SPEECH OF HON’BLE GOVERNOR PUNJAB AND ADMINISTRATOR, UT CHANDIGARH, SHRI GULAB CHAND KATARIA ON THE OCCASION OF Punjab Health and Wellness Conclave 2024 at Amritsar on December 6, 2024
- by Admin
- 2024-12-07 18:25
18वें पंजाब अंतर्राष्ट्रीय ट्रेड एक्सपो के अवसर पर राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया जी का संबोधनदिनांकः 07.12.2024, शनिवार समयः दोपहर 1:30 बजे स्थानः अमृतसर
सभी को नमस्कार!
‘प्रगतिशील समग्र विकास वाणिज्य और उद्योग मंडल’(PHDCCI) द्वारा आयोजित इस पांच दिवसीय ‘‘पंजाबअंतर्राष्ट्रीय ट्रेड एक्सपो’’ (PITEX) के 18वें संस्करण मेंआप सभी को संबोधित करना मेरे लिए सौभाग्य औरसम्मान की बात है। इस एक्सपो के पहले संस्करण काआयोजन वर्ष 2005 में किया गया था।
PITEX 2024 ट्रेड एक्सपों में विभिन्न वस्तुओं औरउपकरणों को प्रदर्शित करते लगभग 600 स्टॉल लगाए गएहैं। इस एक्सपो में गुजरात, दिल्ली, जम्मू और कश्मीर, पंजाब, झारखंड, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, लद्दाख समेतअफगानिस्तान, मिस्र, थाईलैंड और पाकिस्तान के व्यापारीभी शामिल हुए हैं।
मुझे PITEX-2024 के पंजाब फार्मास्युटिकल, हेल्थएंड वेलनेस कॉन्क्लेव 2024 के ऐतिहासिक आयोजन मेंशामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ है। इस ट्रेड ऐक्सपो में5 दिनों में कई कार्यक्रम करवाए जा रहे हैं जिनमें राष्ट्रीयएमएसएमई कार्यशाला, पंजाब पर्यटन एवं विरासत, पंजाबफार्मास्युटिकल, हेल्थ एंड वेलनेस कनक्लेव, रीजनलस्टार्टअप एंड एमएसएमई आदि विषय शामिल हैं जिन परगंभीर चर्चा की जा रही है और इन क्षेत्रों की नई प्रथाओंऔर नई व्यापारिक संभावनाओं संबंधी अवगत कराया जारहा है।
PITEX के आयोजन से हर साल भारत और विश्व भरके विभिन्न समुदायों को एक साथ आने का अवसर मिलताहै, जिससे एक ऐसे मंच का निर्माण होता है जो वैश्विकव्यापार और निवेश के क्षेत्रों में पंजाब के संबंधों को औरअधिक मजबूती प्रदान करता है। यह मंच न केवल व्यापारऔर उद्योग के क्षेत्र में नए अवसर प्रदान करता है, बल्किदेश और पंजाब के आर्थिक विकास को एक नई दिशा देनेका माध्यम भी है।
मित्रों,
अगर मैं भारत के फार्मास्यूटिकल्स के क्षेत्र कीउपलब्धियों की बात करूं तो भारत वैश्विक स्तर परफार्मास्यूटिकल्स का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। यहएशिया में चौथा सबसे बड़ा चिकित्सा उपकरण का बाजारहै। यह जेनेरिक दवाओं का सबसे बड़ा निर्माता औरनिर्यातक जिसका 20 प्रतिशत वैश्विक हिस्सा है। साथ हीयहां 60 चिकित्सीय श्रेणियों में 60 हजार से ज्यादाजेनेरिक ब्रांड मौजूद हैं। भारत अमेरिका में जेनेरिक मांग का40 प्रतिशत से ज्यादा और यू.के. में सभी दवाओं का 25प्रतिशत की आपूर्ति करता है। वर्ष 2030 तक भारत मेंफार्मा का बाज़ार 3 गुना तक बढ़ने और इसके 120-130बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
अगर पंजाब की बात करूं तो यह देश का उभरता हुआफ़ार्मास्यूटिकल इकोसिस्टम बन रहा है। यहां 170 सेज्यादा फार्मा इकाइयाँ कार्यशील हैं। वित्त वर्ष 2020-21में पंजाब में फार्मा उद्योग का टर्नओवर 12,750 करोड़रूपये था।
यह जानकर बहुत खुशी हुई है कि पंजाब में भारतसरकार की प्रमोशन ऑफ बल्क ड्रग्स स्कीन के अधीनभठिंडा में 15 सौ करोड़ रूपये की लागत से 13 सौ एकड़में ‘बल्क ड्रग्स पार्क’ स्थापित किया जा रहा है।
देश का स्वास्थ्य क्षेत्र अब वैज्ञानिक प्रगति, रोगी-केंद्रितदेखभाल पर बढ़ते ध्यान और नए समाधानों की बढ़ती मांगपर आधारित एक अद्वितीय परिवर्तन के दौर से गुजर रहाहै।
देवियो और सज्जनों,
