SPEECH OF PUNJAB GOVERNOR AND ADMINISTRATOR, UT CHANDIGARH, SHRI GULAB CHAND KATARIA ON THE OCCASION OF DISBURSEMENT OF CASH AWARD TO INTERNATIONAL AND NATIONAL MEDALISTS & LAUNCH OF VAIROUS INITIATIVES OF UT CHANDIGARH SPORTS DEPARTMENT ON MAY 31, 2025.

अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर पद विजेताओं के सम्मान एवं

खेल विभाग की विभिन्न पहलों के शुभारंभ के अवसर पर

राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया जी का संबोधन

दिनांकः 31.05.2025, शनिवारसमयः शाम 4:00 बजेस्थानः चंडीगढ़

         

नमस्कार!

सर्वप्रथम, मैं हमारे बीच पधारे माननीय केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री मनसुख मंडाविया जी का हृदय से अभिनंदन और आभार प्रकट करता हूँ, जिन्होंने अपने अत्यंत व्यस्त कार्यक्रम के बीच से समय निकालकर इस महत्वपूर्ण समारोह की शोभा बढ़ाई है। 

उनका यहां उपस्थित होना न केवल हमारे लिए गर्व और सम्मान की बात है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि केंद्र सरकार खेलों के विकास और खिलाड़ियों के सशक्तिकरण के प्रति कितनी प्रतिबद्ध और संवेदनशील है। उनकी उपस्थिति से हमें और अधिक प्रेरणा एवं उत्साह प्राप्त हुआ है।

इसके अलावा, मैं श्री अभिनव बिंद्रा जी का भी आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने चंडीगढ़ प्रशासन के साथ जनवरी 2025 में एक समझौता किया है, जिससे चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में ओलंपिक मूल्य शिक्षा कार्यक्रम (ओवीईपी) की शुरूआत की गई है, जो छात्रों को नेतृत्व, टीम वर्क और सम्मान जैसे जीवन कौशल सिखाएगा। यह पहल बच्चों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने, खेलों में भागीदारी बढ़ाने, और सामाजिक सामंजस्य को बढ़ावा देने में भी मदद करेगी।

देवियो और सज्जनो,

आज का यह अवसर वास्तव में अत्यंत गौरवपूर्ण और प्रेरणादायक है। हम सभी यहां एक ऐसे क्षण के साक्षी बन रहे हैं, जो चंडीगढ़ के खेल इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में दर्ज किया जाएगा।

हम उन प्रतिभावान और उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए एकत्रित हुए हैं, जिन्होंने कड़ी मेहनत, अनुशासन, और अदम्य इच्छाशक्ति के बल पर न केवल व्यक्तिगत सफलता प्राप्त की है, बल्कि चंडीगढ़ की खेल संस्कृति को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। 

आज का दिन इस दृष्टि से भी ऐतिहासिक है क्योंकि आज हमने चंडीगढ़ में खेल अवसंरचनाओं का लोकार्पण भी किया है। 

इनमें सेक्टर 8 और सेक्टर 39 के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बने आधुनिक शतरंज केंद्र, तथा सेक्टर 42 में 6 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित स्नूकर और बिलियर्ड्स हॉल शामिल हैं जो इस बात का प्रमाण हैं कि हमारा शहर खेल सुविधाओं के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रतिबद्ध है।

हमारा लक्ष्य यह है कि चंडीगढ़ के खिलाड़ी अपने शहर में ही उत्कृष्ट स्तर की सुविधाओं के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करें, और जब वे किसी राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उतरें, तो वे पूर्ण आत्मविश्वास के साथ प्रदर्शन करें।

यह प्रयास इस दृष्टिकोण का हिस्सा हैं कि खेल न केवल प्रतिस्पर्धा का माध्यम हैं, बल्कि वे चरित्र निर्माण, अनुशासन, नेतृत्व और राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना को भी पोषित करते हैं।

