SPEECH OF HON’BLE GOVERNOR PUNJAB AND ADMINISTRATOR, UT CHANDIGARH, SHRI GULAB CHAND KATARIA ON THE OCCASION OF ANNUAL DAY FUNCTION OF GOVERNMENT MEDICAL COLLEGE AND HOSPITAL, SECTOR 32, CHANDIGARH ON SEPTEMBER 9, 2024.

समारोह दिनांक 09.09.2024

गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल(GMCH) चंडीगढ़ का  33वीं वार्षिक दिवस समारोह के अवसर पर

श्री गुलाब चंद कटारिया जी का संबोधन

 

मुझे आज यहां चंडीगढ़ के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के 33 वें वार्षिक समारोह का हिस्सा बन अपार हर्ष और गर्व हो रहा है। यह संस्थान न केवल चंडीगढ़ शहर के लिए बल्कि पूरे देश के लिए चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में उत्कृष्टता का प्रतीक बन चुका है। आज, हम न केवल एक और शैक्षणिक वर्ष की समाप्ति मना रहे हैं, बल्कि उन सभी व्यक्तियों के सामूहिक प्रयासों, त्यागों और समर्पण का जश्न मना रहे हैं जिन्होंने इस संस्थान की सफलता में योगदान दिया है।

गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल को लगातार भारत के शीर्ष 25 चिकित्सा संस्थानों में स्थान दिया गया है। पिछले एक साल में, नई सेवाओं को जोड़ने के साथ, इसने अपनी राष्ट्रीय रैंकिंग में सुधार किया है। 200 बिस्तरों वाले ट्रॉमा और आपातकालीन ब्लॉक, 300 बिस्तरों वाले मातृ एवं शिशु ब्लॉक, संक्रामक रोग नियंत्रण केंद्र और सुपर-स्पेशलिटी एफ ब्लॉक को जोड़ने के साथ; इस हॉस्पिटल को जल्द ही भारत के शीर्ष पांच चिकित्सा संस्थानों में शामिल होने की संभावना है।

इस विशेष अवसर पर, मैं गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल परिवार को हार्दिक बधाई देता हूँ। आपकी कड़ी मेहनत, समर्पण और प्रतिबद्धता ने इस संस्थान को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। 1991 में 50 एमबीबीएस छात्रों के पहले बैच के साथ स्थापित यह संस्थान आज भारत के सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों में से एक बन गया है, जो पूरे देश से छात्रों को आकर्षित करता है। 2001 में एमडी/एमएस कार्यक्रम 8 सीटों के साथ शुरू किए गए थे।  वर्तमान में एमडी/एमएस/डीएनबी कार्यक्रमों की प्रति वर्ष 157 सीटें मौजूद हैं।

यह 33 वर्षों की यात्रा अद्वितीय उपलब्धियों से भरी हुई है और यह इस संस्थान की चिकित्सा उत्कृष्टता के प्रति अडिग प्रतिबद्धता का प्रमाण है। 

प्रिय छात्रों,

डॉक्टरों को अक्सर ‘‘धरती पर भगवान’’ कहा जाता है, और यह उपाधि सही भी है। अपने ज्ञान, करुणा और निस्वार्थ सेवा के माध्यम से, डॉक्टर अनगिनत जीवन में आशा और शांति लाते हैं। एक डॉक्टर केवल बीमारियों का निदान नहीं करता; वह आशा देता है, जीवन बदलता है, और अक्सर उसे बचाता है। डॉक्टर का कार्य केवल एक पेशा नहीं है, बल्कि यह समाज के लिए एक महान सेवा और बलिदान है। चिकित्सा पेशा अद्वितीय है क्योंकि यह सीधे-सीधे व्यक्तियों, परिवारों और पूरे समुदायों के कल्याण और जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करता है।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में, हमारे देश में स्वास्थ्य क्षेत्र में कई प्रमुख सुधारों की शुरुआत हुई है। पिछले कुछ वर्षों में, देशभर में मेडिकल सीटों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है- 2014 से अब तक 30,000 से अधिक नई एमबीबीएस सीटें जोड़ी गई हैं, जो 50 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती हैं। इसी तरह, पोस्टग्रेजुएट (पीजी) सीटों की संख्या में लगभग 80 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिसमें 24,000 अतिरिक्त सीटें जोड़ी गई हैं। इन पहलों के साथ-साथ, देशभर में 15 नए एम्स (AIIMS) की स्थापना की जा रही है, जिससे हमारे स्वास्थ्य ढांचे में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। आने वाले 5 सालों में स्वास्थ क्षेत्र में 75,000 नई सीट्स बनाई जाएंगी।

