर्टस कन्ट्रोल बोर्ड एवं विभिन्न राज्यों की पुलिस व केन्द्रीय सशस्त्र बलों से आए हुए समस्त प्रतिभागियों एवं निर्णायक मण्डल को इस प्रतियोगिता को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए भी मैं बधाई देता हूँ।
  • जॉर्ज एन पार्क्स ने बहुत खूब कहा था कि, “एक मार्चिंग बैंड को इस बात का गर्व नहीं होता कि उसने अच्छा प्रदर्शन किया है; बल्कि वह अच्छा प्रदर्शन इसलिए करता है क्योंकि उसे खुद पर गर्व होता है”।
  • मैं एक बार पुनः डीजी, आईटीबीपी को प्रतियोगिता के इस सफल आयोजन के लिए मुबारकबाद देता हूँ तथा आप सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।

धन्यवाद,

जय हिन्द!