साथियो,

मैं आज यहां सम्मानित किए गए सभी खिलाड़ियों को हार्दिक बधाई और शुभकनाएं देता हूं।

आज हमने वर्ष 2023-24 में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 479 खिलाड़ियों (218 पुरुष और 261 महिलाएं) को 5.67 करोड़ रूपये की नकद राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की है।

इसके अतिरिक्त, आज हमने ओपन स्टेट, इंटर स्कूल और इंटर कॉलेज टूर्नामेंट्स में कुल 320 पदक विजेता खिलाड़ियों को भी 1.32 करोड़ की छात्रवृत्ति प्रदान की है। यह उन निरंतर प्रयासों का सजीव उदाहरण है, जो हम अपने खिलाड़ियों को प्रेरित करने और सहयोग देने के लिए कर रहे हैं।

मुझे यह बताते हुए अत्यंत हर्ष और गर्व हो रहा है कि चंडीगढ़ द्वारा प्रदान की गई यह छात्रवृत्ति राशि पूरे देश में सबसे अधिक है। 

मैं यह भी साझा करना चाहता हूँ कि 25 मार्च 2025 को हुए समारोह में 2,494 खिलाड़ियों को 10.18 करोड़ की राशि वितरित की गई थी। ये सभी आंकड़े इस बात के प्रमाण हैं कि चंडीगढ़ प्रशासन और खेल विभाग, खिलाड़ियों के लिए एक मजबूत और प्रेरणादायक आधार तैयार कर रहा है।

इसके अलावा, हमने 29 अगस्त 2024 को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर 311 खिलाड़ियों को 3.79 करोड़ रूपये की पुरस्करा राशि वितरित की थी।

साथियो,

मैं यह बताना चाहता हूं कि दिसंबर 2024 को मैंने चंडीगढ़ के विभिन्न खेल संघों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसका उद्देश्य खेल अवसंरचना को सुदृढ़ करना, खेल आयोजनों को प्रोत्साहित करना और खिलाड़ियों की चुनौतियों का समाधान करना था। 

इसमें मैंने राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आयोजन हेतु वार्षिक कैलेंडर तैयार करने का निर्देश दिया, ताकि एथलीट नियमित प्रतिस्पर्धा के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैयारी कर सकें।

मैं बताना चाहूंगा कि दिसंबर 2024 को हमने एक ऑनलाइन मेंबरशिप पोर्टल की भी शुरूआत की है, जिससे अब नागरिक बिना कार्यालय आए खेल विभाग के विभिन्न खेल परिसरों की सदस्यता प्राप्त कर रहे हैं। यह डिजिटल बदलाव हमारी समावेशी और सुगम सेवाओं की दिशा में एक ठोस कदम है।

 

साथ ही, चंडीगढ़ द्वारा खेलो इंडिया योजना के अंतर्गत 12 खेलों को समाहित करने वाला और 4 हजार लोगों के बैठने की क्षमता वाला अंतर्राष्ट्रीय स्तर का ‘इनडोर मल्टीपर्पज स्पोर्ट्स हॉल’, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आयोजनों के लिए ‘ऑल वेदर स्विमिंग पूल’ और 300 खिलाड़ियों के लिए ‘गर्ल्स हॉस्टल’ भी प्रस्तावित है।

इसके अलावा, हम शहर में मौजूद राष्ट्रीय स्तर के खेल ढांचे को विभिन्न खेल संघों के विचार-विमर्श के साथ उन्नत कर रहे हैं। इनमें सेक्टर 7 स्थित सिंथेटिक ऐथलेटिक ट्रेक, सेक्टर 42 स्थित हॉकी स्टेडियम व बास्केट बॉल हॉल, सेक्टर 46 स्थित फुटबॉल ग्राउंड, सेक्टर 18 स्थित हॉकी ग्राउंड और लेक स्पोर्ट्स कॉप्लेक्स स्थित आर्चरी, टेनिस कोर्ट, स्क्वैश कोर्ट और स्विमिंग पूल शामिल हैं।

