SPEECH OF HON’BLE GOVERNOR PUNJAB AND ADMINISTRATOR, UT CHANDIGARH, SHRI GULAB CHAND KATARIA ON THE OCCASION OF NATIONAL SPORTS DAY AT PUNJAB RAJ BHAVAN ON AUGUST 29, 2024.

राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर

माननीय राज्यपाल पंजाब एवं प्रशासक, यू.टी. चंडीगढ़

श्री गुलाब चंद कटारिया जी का भाषण

 

• भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस प्रत्येक वर्ष 29 अगस्त को "हॉकी के जादूगर" मेजर ध्यानचंद की जयंती के रूप में मनाया जाता है। आज हम यहां उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले अपने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेताओं को सम्मानित करने के लिए एकत्रित हुए हैं।

• मैं सभी खिलाड़ियों के साथ साथ यहां मौजूद उनके कोचों और परिवार के सदस्यों को भी शुभकामनाएं देता हूं।

• भारत में खेलों का इतिहास प्राचीन काल से है, जिसमें वेदों और महाभारत जैसे ग्रंथों में तीरंदाजी, कुश्ती और रथ दौड़ जैसी एथलेटिक गतिविधियों का उल्लेख मिलता है। कुश्ती विशेष रूप से शाही दरबारों में प्रमुख थी।

• आज, हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्वमें भारत खेलों में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और युवाओं को खेलों के प्रति उत्साहित करने के लिए देश भरमें गावों व ब्लॉक स्तर पर कार्यक्रम किए जा रहे हैं।

• युवा किसी भी देश की सबसे बड़ी शक्ति होती है। युवाओंको खेलों के प्रति उत्साहित करने के लिए हम सभी कोमिलकर कार्य करने की आवश्यता है ताकि माननीयप्रधानमंत्री जी के 2047 तक विकसित भारत के सपने कोसाकार किया जा सके।

• भारत सरकार ने पिछले 10 वर्षों में खेलों के लिए बजट को पहले की तुलना में तीन गुना कर दिया है।

खेलो इंडिया गेम्स के तहत 3,000 से अधिक एथलीटों को प्रति माह 50,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। लाखों एथलीट जमीनी स्तर पर करीब एक हजार खेलो इंडिया केंद्रों के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।

• भारत सरकार के "खेलो इंडिया राइजिंग टैलेंट आइडेंटिफिकेशन" (कीर्ति) कार्यक्रम की शुरुआत भी इस साल मार्च में चंडीगढ़ से हुई।

• यहां पर पंजाब सरकार और यू.टी चंडीगढ़ की भी सराहनाकरनी बनती है जिन्होंने युवाओं को नशों से दूर करनेऔर खेलों के प्रति उत्साहित करने के लिए सराहनीय कदमउठाए हैं। पंजाब सरकार की ओर से ‘खेडां वतन पंजाबदीयां’ वार्षिक कार्यक्रम शुरू किया गया है जिसमें ब्लॉकस्तर से लेकर राज्य स्तर पर बच्चों से लेकर बुजुर्गों तकसभी आयु वर्ग के खिलाड़ियों के बीच प्रतिस्पर्धाएं करवाईजाती हैं।

• इसी तर्ज पर यू.टी. चंडीगढ़ प्रशासन ने यू.टी. क्रिकेटएसोसिएशन और पुलिस की सहायता से गली क्रिकेट कीशुरूआत की है।

• पिछले साल, इसी दिन चंडीगढ़ प्रशासन ने एक प्रगतिशील खेल नीति शुरू की है । इस खेल नीति के अनुसार, ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़ रूपए का नकद पुरस्कार, रजत पदक विजेताओं को 4 करोड़ रुपए और कांस्य पदक विजेताओं को 2.5 करोड़ रुपए मिलेंगे।

• चंडीगढ़ में 21 अत्याधुनिक खेल परिसर भी स्थापित हैं, जिनमें बेहतरीन कोच नियुक्त किये गये हैं।

• अगर हम ओलंपिक खेलों की बात करें तो भारत ने सन् 1900 में अपने पहले ओलंपिक से लेकर हाल ही में हुएपेरिस 2024 खेलों तक कुल 44 पदक जीते हैं।

