SPEECH OF HON’BLE GOVERNOR OF PUNJAB AND ADMINISTRATOR UNION TERRITORY OF CHANDIGARH, SHRI BANWARI LAL PUROHIT ON THE OCCASION OF ROTARY FUNCTION AT ZIRAKPUR, PUNJAB ON 05TH MAY, 2023

बन्धुओं,
मैं जानता हूं कि रोटरी की शुरुआत 1905 में शिकागो में पॉल हैरिस नामक एक व्यक्ति द्वारा अपने तीन दोस्तों के साथ एक दूरदर्शी सोच के साथ की गई थी, जिसका उद्देश्य विभिन्न प्रकार के व्यवसायों से जुड़े पेशेवर दिग्गजों के बीच दोस्ती को विकसित करना था। 
आज, 118 वर्षों के बाद, इस आंदोलन का व्यापक स्तर पर विस्तार हुआ है।
यह ख़ुशी की बात है कि रोटरी इंटरनेश्नल संस्था दो सौ से ज्यादा देशों में जनकल्याण के कार्य कर रही है। चाहे युक्रेन की जंग में राहत कार्य हो या तुर्की में आये भुकंप में पीड़ितों को राहत पहुँचाना। 
रोटरी इंटरनेश्नल में क़रीब 540 डिस्ट्रिक्ट हैं। इनमें से 40 डिस्ट्रिक्ट हमारे अपने देश भारत में हैं।
आपके रोटरी 3090 डिस्ट्रिक्ट में पंजाब के 12 ज़िले, हरियाणा के 4 और राजस्थान के 3 ज़िले आते हैं।
बन्धुओं,
हम सभी जानते हैं कि भारत की संस्कृति ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के सिद्धांत को मानते हुए पूरे विश्व के कल्याण की कामना करती है। जी20 की अध्यक्षता करते हुए भी भारत ने यही ध्येय रखा।
आपका ज़िला इसको दर्शाता है क्योंकि इसमें सभी वर्गों के लोग सम्मिलित हैं। मिलजुल कर समाज की सेवा कर रहे हैं।
हजारों साल पहले हमारे संतों और महात्माओं ने हमें एक शक्तिशाली प्रार्थना दी थी -
‘सर्वे भवन्तु सुखिनः,
सर्वो सन्तु निरामयः’।
इसका अर्थ है, प्रत्येक जीव सुखी रहे और प्रत्येक प्राणी स्वस्थ जीवन व्यतीत करे।
हमारी संस्कृति में भी कहा गया है-
“परोपकारय सताम् विभूतयः”।
इसका अर्थ है, महान आत्माएं दूसरों की भलाई के लिए ही काम करती हैं और जीती हैं। 
हम बुद्ध और महात्मा गांधी की भूमि से हैं जिन्होंने अपने कर्मों से दिखाया कि दूसरों के लिए जीना क्या होता है।
बन्धुओं,
हम सभी एक-दूसरे पर आश्रित, आपस में संबंधित और परस्पर जुड़े हुए विश्व में रहते हैं। स्वामी विवेकानंद ने इसे बहुत अच्छी तरह से व्यक्त किया। उन्होंने कहा था,
‘‘इस ब्रह्मांड में एक परमाणु पूरी दुनिया को अपने साथ खींचे बिना नहीं चल सकता”। 
इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि हमारी धरती को अधिक समृद्ध और टिकाऊ बनाने के लिए हर व्यक्ति, हर संगठन और सरकारें मिलकर काम करें।
यहाँ Helen Keller के शब्दों, “Alone we can do so little; together we can do so much” अर्थात ‘‘अकेले हम कितना कम हासिल कर सकते हैं, साथ मिलकर कितना ज्यादा”, को याद करना बहुत उपयुक्त है। 
अकेले सरकार समुदायों के निर्माण की जिम्मेदारी नहीं ले सकती। इसको रोटरी ने बहुत ही अच्छे से समझा है और मैं देख रहा हूं कि रोटरी सरकारों के साथ मिलकर काम कर रही है और समुदायों के निर्माण के प्रयासों में सहयोग दे रही है।
पिछले पाँच सालों में रोटरी इंटरनेश्नल ने भारत में 975 करोड़ रूपये विभिन्न सेवा प्रकल्पों पर खर्च किए हैं। जिनमें महिला सशक्तिकरण, कौशल विकास, स्वच्छता, स्वास्थ्य, शिक्षा, वातावरण सुरक्षा, विश्व शांति आदि के क्षेत्र प्रमुख हैं।
