SPEECH OF HON'BLE GOVERNOR PUNJAB AND ADMINISTRATOR, UT CHANDIGARH, SHRI BANWARILAL PUROHIT ON THE OCCASION OF SIKKIM FOUNDATION DAY CELEBRATION AT PUNJAB RAJ BHAVAN, CHANDIGARH ON 16TH MAY, 2023

आज यहां राज भवन में सिक्किम स्थापना दिवस के आयोजन पर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। 
16 मई 1975 में सिक्किम भारतीय संघ का हिस्सा बना था।
बहुत ही खूबसूरत इत्तेफ़ाक है कि अभी 2 सप्ताह पहले 1 मई को हमने इसी सभागार में महाराष्ट्र और गुजरात स्थापना दिवस मनाया था।
आज के जैसे ही उस दिन भी उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (NZCC) के कलाकारों ने खूब समा बाँधा था।
सिक्किम भारत के सबसे सुंदर प्रदेशों में से एक है।
सिक्किम North-East के अष्ट-रत्नों में से एक है।
(7 “Sister States” - Arunachal Pradesh, Assam, Manipur, Meghalaya, Mizoram, Nagaland and Tripura, and the "Brother State” Sikkim)
यह ऐसी भूमि है जिसका उल्लेख पौराणिक और पारम्परिक कथाओं में मिलता है। 
नदियों, झीलों और झरनों से परिपूर्ण अपने पर्वतों, घाटियों, वनों के प्राकृतिक सौन्दर्य के कारण इसे प्रायः ‘‘सुरक्षित स्वर्ग” कहा जाता है।
विश्व की तीन सबसे ऊंची चोटियों में से एक कंचनजंगा यहीं पर है।
तीस्ता एवं रंगीत नदियों के पवित्र जल से सिंचित सिक्किम पर भगवान बुद्ध की विशेष अनुकम्पा है। 
मेरी बहुत लम्बी Public Life है। मैं विधायक रहा हूं, मंत्री रहा हूं और तीन बार सांसद भी रहा हूं।
मैं मेघालय में भी गवर्नर रहा हूं। बहुत घूमा हूं, बहुत सी जगह देखी हैं, बहुत लोगों से मिला हूं।
सिक्किम की सबसे बड़ी विशेषता जिससे मैं बहुत प्रभावित हूं, वो यह है कि यहां के लोग बहुत ही मित्रवत तथा शांतिप्रिय हैं। 
सिक्किम के लोग जिस उत्साह से तिब्बती नव वर्ष मनाते हैं, उसी उमंग और श्रद्धा के साथ ‘दसैन’ (दशहरा) और ‘तिहार’ (दीवाली का त्योहार) भी मनाते हैं।
अपने त्योहारों, रीति-रिवाजों, मान्यताओं और व्यवहार में सिक्किम के लोगों ने आपसी सद्भाव और मेल-जोल की मिसाल पूरे देश के सामने रखी है। 
सिक्किम एक बहुजातीय समाज है और यह प्रशंसा की बात है कि यहां के लोग सौहार्दपूर्ण ढंग से रहे हैं। 
वास्तव में, बहुवाद हमारे राष्ट्र की एक अति प्रमुख विशेषता है और यह हमारी शक्ति है।
मेरी यह अभिलाषा है कि सौहार्द, शांति, विकास और समृद्धि देश के प्रत्येक हिस्से और समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुंचे। 
सभी राज्य, सभी क्षेत्र और सभी नागरिक एक सुदृढ़ और लोकतांत्रिक देश के निर्माण के प्रयास का एक हिस्सा हैं।
भारत की प्रगति और समृद्धि तभी हो सकती है जब इसका प्रत्येक राज्य प्रगति करे।
सिक्किम का विकास एक पर्यटन स्थल के रूप में तेजी से हो रहा है और गत कुछ वर्षों से देश-विदेश से यहां भारी संख्या में पर्यटक आते हैं।
मुझे बताया गया है कि पर्यटन के क्षेत्र में सिक्किम की पहचान ‘पूर्व के स्विट्ज़रलैंड’ के रूप में बन रही है।
सिक्किम ने संस्कृति, सिनेमा, साहित्य तथा खेल जगत में राष्ट्रीय स्तर की अनेक प्रतिभाएं दी हैं।
इस प्रदेश ने बाइचुंग भूटिया और निर्मल छेत्री जैसे फुटबॉल खिलाड़ी, और तरुणदीप रॉय जैसे तीरंदाज भारत को दिए हैं, जिन पर पूरे देश को गर्व है।
स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2022 में स्वच्छता की विभिन्न श्रेणियों में सिक्किम को कुल 9 पुरस्कार प्राप्त हुए। 
मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि सिक्किम में देश के सभी राज्यों की तुलना में सबसे कम plastic waste generate होता है। 
मैं इन उपलब्धियों के लिए सिक्किम के लोगों की सराहना करता हूं। 
स्वच्छता का यह मॉडल सभी देशवासियों के लिए अनुकरणीय है।
मित्रों,
“स्वच्छता भक्ति से भी बढ़कर है”
“स्वच्छता पूजा के समान है”
स्वच्छता को अपने आचरण में इस तरह अपना लो कि वह आपकी आदत बन जाए।
एक बार जब गांधी जी को ‘स्वराज’ या ‘स्वच्छता’ के बीच चयन करने के लिए कहा गया, तो उन्होंने कहा कि अगर मुझे दोनों में से एक का चयन करना है तो मैं स्वच्छता को प्राथमिकता दूंगा। 
पूज्य बापू जी के इस सपने को पूरा करने की जिम्मेदारी हम सबकी है। 
जीवन में स्वच्छता का महत्व इतना ज्यादा है कि हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी ने भी, इसे समझते हुए स्वच्छ भारत अभियान जैसे राष्ट्र स्तरीय कार्यक्रम चलाए।
सिक्किम को देश का पहला organic state होने का दर्जा भी प्राप्त है। 
सिक्किम ने plastics, pesticides और chemicals के उपयोग को बैन करके पर्यावरण अनुकूल विकास के नए मापदंड स्थापित किये हैं। 
सिक्किम एक Power Surplus राज्य है। Renewable sources से power generate करने के क्षेत्र में सिक्किम पूरे देश में दूसरे स्थान पर है।
80 प्रतिशत से अधिक की साक्षरता दर के साथ शिक्षा की दृष्टि से सिक्किम देश के अग्रणी राज्यों में से एक है। 
मुझे बताया गया है कि उच्च शिक्षा के नामांकन में, सिक्किम देश में प्रथम स्थान पर है।
और मुझे यह जानकर विशेष खुशी हुई है कि सिक्किम में लड़कों की तुलना में लड़कियों का नामांकन अधिक है। 
भारत रत्न डॉक्टर बाबासाहेब आम्बेडकर ने कहा था कि ‘‘एक समाज का समुचित विकास तभी माना जाएगा जब उसमें महिलाएं सशक्त और समृद्ध होंगी”। 
यह शिक्षा के प्रति सिक्किम के लोगों की प्राथमिकता को दर्शाता है। इस उपलब्धि के लिए सिक्किम के सभी निवासी प्रशंसा के पात्र हैं।
मैं सिक्किम की प्रगति और यहां के निवासियों की समृद्धि की मंगल कामना करता हूं।
धन्यवाद,
जय हिन्द!