National Learn To Live Together (LLT) Camp for Children (24.06.24)

  • मुझे बाल कल्याण परिषद (पंजाब) द्वारा आयोजित इस राष्ट्रीय स्तर के ‘एक साथ रहना सीखो’ शिविर का उद्घाटन करते हुए बहुत खुशी हो रही है।
  • इस शिविर का उद्देश्य हमारे बच्चों में एकजुटता और राष्ट्रीय एकता की भावना पैदा करना है।
  • सबसे पहले मैं पंजाब राज्य बाल कल्याण परिषद को इस वर्ष के शिविर की मेजबानी करने का अवसर प्राप्त करने के लिए बधाई देना चाहता हूँ, जहां देश के 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से लगभग 150 बच्चे उपस्थित हैं। 
  • बच्चे किसी भी राष्ट्र की सबसे बड़ी संपत्ति हैं। 
  • यह हमारे देश के स्वर्णिम भविष्य के कर्णधार हैं।
  • हमारे देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने बच्चों की तुलना बगीचे की कलियों से की थी और उनका मानना था कि बच्चों का पालन-पोषण सावधानीपूर्वक और प्यार से किया जाना चाहिए ताकि वे अच्छे व्यक्तित्व के रूप में विकसित होकर आने वाले वर्षों में हमारे देश का नेतृत्व कर सकें। 
  • उन्हें आधुनिक शिक्षा देने के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और जीवन-मूल्यों से अवगत कराना हमारा कर्तव्य है।
  • आप सभी बच्चे ‘एक साथ रहना सीखो शिविर’ में हिस्सा लेने आए हैं।
  • मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी इस शिविर में कुछ अच्छा सीखेंगे; मिलजुलकर रहना सीखेंगे।
  • आप सभी जानते ही हैं कि जितना हम अपने शिक्षकों से सीखते हैं उतना ही हम अपने साथियों से भी सीखते हैं।
  • और जब साथी नये हों, अलग-अलग जगह से आये हों तब तो सीखने का मजा ही कुछ और होता है।
  • आप नयी-नयी बातें सीखेंगे, नये हुनर सीखेंगे। नये खेल, नयी गतिविधियां और नये अनुभव होंगे। 
  • हर प्रांत के बच्चों में कुछ अलग विशेषताएं हैं। वेशभूषा, भाषा-बोलियां, रहन-सहन, खान-पान, रीति-रिवाज, लोकजीवन सब में कुछ न कुछ भिन्नता होती है। 
  • बच्चों आप इस शिविर में अपनी रीति-रिवाज एंव लोक संस्कृति का आदान-प्रदान कर स्थानीय बोली-भाषा को भी एक दूसरे से सीख पाएँगे।
  • आप जितना सीखेंगे उतना ही प्रतिभाशाली बनेंगे।
  • अपने माता-पिता, अपने गांव, समाज, प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगे।
  • हम अपने शिक्षकों से तो अच्छी बातें सीखते ही हैं, साथ ही हमें अपने साथियों से भी अच्छी-अच्छी बातें जरूर सीखनी चाहिएं।
  • इस शिविर का मकसद भी यही है कि हमारे बच्चे अच्छी-अच्छी बातें सीखें। एक साथ रहें। मिल-जुलकर रहें।
  • मैं आप सभी बच्चों के भावी जीवन की सफलता की कामना करता हूँ। मुझे खुशी है कि ‘बाल कल्याण परिषद्’ बहुत अच्छा कार्य कर रहा है।
  • बाल कल्याण परिषद् की अध्यक्ष और सभी पदाधिकारी गण, सदस्य गण बच्चों के विकास के लिए उनके कल्याण के लिए बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। 
  • बच्चे समाज एवं राष्ट्र का भविष्य हैं। 
  • समाज का प्रत्येक बच्चा महत्त्वपूर्ण है, उनके सर्वांगीण विकास की जिम्मेदारी प्रत्येक व्यक्ति की है। 
  • परिषद् को प्रयासरत रहना चाहिए कि अभावग्रस्त व जरूरतमंद बच्चों को समुचित सुविधाएं उपलब्ध करवाकर उनका मार्ग-दर्शन करते रहें। 
  • देश व प्रदेश की सुख-समृद्धि तभी संभव है, जब हमारे बच्चे शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक रूप से संपन्न और खुशहाल होंगे।
  • मैं आप सभी को इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए हार्दिक बधाई देता हूँ। बच्चों को शुभ आशीष।

 

धन्यवाद

 

जय हिन्द!