भारत स्वास्थ्य पर्यटन के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बनरहा है, जो सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाले चिकित्साउपचार, वेलनेस रिट्रीट और वैकल्पिक उपचारों की तलाशकरने वाले अंतर्राष्ट्रीय रोगियों को आकर्षित करता है।
भारत का चिकित्सा पर्यटन बाजार 2029 तक 14.31बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। भारतपर्यटन आंकड़ों के अनुसार, 2023 में लगभग 634,561विदेशी पर्यटक भारत में चिकित्सा उपचार के लिए आए, जो देश में आने वाले कुल अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों का लगभग6.87 प्रतिशत था।
इसके अलावा, वर्ष 2015 में, भारत में पर्यटन मंत्रालयने देश में चिकित्सा और कल्याण पर्यटन को बढ़ावा देने केलिए राष्ट्रीय चिकित्सा और कल्याण पर्यटन बोर्ड कीस्थापना की।
इसके अतिरिक्त, देश में चिकित्सा पर्यटन को बढ़ाने केलिए, भारत सरकार ने 167 देशों के नागरिकों के लिएई-मेडिकल वीज़ा सुविधा का विस्तार किया है। साथ ही, नेचर रिट्रीट, मेडिटेशन सेंटर, योग स्कूल आदि सहितवेलनेस सेंटरों की बढ़ती संख्या भी भारत के स्वास्थ्य औरकल्याण बाजार के दृष्टिकोण को सकारात्मक रूप सेप्रभावित कर रही है।
मित्रों,
भारत के हेल्थ और वेलनेस क्षेत्र में हाल के वर्षों में कईअहम बदलाव और प्रगति देखने को मिली है।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) के तहत, आरोग्य सेतु को नेशनल हेल्थ ऐप में बदला गया है, जोडिजिटल हेल्थ आईडी, ऑनलाइन डॉक्टर अपॉइंटमेंट औरडिजिटल रिपोर्ट्स की सुविधा प्रदान करता है।
ई-संजीवनी भारत में सबसे बड़ी टेलीमेडिसिन सेवा बनगई है, जो ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को स्वास्थ्य सेवाओं सेजोड़ रही है। यह होम-कंसल्टेशन और हेल्थ वेलनेस सेंटर्सके माध्यम से सेवाएं प्रदान करती है।
भारत में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को ध्यानमें रखते हुए, एआई और डिजिटल टूल्स की मदद सेमानसिक स्वास्थ्य में सुधार किया जा रहा है। ऐप्स औरवर्चुअल रियलिटी का उपयोग अधिक सुलभ औरकिफायती उपचार के लिए हो रहा है।
स्वास्थ्य पर्यटन और योग, फिटनेस सेंटर जैसे वेलनेसकार्यक्रमों का विस्तार पश्चिम और मध्य भारत में तेजी सेहो रहा है। सरकार और निजी क्षेत्र की भागीदारी से वेलनेसइंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हो रहा है।
यह प्रगति भारत के हेल्थ और वेलनेस क्षेत्र को नईऊंचाइयों पर ले जा रही है और आने वाले समय में औरअधिक सुधार और नवाचार की संभावनाएं हैं।
आज जब हम इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श कररहे हैं, मुझे पूरा विश्वास है कि यह कॉन्क्लेव पंजाब में एकमजबूत और सक्षम स्वास्थ्य देखभाल पारिस्थितिकी तंत्र केनिर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगा।
फार्मा उद्योग, स्वास्थ्य और वेलनेस से जुड़ी पंजाब कीकुछ समस्याओं और उनके समाधान संबंधी जरूर बातकरना चाहूंगा।
पंजाब में पराली का जलाया जाना स्वास्थ्य औरपर्यावरण के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है। लेकिन इससमस्या का समाधान हम पराली का उपयोग ईंधन बनाने केलिए ज्यादा से ज्यादा उद्योग स्थापित करके कर सकते हैंजिसके लिए मैं सरकार और यहां मौजूद उद्योगपतियों औरइस क्षेत्र का माहिरों को भी अपील करूंगा कि वे ऐसे उद्योगलगाने के लिए ठोस प्रयास करें।
मित्रों,
यह आयोजन प्रधानमंत्री मोदी जी के आत्मनिर्भर भारतके दृष्टिकोण के अनुरूप है और ‘लोकल से ग्लोबल’आदर्श वाक्य को अपनाता है।
विभिन्न क्षेत्रों में भारत की प्रगति स्पष्ट दिखाई देती है।लेकिन इसे अगले स्तर, स्थानीय से वैश्विक, तक ले जानेके लिए यह सही अधिकेन्द्र है। पहले यह लोकल के लिएवोकल था, अब लोकल से ग्लोबल है।