हमारे समय की सबसे महत्वाकांक्षी और प्रभावी स्वास्थ्य पहल में से एक ‘‘आयुष्मान भारत योजना’’ है। यह योजना, जिसे अब दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना के रूप में पहचाना जा रहा है, 50 करोड़ से अधिक भारतीय नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का लक्ष्य रखती है। यह योजना केवल उपचार तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह व्यापक स्वास्थ्य सुधारों को भी प्रोत्साहित करती है। यह योजना समाज के वंचित और हाशिए पर रहने वाले वर्गों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है, जो उन्नत चिकित्सा सेवाओं तक पहुंचने में अक्षम थे।

इसके अलावा, प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना का उद्देश्य देश के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करना है, जिससे हम नई और उभरती हुई बीमारियों का सामना करने के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो सकें। ये दूरदर्शी कार्यक्रम हमारे देश के स्वास्थ्य क्षेत्र को पूरी तरह से बदल रहे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि सबसे गरीब नागरिक भी उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा देखभाल प्राप्त कर सकें।

देवियों और सज्जनों

हम अमृत काल में हैं, हम विकसित भारत@2047 की मैराथन यात्रा पर हैं। हम 2047 को, जो हमारी स्वतंत्रता का शताब्दी वर्ष है, विश्व के विकसित राष्ट्र और विश्व गुरु के रूप में देखते हैं। यह तभी संभव होगा जब हमारे पास फिट इंडिया होगा और फिट इंडिया आपके योगदान पर निर्भर करता है। देश तभी फिट होगा जब आप हमें फिट बनाने में 24X7 लगे रहेंगे। इसे आपकी निष्ठा और समर्पण से लिखा जाना चाहिए।

यही नहीं भारत सरकार ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र  मोदी जी के नेतृत्व में स्वास्थ्य कार्यबल गतिशीलता और रोगी गतिशीलता के सहयोग से मूल्य-आधारित स्वास्थ्य सेवा की पहल की है। ‘‘उन्होंने कहा, ‘‘हील बाय इंडिया’’ पहल को ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ (विश्व एक परिवार है) के भारतीय दर्शन के अनुसार दुनिया की सेवा करने के लिए भारत से दुनिया के विभिन्न हिस्सों में स्वास्थ्य कार्यबल की गतिशीलता बढ़ाने के इरादे से तैयार किया गया है, जबकि ‘हील इन इंडिया’ पहल भारत में दुनिया को ‘‘एकीकृत और समग्र उपचार’’ प्रदान करना चाहती है और विश्वस्तरीय, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच के लिए रोगी की गतिशीलता बढ़ाती है’’।’’

अब आप के इस संस्थान को बात करते हैं। मैं इसके उत्कृष्ट योगदान को विशेष रूप से सराहना देना चाहता हूँ। यह संस्थान आज देश के शीर्ष सरकारी मेडिकल कॉलेजों में शुमार है। इसके MBBS स्नातक नियमित रूप से AIIMS और PGIMER जैसे प्रमुख राष्ट्रीय संस्थानों में चयनित होते हैं। मुझे यह जानकर विशेष खुशी हुई कि गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के एक पूर्व छात्र, डॉ. वैभव गर्ग, जिन्होंने 2018 में स्नातक किया था, ने इस साल की NEET PG परीक्षा में टॉप रैंक प्राप्त की, जिसमें 2.5 लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया। यह उपलब्धि इस संस्थान में प्रदान की जाने वाली शिक्षा और प्रशिक्षण की उच्च गुणवत्ता का प्रत्यक्ष प्रमाण है।

गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल और पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER) चंडीगढ़ के प्रमुख सरकारी चिकित्सा संस्थान हैं। PGIMER अनुसंधान, चिकित्सा शिक्षा और विशेष चिकित्सा सेवाओं के लिए जाना जाता है और यह पूरे उत्तर भारत का प्रमुख चिकित्सा केंद्र है। इसके अलावा, सेक्टर 16 और 22 के सिविल अस्पताल और मणिमाजरा का अस्पताल भी प्राथमिक और माध्यमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते हैं।

हाल ही में चंडीगढ़ में होमी भाभा कैंसर अस्पताल की स्थापना हुई, जो कैंसर के उपचार में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। यह अस्पताल अत्याधुनिक उपकरणों और विशेषज्ञ डॉक्टरों से लैस है, और कैंसर उपचार के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों का उपयोग करता है।

गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में न केवल चंडीगढ़ के निवासियों का इलाज होता है, बल्कि यह पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे पड़ोसी राज्यों के लोगों की स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं को भी पूरा करता है। अस्पताल प्रतिवर्ष लगभग 6.50 लाख बाहरी रोगियों, 60,000 आंतरिक रोगियों और लगभग 1.50 लाख आपात स्थितियों का इलाज करता है। यह लोगों के इस संस्थान में विश्वास और भरोसे का स्पष्ट संकेत है।

डॉक्टरों की भूमिका केवल शहरी क्षेत्रों में मरीजों का इलाज करने तक सीमित नहीं है। आज हम जिन सबसे बड़े चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उनमें से एक ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में डॉक्टरों की कमी है, जहाँ हमारे देश की बड़ी आबादी रहती है। मुझे विश्वास है कि यह एक चुनौती है जिसे हम दूर कर सकते हैं। हमें अधिक से अधिक डॉक्टरों को ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा करने के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षण देने या प्रोत्साहन प्रदान करना इस समस्या का समाधान हो सकता है।

 चिकित्सा क्षेत्र ने कई चुनौतियों का सामना भी किया। COVID महामारी ने स्वास्थ्य देखभाल में अनुकूलन, लचीलापन और नवाचार के महत्व को उजागर किया है। मुझे बताया गया है कि जीएमसीएच ने भी न केवल इन परिस्थितियों का सामना किया है बल्कि दूसरों के लिए एक उदाहरण भी प्रस्तुत किया है। मैं पूरे जीएमसीएच समुदाय की कोविड के दौरान किए गए कार्यों और बलिदानों के लिए सराहना करता हूँ।

हमारा देश आज भी कई संक्रामक बीमारियों से जूझ रहा है, जैसे कि तपेदिक, मलेरिया, डेंगू और हेपेटाइटिस। इसके अलावा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और हृदय रोग जैसी गैर-संचारी बीमारियाँ भी तेजी से बढ़ रही हैं। अनुमान है कि 2025 तक भारत मधुमेह की राजधानी बन सकता है। इन गैर-संचारी बीमारियों के इलाज का सबसे महत्वपूर्ण उपाय रोकथाम है, जिसे जीवनशैली में बदलाव के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। सही आहार, नियमित शारीरिक गतिविधि और योग जैसी जागरूकता प्रथाएं इन बीमारियों को काफी हद तक कम कर सकती हैं।

