SPEECH OF HON'BLE GOVERNOR PUNJAB AND ADMINISTRATOR, UT CHANDIGARH, SHRI BANWARILAL PUROHIT ON THE OCCASION OF FOUNDATION STONE LAYING CEREMONY OF NEW BLOCK OF GOVERNMENT MODEL Sr.SEC.SCHOOL CHANDIGARH AT SEC-39, CHANDIGARH ON 05TH APRIL, 2023 AT 11.30 AM
- by Admin
- 2023-04-06 14:00
- गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर 39 के नए ब्लॉक के भूमि पूजन व शिलान्यास के अवसर पर मैं अत्यन्त प्रसन्नता का अनुभव कर रहा हूं।
- यह चंडीगढ़ में शैक्षणिक बुनियादी ढांचे को मज़बूत करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
- लगभग 5 करोड़ 65 लाख रूपये की लागत से तीन मंजिला नए ब्लॉक का निर्माण किया जाएगा।
- इसका निर्माण कार्य एक साल में मुकम्मल कर लिया जाएगा।
- यह स्कूल वर्तमान में दो शिफ्टों में 1924 छात्रों को पढ़ा रहा है। यह नया ब्लॉक न केवल संचालन में सुगमता प्रदान करेगा बल्कि इसके निर्माण से विशेष कमरे भी उपलब्ध होंगे जो हमारे छात्रों के बीच रचनात्मक सोच को बढ़ाने के लिए गतिविधि-आधारित शिक्षा सुनिश्चित करेगा।
- अगले साल तक अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं वाला यह नया तीन मंजिला विज्ञान भवन छात्रों को अनुभव प्रदान कर नवीनतम अनुसंधान और विकास से अवगत कराएगा।
- स्वर्गीय प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू अक्सर कहा करते थे कि, ‘‘यदि भारत को एक महान राष्ट्र बनना है, तो इसकी शुरुआत उसकी कक्षाओं में होनी चाहिए’’।
- यह वास्तव में सच है - स्कूली शिक्षा किसी छात्र की शैक्षणिक (Academic) और व्यावसायिक उत्कृष्टता (Professional Excellence) के लिए सबसे महत्वपूर्ण आधार है।
- इसलिए, स्कूल और विश्वविद्यालय दोनों स्तरों पर शिक्षा के बुनियादी ढांचे, शिक्षा प्रणाली और शिक्षण पद्धति को उन्नत करने के लिए निरंतर प्रयास करने की आवश्यकता है।
- चंडीगढ़ प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों के कामकाज की बारीकी से निगरानी कर रहा है कि हम इस साल के अंत तक राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप क्षेत्र बन जाएं। बुनियादी ढांचे का निर्माण और रखरखाव इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- यह सुनिश्चित करने के लिए कि हमारा बुनियादी ढांचा विश्व स्तर का हो, हमने अपने स्कूलों के डिजिटलीकरण को उच्च प्राथमिकता दी है, हम अपने स्कूलों को नए डेस्कटॉप कंप्यूटरों से लैस कर रहे हैं।
- इस साल के अंत तक हमारे सभी स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम होंगे, पहले से ही हमारे स्कूलों में 100 से अधिक स्मार्ट क्लासरूम हैं। हमारे शिक्षकों के लिए प्रौद्योगिकी को आसान बनाने के लिए उन्हें टैब वितरित किये जा रहे हैं।
- नए निर्माणों के साथ, एक अच्छे स्कूली बुनियादी ढांचे द्वारा दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों और युवाओं के लिए शिक्षा ग्रहण करने की संभावना में वृद्धि होती है। इसके अलावा, इससे शिक्षा हासिल करने में छात्रों और शिक्षकों की उपस्थिति और रुचि में सुधार भी होता है।
- इसी कारण से, स्कूली व्यवस्था में छात्रों की पहुंच की समस्याओं को हल करने और उनके प्रदर्शन को बेहतर बनाने में स्कूल के बुनियादी ढांचे में निवेश की एक अहम भूमिका है।
- पिछले कुछ वर्षों में, चंडीगढ़ प्रशासन ने सभी के लिए शिक्षा सुनिश्चित करने हेतु बड़े पैमाने पर स्कूलों को समाज के लिए सुलभ बनाने संबंधी कई पहल की हैं।
- मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि चंडीगढ़ में सरकारी स्कूल बुनियादी शिक्षा (Basic Education) के सबसे बड़े प्रदाता हैं।
- वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान विशेष अभियान के रूप में Upgradation of Government School infrastructure के लिए 40 करोड़ रुपये जारी किये गये हैं जो अब तक की सबसे बड़ी राशि है।