• हाल ही में संपन्न पेरिस 2024 ओलंपिक ने भारतीय एथलीटों ने कुल 6 पदक जीते, जिनमें 1 रजत पदक, 5 कांस्य पदक शामिल हैं।

• इनमें हमारे देश के गौरव नीरज चौपड़ा ने भाला फेंकप्रतियोगिता में रजत पदक हासिल किया। निशानेबाजी मेंहमारी बेटी मनुभाकर ने 2 कांस्य पदक। सरबजोत सिंहनिशानेबाजी मिक्स ईवेंट में कांस्य पदक। स्वप्निल कुशालेने 50 मीटर राईफल मुकाबले में कांस्य पदक और कुश्ती मेंअमन शहरावत ने कांस्य पदक जीता।

• भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक में लगातार दूसरी बारअपना परचम लहराते हुए कांस्य पदक जीता।

• यह बहुत ही राष्ट्रीय गौरव का क्षण था, क्योंकि पंजाब के आठ खिलाड़ी भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा थे। जिनमें कप्तान हरमनप्रीत सिंह, उपकप्तान हार्दिक सिंह, मनप्रीतसिंह, मनदीप सिंह, शमशेर सिंह, जर्मनप्रीत सिंह औरसुखजीत सिंह शामिल थे। इसके अलावा हॉकी टीम मेंशामिल दो रिजर्व खिलाड़ियों जुगराज सिंह और कृष्णबहादुर पाठक शामिल थे।

• हमें विशेष रूप से खुशी है कि इनमें से दो उत्कृष्ट खिलाड़ी, संजय और  गुरजंत सिंह, चंडीगढ़ से हैं।

• हमारे लिए यह भी गर्व की बात है कि निशानेबाजी में पदकजीतने वाली मनु भाकर और सरबजोत सिंह का नाता भी चंडीगढ़ से है।

• इससे पहले अगर हम राष्ट्रमण्डल खेलों की बात करें तोबर्मिंघम 2022 में भारत का प्रदर्शन एक महत्वपूर्ण उपलब्धिथी। भारतीय दल ने 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्यसहित 61 पदकों के साथ भारत पदक तालिका में चौथेस्थान पर रहा था।

• भारत ने अब तक राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में कुल 564पदक हासिल किए हैं, जिनमें 203 स्वर्ण, 190 रजत और171 कांस्य पदक शामिल हैं।

• आज यहां विभिन्न खेल श्रेणियों में चंडीगढ़ के 311 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को उनकी उपलब्धियों के सम्मान में लगभग 4 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार दिये जाएंगे। सम्मान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों में2014 से 2018 और 2023 से 2024 तक के अंतर्राष्ट्रीयपदक विजेता खिलाड़ी शामिल है।

• 2019 से 2022 तक के पदक जीतने वाले खिलाड़ियों कोभी जल्द सम्मानित किया जाएगा।

• पंजाब के राज्यपाल और यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक के रूप में मैं खेल उत्कृष्टता की उस विरासत को जारी रखने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हूं जिसके लिए यह शहर जाना जाता है।

• चंडीगढ़ के खेल कौशल के कईऔर शानदार उदाहरण हैं जिनमें फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह, 1983 का क्रिकेट विश्व कप जिताने वाले कपिल देव, युवराज सिंह, गोल्फ खिलाड़ी जीव मिल्खा सिंह और निशानेबाजी में हमारे ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा शामिल हैं ।

• मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि ओलिंपिक खेलों के सफल आयोजन के बाद, पैरिस में कल से शुरू हुई पैरालंपिक में भारत ने 84 खिलाड़ीयों का मजबूत दल भेजा है, जो अब तक के इतिहास में सबसे बड़ा दल है। हमारी शुभकामनाएं इन पैरा खिलाड़ियों के साथ हैं और उम्मीद है यह टीम, पैरिस में इतिहास रचेगी।

• एक बार फिर मैं सभी खिलाड़ियों, कोचों और उनके परिवारों को बहुत बहुत बधाई देता हूं।

धन्यवाद,

 

जय हिंद!