SPEECH OF HON’BLE GOVERNOR PUNJAB AND ADMINISTRATOR, UT CHANDIGARH SHRI BANWARI LAL PUROHIT ON THE OCCASION OF 10TH ANNUAL WOMEN ARTISTS EXHIBITION -2024 AT CHANDIGARH ON APRIL 4, 2024.

10th Annual Women Artists Exhibition 2024 (04.04.2024)

  • महिला कलाकारों द्वारा तैयार कलाकृतियों की इस प्रदर्शनी में आकर हर्ष का अनुभव हो रहा है।
  • कलाकारों का आत्मिक संतुष्टिदायक काम देखकर दिल खुश हुआ। 
  • यह सराहनीय है कि Artscapes इस Exhibition के माध्यम से महिलाओं की रचनात्मकता को राष्ट्रीय स्तर पर सामने ला रहा है। 
  • कला तो विचारों और भावनाओं की अभिव्यक्ति है, जो नृत्य, संगीत, चित्रकला, साहित्य या रंगमंच जैसे कई रूप ले सकती है।
  • Cave paintings चित्रकला की कला का सबसे पहला प्रमाण हैं। हजारों वर्ष पहले चित्रकारी का आश्रय स्थल रहे rock shelters ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में पाए गए हैं।
  • भारत में भी, अजंता और एलोरा cave paintings, जो लगभग 2000 से 2500 साल पहले के हैं, प्राचीन कला के बेहतरीन जीवित उदाहरण हैं।
  • जिस तरह जीवन के हर क्षेत्र में महिलाओं ने स्वयं को स्थापित किया है, उसी तरह चित्रकला के क्षेत्र में भी महिलाएं कुछ कर दिखाने को संकल्पित हैं। 
  • परंतु, आरंभिक काल में ऐसा नहीं था। कला क्षेत्र में महिलाओं का अभाव सा रहा। इसका कारण भारतीय परिवारों की मानसिकता है, वे महिलाओं को सदैव ही बंधनों में बांधते आए हैं। जबकि कला क्षेत्र के लिए खुलेपन की आवश्यकता होती है। 
  • परंतु, अमृता शेरगिल सरीखे कलाकार इस बात की पुष्टि करते हैं कि यदि वे determination से आगे बढ़ें तो महिलाएं पुरुषों से आगे निकल सकती हैं।
  • चित्रकला के इतिहास को देखा जाए तो महाभारत में एक कथा का वर्णन मिलता है, जिसमें चित्रलेखा राज कुमारी उषा के स्वप्न के आधार पर राजकुमार अनुज का चित्र बनाती हैं। इसका अर्थ है कि महाभारत काल में महिलाएं भी चित्रकारी किया करती थीं। 
  • आज की महिलाओं ने अपनी क्षमता को और अधिक निखारा है और कला के एक बड़े क्षेत्र में कदम रखा है।
  • उन्होंने इस पुरुष प्रधान कला समाज में न केवल अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है वरन अपना अलग विशिष्ट स्थान सुनिश्चित किया है और चित्रकला के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
  • अब तो अनेक महिला कलाकार हैं, जो देश-विदेश में अपनी सफलता का परचम लहरा रही हैं और भारतीय कला को नई राह दिखा रही हैं। 
  • मेरा मानना है कि कला, भावनाओं को व्यक्त करने का सबसे शक्तिशाली माध्यम है। 
  • शौक हो या पेशा, कला एक रचनात्मक गतिविधि है।
  • यह अनगिनत भावनाओं, चिंताओं और संदर्भों को व्यक्त करने की शक्ति है और यह हमारे समाज का दर्पण है।
  • आज की महिलाएं आने वाले कल की दशा और दिशा निर्धारित करेंगी।
  • अपनी कलात्मक अभिव्यक्ति के साथ, भविष्य को सशक्त बनाने में महिलाओं की निश्चित रूप से एक मजबूत भूमिका है। 
  • मैं पुरस्कार पाने वाले सभी कलाकारों और सभी प्रतिभागियों को उनकी उत्कृष्ट कला के लिए बधाई देता हूं।
  • कला और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में योगदान के लिए Artscapes को मेरी बधाई और शुभकामनाएं। 

 

धन्यवाद,

 

जय हिन्द!