SPEECH OF HON’BLE GOVERNOR PUNJAB AND ADMINISTRATOR, UT CHANDIGARH, SHRI BANWARI LAL PUROHIT ON THE OCCASION OF THE INTERNATIONAL YOGA DAY AT CHANDIGARH ON JUNE 21, 2024.
- by Admin
- 2024-06-21 11:45
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (21 जून 2024)
- 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आप सबको हार्दिक बधाई।
- आज के इस अवसर पर मैं हमारे ओजस्वी व तेजस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को विशेष रूप से बधाई देता हूं और उनका धन्यवाद करता हूं क्योंकि उनके प्रयासों की बदौलत संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया, और आज इसे दुनिया भर में मनाये जाने का एक दशक पूरा हो गया है।
- आपको याद होगा कि योग की ताकत और इसके महत्व से पूरी दुनिया को अवगत कराने हेतु भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने सन् 2014 को संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में योग दिवस हेतु प्रस्ताव रखा था।
- आज, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के जरिए योग एक वैश्विक आंदोलन बन गया है, ग्लोबल स्पिरिट बन गया है।
- योग सदियों से ही भारतीय संस्कृति का खास हिस्सा रहा है।
- शोधकर्ताओं का मानना है कि योग की उत्पत्ति भारत में लगभग 3000 ईसा पूर्व हुई थी।
- इस संबंध में Initial Archaeological Evidences (प्रारंभिक पुरातात्विक साक्ष्य) Stone Seals (पत्थर की मुहरों) में पाई गई हैं जो उस समय के योग आसनों को दर्शाती हैं।
- ‘योग’ शब्द का उल्लेख प्राचीनतम पवित्र ग्रंथ ‘ऋग्वेद’ में भी किया गया था।
- यह संस्कृत के मूल शब्द ‘युज’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है ‘जुड़ना’ या ‘एक होना’।
- योग का अभ्यास मन और शरीर के बीच पूर्ण सामंजस्य बनाता है।
- इसको आरोग्य का प्रभावी साधन माना गया है।
- मित्रों, योग कोई व्यायाम का समूह नहीं है। शरीर, मन और आत्मा में समन्वय लाने की पद्धति है।
- भगवद गीता में बहुत ही खूबसूरत शब्दों में कहा गया है कि ‘‘योग स्वयं की, स्वयं के माध्यम से, स्वयं तक की यात्रा है’’। (Yoga is the journey of the self, through the self, to the self)
- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का इस बार का विषय है, ‘‘स्वयं और समाज के लिए योग’’।
- व्यक्तिगत कल्याण के लिए ही नहीं अपितु दुनिया भर के सामूहिक स्वास्थ्य और सद्भाव के लिए योग महत्वपूर्ण है।
- मेरा मानना है कि आत्मसंयम और सहनशीलता का गुण जो योग के अभ्यास से विकसित होता है वह हमें शांतिपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण समाज और समुदाय बनाने में मदद कर सकता है।
- हम में से कितने ही लोग, जो बीते वर्षों में योग से नियमित जुड़े हैं, उन्होंने योग की ऊर्जा को महसूस किया है।
- योग से फिजिकल हेल्थ के साथ-साथ मेंटल हेल्थ भी मजबूत होती है।
- इससे जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों को फैलने से रोकने में मदद मिलती है।
- हम कितने भी तनावपूर्ण माहौल में क्यों न हों, कुछ मिनट का योग व ध्यान हमें शांति प्रदान कर देता है, हमारी उत्पादकता को बढ़ा देता है।
- मुझे खुशी है की आप सभी इस अंतर्राष्ट्रीय आंदोलन का हिस्सा बने हैं।
- चंडीगढ़ के लोगों का तो फिटनेस के साथ गहरा लगाव है। रोज़ाना सुबह-शाम सुखना झील व शहर भर के पार्कों में लोग टहलते, जॉगिंग करते और योगाभ्यास करते देखे जाते हैं।
- निरोग जीवन के लिए योग की आवश्यकता समझना जरूरी है।
- योग को केवल जीवन का हिस्सा न बनाएं, बल्कि योग को जीवन जीने का तरीका बनाएं।
- याद रखें, Yoga adds both years to your life and life to your years।
- आप हमेशा बाहर क्या हो रहा है, इस पर नियंत्रण नहीं रख सकते। लेकिन आप योग द्वारा अपने अंदर क्या हो रहा है, इस पर नियंत्रण रख सकते हैं।
- मैं आप सभी से अनुरोध करूँगा कि आप भी अपने लिए कुछ समय निकालें और योग का अभ्यास करें।
- स्वस्थ भारत के निर्माण के लिए हमें योग को जीवन के साथ जोड़ना होगा।
धन्यवाद
जय हिन्द!