आगामी वर्ष के लिए Create Hope in the World का Theme दिया गया है। पूरी दुनिया में रोटरी इस पर काम करेगा। मेरा मानना है कि यह थीम ‘निराशा को आशा’ में परिवर्तित करने का कार्य करेगा।
हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने हमारे राष्ट्र में लोगों की निराशा को आशा में बदला है, विशेषकर ग़रीब व कमजोर वर्ग के लोगों का जीवन स्तर ऊँचा उठाने के लिए अनेक प्रभावी योजनाएं लागू की हैं और उन्होंने एक विकसित और सशक्त राष्ट्र का संकल्प पेश किया है।
माननीय प्रधानमंत्री जी का नारा सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास ने ना सिर्फ़ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में निराशा को आशा में बदला है। 
उनकी विभिन्न परियोजनाओं जैसे कि प्रधानमंत्री आवास योजना ने निराश बेघर लोगों में खुद के घर की आशा की किरण जगाई है। मुद्रा लोन, स्किल इंडिया और स्टार्टअप जैसी योजनाओं ने देश के निराश बेरोजगार युवाओं में रोजगार की आशा पैदा की है, उनके सपनों को एक नई उड़ान दी है।
मोदी जी के स्वच्छ, सशक्त और विकसित भारत के संकल्प ने सभी भारत वासियों में अमृत काल में भारत के विश्व गुरु बनने की आशा दी है, आदिवासी व पिछड़े वर्ग के लोगों को सबके बराबर लाने की आशा का काम किया है।
बन्धुओं,
कोई राष्ट्र महान तभी बन सकता है यदि उसके नागरिक निःस्वार्थ भाव से राष्ट्र की सेवा करें। 
यहां मौजूद आप सभी लोगों में समाज को बदलने की क्षमता है।
ऐसा कहा जाता है कि ‘‘मानवता की सेवा” में ही ईश्वर का वास है और जिस तरह से आप रोटेरियन्स ने मानवता की सेवा में खुद को समर्पित किया हुआ है, मेरा मानना है कि भगवान आप जैसे सेवा करने वाले हर व्यक्ति में वास करते हैं।
हमारे लिए यह भी जरूरी है कि हम अधिक से अधिक युवाओं में निःस्वार्थ सेवा के लिए जुनून पैदा करके और उनमें सामाजिक कल्याण के लिए खुद को समर्पित करने की ललक पैदा करके समाज सेवा के नेक काम से जोड़ें ताकि आज के मौजूदा सदस्यों द्वारा निर्मित विरासत आने वाले समय में भी बनी रहे।
आज से ही, आप जिस किसी से भी मिलें, उसके साथ ऐसा व्यवहार करें जैसे कि वह व्यक्ति आधी रात तक मर जाने वाला हो। उस व्यक्ति का पूरा ख़्याल रखें, उसके प्रति दया भावना दिखाएं और उसे समझें और उसके लिए वो सब कुछ करें जो आप कर सकते हैं, और ये सब कुछ बिना किसी लालच के करें। ऐसा करने से आपका जीवन पूरी तरह से बदल जाएगा।
मैं आपके आने वाले साल के लिए आपकी Rotary District को शुभकामनाएं देता हूं और आपकी सफलता की कामना करता हूं।
मैं अपनी वाणी को महात्मा गांधी जी के शब्दों के साथ विराम देना चाहता हूं। उन्होंने कहा था, “The best way to find yourself is to lose yourself in the service of others.” अर्थात, ‘‘खुद को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप दूसरों की सेवा में खुद को खो दें”।
मुझे आशा है कि रोटरी इंटरनेश्नल भारत और भारतीयों की उन्नति के लिए इसी तरह से बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता रहेगा। 
धन्यवाद,
जय हिंद!