SPEECH OF HON’BLE GOVERNOR PUNJAB AND ADMINISTRATOR, UT CHANDIGARH, SHRI GULAB CHAND KATARIA ON THE OCCASION OF ANNUAL DAY CELEBRATION OF NATIONAL INSTITUTE OF TECHNICAL TEACHERS TRAINING AND RESEARCH (NITTTR), SECTOR 26, CHANDIGARH ON SEPTEMBER 7, 2024.

समारोह दिनांक 07.09.2024

निट्टर (NITTTR) चंडीगढ़ का वार्षिक दिवस समारोह पर

श्री गुलाब चंद कटारिया जी के संबोधन के मुख्य बिंदू

• मुझे आज यहां राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (निट्टर) चंडीगढ़ के वार्षिक दिवस समारोह के इस महत्वपूर्ण अवसर पर उपस्थित होकर अत्यंत हर्ष हो रहा है।

• देश की चारों निट्टर संस्थाएं चंडीगढ़, कलकत्ता, चेन्न्ई और भोपाल शिक्षकों, विशेष रूप से तकनीकी शिक्षकों को सशक्त बनाने के लिए स्थापित संस्थान हैं।

• देश में निट्टर की स्थापना 1960 के दशक में हुई थी और निट्टर चंडीगढ़ 1967 में स्थापित किया गया था। निट्टर संस्थानों को इनके प्रदर्शन के चलते डीम्ड युनिवर्सिटी का दर्जा प्राप्त हुआ है जो इसी वर्ष फरवरी माह में मिला है।

• निट्टर द्वारा पहले केवल पॉलिटेक्निक संस्थाओं के शिक्षकों को ही प्रशिक्षित किया जाता था लेकिन बाद में ऑल इंडिया कौंसिल ऑफ टेक्निकल एजूकेशन द्वारा इंजीनियरिंग संस्थानों के शिक्षकों को भी निट्टर में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाने लगा।

• आरंभ में निट्टर द्वारा प्रशिक्षित किए जाने वाले शिक्षकों की संख्या तो बहुत कम थी परन्तु जैसे-जैसे देश में पॉलिटेक्निक संस्थानों की संख्या बढ़ती गई तो प्रशिक्षण लेने वाले इन शिक्षकों की संख्या भी बढ़ती गई।

• निट्टर द्वारा देश में लगभग 2 लाख शिक्षकों को प्रति वर्ष प्रशिक्षित किया जाता है और अगर निट्टर चंडीगढ़ की बात करें तो यह 55 हजार शिक्षकों और 10 हजार अन्य सहायक स्टाफ को प्रति वर्ष प्रशिक्षित करता है।

• जैसा कि आप सभी जानते हैं, गुरु का हमारी संस्कृति में एक विशेष स्थान है और एक शिक्षक को मिलने वाला सम्मान इन प्रसिद्ध पंक्तियों में बहुत सटीक रूप से दर्शाया गया हैः

गुरुर ब्रह्मा, गुरुर विष्णु, गुरुर देवो महेश्वरः

गुरुः साक्षात परं ब्रह्मा, तस्मै श्री गुरवे नमः

• इन संस्थानों में, संकाय सदस्य गुरुओं के गुरु हैं-इसलिए, शिक्षार्थी “दोगुना धन्य” हैं। वे स्वयं गुरु हैं, जो अन्य योग्य गुरुओं से सीखते हैं।

निट्टर चंडीगढ़ की जानकारी

• निट्टर चंडीगढ़ द्वारा पूरे वर्ष निरंतर अयोजित होने वाले विभिन्न सत्रों में अलग-अलग कोर्स चलाए जाते हैं जिनमें शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाता है।

• इस वर्ष निट्टर चंडीगढ़ ने खोज कार्यों और विकास के लिए अहम योगदान दिया है। अगर पेटंट की बात करें तो अब तक इस वर्ष 4 पेटंट फाईल किए गए हैं, 2 पब्लिश हुए हैं और 4 ग्रांट किए गए हैं। 9 पीएचडी निट्टर द्वारा करवाई गई हैं। इसके अलावा 102 खोज पत्र पब्लिश किए गए हैं।

• निट्टर चंडीगढ़ को इस वर्ष विभिन्न खोज कार्य किए जा रहे हैं जिनके लिए 3.90 करोड़ की राशि प्राप्त हुई है।

• इसके अलावा कंसलटेंसी एंड एक्सटेंशन सर्विसिस के लिए इस वर्ष 10 ज्ञापन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं जिससे इनको 4.89 करोड़ रूपये प्राप्त हुए।