- पिछले वर्ष माननीय गृह मंत्री जी द्वारा राजकीय आदर्श उच्च विद्यालय किशनगढ़, मौलीजागरां एवं सेक्टर 12 के भवनों का उद्घाटन किया गया था। इससे करीब 4500 विद्यार्थियों को लाभ हुआ। पलसोड़ा और कझेरी के स्कूल भवनों का काम शुरू हो चुका है। सारंगपुर में 14.71 करोड़ रूपये की लागत से नये विद्यालय भवन के निर्माण की भी स्वीकृती दी गई है।
- चंडीगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पिछले सात वर्षों में चौदह अति आधुनिक नए स्कूलों का निर्माण पूरा किया गया है जो विभाग को peripheral areas में student-classroom ratio को optimize करने में मदद करेगा।
- यूटी चंडीगढ़ ने 2017-2018 और 2018-2019 में Educational Performance Grading Index में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शीर्ष स्थान हासिल किया और 2019-2020 में दूसरा स्थान हासिल किया।
- NCERT द्वारा 2017 में आयोजित नेशनल अचीवमेंट सर्वे में भी चंडीगढ़ ने तीसरी, पांचवीं और आठवीं कक्षा के सभी विषयों में सभी केंद्र शासित प्रदेशों में पहला स्थान हासिल किया।
- Program for International Student Assessment (PISA) 2022 में भाग लेने के लिए भारत सरकार द्वारा चुने गए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से यू.टी. चंडीगढ़ एकमात्र भौगोलिक क्षेत्र है।
- पिछले शैक्षणिक वर्षों में दसवीं और बारहवीं कक्षा के परिणामों में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
- इस तरह की उपलब्धियां शिक्षा विभाग के अधिकारियों, प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों की कड़ी मेहनत और समर्पण को दर्शाती हैं।
- आशा है कि जरूरतों के साथ समर्पित होकर काम करने वाली इतनी बड़ी टीम के साथ, आने वाले समय में उपलब्धियों की सूची और बढ़ेगी।
बन्धुओं,
- आज के युवाओं को शिक्षित करने में, हम इस तथ्य को अनदेखा नहीं कर सकते कि हमें अपने युवाओं को वर्तमान पीढ़ी, उनके समाज और उनकी दुनिया से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए तैयार करना है।
- यह तो स्पष्ट है कि अतीत के समाधान आज की समस्याओं के हल नहीं हो सकते। आज के युवाओं को एक वैश्विक मंच के लिए तैयार करने की आवश्यकता है।
- उन्हें गहन विचारक, कुशल प्रबंधक, अति जिज्ञासु, पर्याप्त रूप से मुखर और आत्मविश्वासी बनाने की आवश्यकता है ताकि उनमें दुनिया की बड़ी से बड़ी चुनौती से निपटने का समर्थ्य हो।
- स्कूलों को छात्रों में Innovation (नवाचार) और Excellence (उत्कृष्टता) की भावना को बढ़ावा देना चाहिए।
- उन्हें लकीर का फकीर न बनाएं। छात्रों को 21वीं सदी की समस्याओं को हल करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों के माध्यम से out-of-box, innovative solutions निकालने के सक्षम किया जाना चाहिए।
- इसके अतिरिक्त, स्कूलों को मूल्य-आधारित, समग्र शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए।
- याद रखें कि मूल्यों रहित शिक्षा कोई शिक्षा नहीं होती।
- मैं सभी छात्रों से एक सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ जीवन के पथ पर चलने का आग्रह करता हूं। शिक्षा के अलावा, जो चीज आपको जीवन में अच्छी स्थिति में रखेगी वह है आपके चरित्र, ज्ञान और ध्येय की ताकत।
- शास्त्र कहते हैं, ‘‘आचार्य देवो भव’’, अर्थात, ‘‘गुरु ही ईश्वर है’’।
इससे साफ पता चलता है कि छात्रों के जीवन में शिक्षक की भूमिका कितनी अहम होती है। शिक्षकों को अधिक से अधिक ज्ञान प्राप्त करने और अपने विद्यार्थियों में इसे बांटने का प्रयास करना चाहिए। शिक्षक और छात्र दोनों को ज्यादा से ज्यादा किताबें पढ़नी चाहिएं। पुस्तकें ज्ञान का स्रोत हैं।
- मैं सभी शिक्षकों से आह्वान करता हूं कि वे शिक्षक के निस्वार्थ कर्तव्य और शिक्षण पेशे के प्रति नैतिक प्रतिबद्धता (ethical commitment) की यात्रा पर दृढ़ रहें।
- स्कूल के सभी बच्चों, उनके अभिभावकों और उनके शिक्षकों को नए ब्लॉक के भूमि पूजन व शिलान्यास की एक बार फिर बहुत-बहुत बधाई।
- आशा है इसके बनने से सीखने, सीखाने और बेहतर प्रदर्शन करने में आपको मदद मिलेगी।
- आइए, हम हमारा ध्यान हमारे छात्रों के सर्वांगीण विकास पर बनाए रखें, क्योंकि आज के छात्र कल के राष्ट्र निर्माता हैं।
धन्यवाद,
जय हिन्द!