जैसा कि आप सभी जानते हैं, प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत का लक्ष्य 2030 तक तपेदिक (टीबी) को समाप्त करना है। इस दृष्टि का विस्तार न केवल संक्रामक बीमारियों को खत्म करने के लिए है, बल्कि मधुमेह, हृदय रोग और कैंसर जैसी जीवनशैली से संबंधित बीमारियों से लड़ने के लिए भी है। रोकथाम इस दिशा में सबसे महत्वपूर्ण है, और मैं आप सभी से स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का आग्रह करता हूँ, जिसमें योग और स्वच्छता प्रमुख हैं, जिन्हें हमारे प्रधानमंत्री जी ने कई वैश्विक मंचों पर भी महत्व दिया है।

इस संदर्भ में जो स्वच्छ भारत अभियान, चलाया जा रहा है, वह अत्यधिक महत्वपूर्ण है। एक स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त वातावरण सीधे-सीधे एक स्वस्थ जनसंख्या का निर्माण करता है। एक स्वच्छ भारत अंततः एक स्वस्थ भारत का निर्माण करेगा। इसलिए, हम सभी अपने आस-पास को स्वच्छ रखें और इस राष्ट्रीय मिशन में अपना योगदान दें।

मित्रों,

मुझे यह जानकर भी खुशी है कि गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल, चंडीगढ़, उच्च स्तरीय देखभाल में अग्रणी है, विशेष रूप से इसके फैमिली एडॉप्शन कार्यक्रम के माध्यम से, जिसमें MBBS छात्र निकटवर्ती गाँवों के निवासियों की स्वास्थ्य और उनके आवश्यकताओं की देखभाल करते हैं। इस प्रकार की पहलों से यह पता चलता है कि कैसे चिकित्सा संस्थान अपनी पहुंच को और बढ़ा सकते हैं और अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श प्रस्तुत कर सकते हैं।

संस्थान का एक प्रमुख भविष्य परियोजना उन्नत संक्रामक रोग केंद्र की स्थापना है, जिसे पहले ही यूटी प्रशासन द्वारा स्वीकृत किया जा चुका है। यह केंद्र क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति होगा, विशेष रूप से भविष्य की किसी भी महामारी की तैयारी के संदर्भ में।

मैं आज आप सब युवाओं छात्रों को याद दिलाना चाहता हूं कि आप भविष्य के स्वास्थ्य देखभाल का आधार हैं। आप जो सफेद कोट पहनते हैं, वह न केवल आपके पेशे का प्रतीक है, बल्कि उन रोगियों का विश्वास और भरोसा भी है जो आप पर निर्भर होते हैं। करुणा, सहानुभूति, और नैतिक जिम्मेदारी को हमेशा अपने ज्ञान के साथ समान रूप से महत्व दें।

चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल ऐसे क्षेत्र हैं जो निरंतर विकसित होते रहते हैं। इसलिए, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि शिक्षक और छात्र दोनों नई तकनीकों को अपनाएं, नवाचार को गले लगाएं, और विभिन्न क्षेत्रों के साथ सहयोग करें। स्वास्थ्य देखभाल का भविष्य हमारे अनुकूलन, नवाचार, और सबसे गंभीर चुनौतियों के समाधान खोजने की क्षमता पर निर्भर करता है।

अंत में, मैं गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल, चंडीगढ़ द्वारा किए गए असाधारण कार्यों के लिए अपनी गहरी प्रशंसा व्यक्त करना चाहता हूँ। इस संस्थान की शिक्षा, अनुसंधान और रोगी देखभाल में उत्कृष्टता की एक गौरवशाली परंपरा है, और मुझे विश्वास है कि यह आने वाले वर्षों में भी इसी तरह से चमकता रहेगा। आइए, हम सभी मिलकर यह सुनिश्चित करें कि भारत स्वास्थ्य देखभाल में एक वैश्विक नेता बने, और विकसित भारत@2047 के विजन को साकार करें।

आप सभी का इस समारोह में मुझे आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद। मैं गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल, चंडीगढ़ की निरंतर वृद्धि और सफलता का साक्षी बनने के लिए उत्सुक हूँ।

जय हिंद!