• निट्टर चंडीगढ़ द्वारा अध्ययन हेतु लिखित सामग्री के साथ-साथ 226 कोर्स से जुड़ी वीडियो सामग्री भी तैयार की गई है।

• भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कई महत्वपूर्ण मिशनों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है, जिनमें चंद्रयान और मंगलयान जैसे मिशन शामिल हैं।

• हमारे शिक्षक और विद्यार्थियों को चाहिए कि वे चरक, सुश्रुत तथा आर्यभट से लेकर आधुनिक भारत के महान वैज्ञानिक एपीजे अब्दुल कलाम से प्रेरणा लेकर राष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए कार्य करें और भारत को 2047तक विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को साकार करने में राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान जैसी संस्थाएँ महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।

• निट्टर, नई एजुकेशन  पॉलिसी 2020 के दृष्टिकोण को साकार करने में मदद कर सकते हैं। इस नई शिक्षा नीति में शिक्षक प्रशिक्षण पर दिया गया जोर निट्टर के मुख्य मिशन के साथ पूरी तरह से मेल खाता है।

• यह 21वीं सदी के कार्यबल की मांगों के लिए छात्रों को तैयार करने के लिए कौशल विकास, व्यावसायिक प्रशिक्षण और प्रौद्योगिकी के एकीकरण के महत्व पर जोर देती है।

• आज हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी तकनीक देख रहे हैं, जो कभी विज्ञान कथाओं में हुआ करती थी, लेकिन अब हमारे जीवन का अभिन्न अंग बनती जा रही है।

• रोबोटिक्स और ड्रोन तकनीक पहले ही हमारे दरवाजे पर दस्तक दे चुकी है। इसलिए हमें पुरानी सोच से मुक्त होकर नए क्षितिज को अपनाना चाहिए।

• नई तकनीकों के आगमन के साथ कई चुनौतियां भी आती हैं। हमने ड्रोन तो बना लिए, परन्तु हमने देखा है कि हमारे दुश्मन देश द्वारा इसका किस प्रकार से दुरूपयोग किया जा रहा है। वह ड्रोन के माध्यम से पंजाब व अन्य राज्यों में नशों और हथियारों की तस्करी करके देश को कमजोर करने का प्रयास कर रहा है।

• हमें एंटी मिसाईल की भांति ही एंटी-ड्रोन तकनीक भी विकसित करनी होगी ताकि हमारे पंजाब को, हमारे देश को कमजोर करने वाली किसी भी प्रकार की देश विरोधी गतिविधि से निपटा जा सके।

• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत के भविष्य को आकार देने में डिजिटलीकरण, एनीमेशन और डिजिटल गेमिंग की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला है। ये उद्योग हमारे युवाओं के लिए अपार अवसर प्रदान करते हैं, लेकिन इन अवसरों का लाभ उठाने के लिए उन्हें सक्रिय रूप से भाग लेना होगा और अपने कौशल को लगातार उन्नत करना होगा।

• निट्टर संस्थानों का लक्ष्य होना चाहिए कि वे शिक्षकों को स्पेस टेक्नोलॉजि, डिजिटल टेक्नोलॉजि, कौशल विकास आदि जैसे क्षेत्रों में शिक्षकों को प्रशिक्षित करने पर जोर दें।

• सरकार का ‘‘मेक इन इंडिया, डिज़ाइन इन इंडिया’’ का विज़न केवल एक नारा नहीं है-यह हमारे युवाओं के लिए कार्रवाई का आह्वान है।

• आज जब हम ‘विकसित भारत’ की ओर बढ़ रहे हैं, स्वदेशी प्रौद्योगिकियों के विकास और उपयोग के महत्व को भी कम आंका नहीं जा सकता। प्रतिभा का पोषण करके और स्वदेशी समाधानों के विकास को प्रोत्साहित करके, निट्टर आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से उन्नत भारत के भविष्य को आकार देने में मदद कर सकता है।

• निट्टर ने शिक्षकों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिन्होंने बदले में, इंजीनियरों, तकनीशियनों और टेक्नोक्रेट्स को तैयार किया है जिन्होंने हमारे राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और निभा रहे हैं।

• मैं आपमें से प्रत्येक को उल्लेखनीय उपलब्धियों और आगे आने वाले नए अवसरों के लिए बधाई देता हूं। हमें चाहिए कि हम इस वार्षिक दिवस के अवसर पर, तकनीकी शिक्षा में उत्कृष्टता के मिशन के लिए खुद को फिर से समर्पित करें।

• अंत में मैं कामना करता हूं कि निट्टर चंडीगढ़ अपने सभी प्रयासों में सफलता जारी रखे।

 

धन्यवाद, जय हिंद!