भारत पहले से कहीं ज्यादा तेजी से आगे बढ़ रहा है।मेट्रो सेवाओं का विस्तार पांच शहरों से बढ़कर 23 शहरोंतक हो गया है। हमारे पास विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रोनेटवर्क है। हवाई अड्डे वाले शहरों की संख्या 70 से दोगुनीहोकर 140 हो गई है। इसके अलावा अहमदाबाद से मुंबईतक देश की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना पर भी काफीतेजी से काम चल रहा है।
साथियो,
सदियों से, भारत सभ्यता का उद्गम स्थल, नवाचार काअग्नि कुंड और ज्ञान का वैश्विक केंद्र रहा है। हमारे वेदज्ञान और जानकारी के लिए सोने की खान हैं। भारत को5,000 वर्षों के सभ्यतागत लोकाचार के साथ सबसे पुरानीसभ्यताओं में से एक होने पर गर्व है। हम बीच में कहींअपना रास्ता भटक गए थे, लेकिन अब हम इसे पुनः प्राप्तकरने की राह पर हैं और वह भी इतनी तेजी के साथ कि इससदी में कई मायनों में इस ग्रह के लिए एक प्रकाशस्तंभ बनसकें।
भारत दुनिया की सबसे तेज़ अर्थव्यवस्था के रूप मेंउभरा है। यह अब निवेश और अवसर के लिए पसंदीदावैश्विक गंतव्य है, भारत में आशा और संभावना का एकपारिस्थितिकी तंत्र व्याप्त है। निसंदेह, हम अपनी प्राचीनगरिमा को पुनः प्राप्त करने के लिए तैयार हैं। भारत अबएक वैश्विक कार्य स्थल है और पंजाब गतिविधियों सेभरपूर है।
वैश्विक संस्थानों ने विश्लेषण किया है कि वर्तमान मेंभारत लगभग 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था है जिसमेंआने वाले दशकों के लिए 8 प्रतिशत विकास कीसंभावनाएं हैं। आने वाले दो वर्षों में हमारी अर्थव्यवस्थाजापान और जर्मनी से आगे निकल कर विश्व की तीसरीसबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेगी।
मित्रों,
पंजाब आकांक्षी है और यह सही भी है। 2027 तक एकट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य तक पहुंचना औरप्रधानमंत्री मोदी जी के 2027 तक 5 ट्रिलियन डॉलर कीअर्थव्यवस्था बनने के सपने में यह महत्वपूर्ण योगदान देगा।
मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह सदी भारत की है।यह सदी सही मायनों में भारत की है। और ऐसी स्थिति होनेपर, मित्रों, आइए, हम सभी मिलकर नवाचार, स्थिरता औरहमारे लोगों की भलाई के प्रति अपनी साझा प्रतिबद्धता परकाम करें, ताकि देश के साथ-साथ पंजाब फार्मास्युटिकलऔर स्वास्थ्य एवं वेलनेस उत्कृष्टता में एक आदर्श राज्यबन सके।
मुझे पूरा विश्वास है कि इस कॉन्क्लेव के दौरान साझाकिए गए दृष्टिकोण और विचार-विमर्श न केवल स्वास्थ्यदेखभाल और फार्मास्युटिकल क्षेत्रों, बल्कि विश्वभर केलाखों लोगों के जीवन को लाभ पहुंचाने वाले क्रांतिकारीनवाचारों, सतत प्रथाओं और परिवर्तनकारी नीतियों के मार्गको प्रशस्त करेंगे।
मैं इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की मेजबानी के लिएपीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के दृष्टिकोण औरप्रयासों के लिए उनके प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूंतथा आशा करता हूं कि इस सम्मेलन से सार्थक परिणामसामने आएंगे।
मैं अपनी बात समाप्त करने से पहले मेरी आप सभी सेएक और अनुरोध है कि हमारी प्रकृति का संतुलन न बिगाड़ेंविशेषकर वायु, जल और धरती को प्रदूषित न करें औरसरकार द्वारा निर्धारित नियमों का जरूर पालन करें ताकिहमारी भावी पीढ़ी स्वच्छ प्रकृति के साथ फल-फूल सके।
आइए, हम इस अवसर का उपयोग सहयोग, नवाचारऔर स्थिरता से पूर्ण स्वास्थ्य और कल्याण क्षेत्रों काभविष्य बनाने के लिए करें। मिलकर, हम आज कीचुनौतियों का समाधान कर सकते हैं और सभी के लिए एकस्वस्थ भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।
मैं फार्मास्यूटिकल, हेल्थ एंड वेलनेस कॉन्क्लेव 2024की सफलता की कामना करता हूँ। और आशा करता हूं कियह आयोजन हमारे राज्य को एक नई ऊंचाई पर लेजाएगा।
धन्यवाद,
जय हिन्द!