 इसके अलावा, चंडीगढ़ के सेक्टर 42 स्थित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हॉकी, वॉलीबॉल, कबड्डी, वेटलिफ्टिंग, बॉक्सिंग, बैडमिंटन तथा सुखना लेक पर रोइंग जैसी खेल विधाओं की उत्कृष्ट सुविधाएं उपलब्ध हैं, साथ ही 120 खिलाड़ियों की क्षमता वाला आवासीय परिसर भी उपलब्ध है।

हमारा प्रस्ताव इन खेलों को नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के अंतर्गत लाने का है, जिससे संचालन, कोचिंग, और खेल विज्ञान विशेषज्ञों की तैनाती भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा संभव होगी। इससे एक आधुनिक स्पोर्ट्स साइंस और मेडिसिन सेंटर की स्थापना का मार्ग खुलेगा, जो उत्तर भारत के खिलाड़ियों को लाभ देगा।

मैं मंच पर उपस्थित माननीय केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री मनसुख मंडाविया जी से विनम्र अनुरोध करता हूँ कि वे नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की महत्वाकांक्षी पहल को शीघ्रता से मूर्त रूप देने हेतु स्वीकृति प्रदान करें। 

मैं समझता हूं कि इस केंद्र की स्थापना से न केवल चंडीगढ़ के, बल्कि उत्तर भारत के अनेक राज्यों के खिलाड़ियों को अत्याधुनिक प्रशिक्षण, वैज्ञानिक सहयोग और अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिलेंगी। इससे भारत को विश्व खेल मंच पर और मजबूती से स्थापित करने में मदद मिलेगी।

मैं आशा करता हूँ कि केंद्र सरकार का सहयोग इस दिशा में हमारे प्रयासों को नई गति और मजबूती प्रदान करेगा।

जैसा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा है, खेल संस्कृति के विकास से भारत की सॉफ्ट पावर को बल मिलेगा। सरकार 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लक्ष्य के साथ खेलों के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण पर विशेष ध्यान दे रही है।

इसी दिशा में चंडीगढ़ प्रशासन ने भी अपनी प्रतिबद्धता दर्शाते हुए वर्ष 2023-24 के 27.20 करोड़ रुपये के मुकाबले वर्ष 2025-26 के लिए खेल बजट बढ़ाकर 41.83 करोड़ रुपये कर दिया है।

देवियो और सज्जनो,

मैं इस अवसर पर विशेष रूप से यह उल्लेख करना चाहूंगा कि हमारी खेलों के प्रति प्रतिबद्धता केवल युवाओं तक सीमित नहीं है। वर्ष 2023 में लाई गई चंडीगढ़ की नई खेल नीति समावेशिता और समानता के मूल्यों पर आधारित है। इस नीति में दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए खेलों को अधिक सुलभ और अनुकूल बनाने के स्पष्ट प्रावधान किए गए हैं।

इस दृष्टिकोण के तहत, हम ऐसे इन्फ्रास्ट्रक्चर, प्रशिक्षण कार्यक्रम और सहायक उपकरणों का विकास कर रहे हैं, जो विशेष रूप से दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किए गए हैं। 

चंडीगढ़ का खेल विभाग इस दिशा में एक समावेशी और संवेदनशील खेल वातावरण के निर्माण के लिए पूरी निष्ठा से कार्य कर रहा है, ताकि हमारा खेल तंत्र वास्तव में ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास’ के मूल मंत्र को चरितार्थ कर सके।

देवियो और सज्जनो, 

हमें गर्व है कि चंडीगढ़ ने देश को बहुत से विश्वप्रसिद्ध खिलाड़ी दिए हैं जिनमें हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर, फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह, क्रिकेटर कपिल देव, युवराज सिंह, चेतन शर्मा, गोल्फ खिलाड़ी जीव मिल्खा सिंह और निशानेबाजी में हमारे ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा शामिल हैं।

ओलंपिक खेलों में चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों की बात करें तो इनमें पैरिस ओलंपिक्स में भाग लेने वाले हॉकी खिलाड़ी श्री संजय शर्मा और श्री गुरजंट सिंह, टोकियो ओलंपिक्स में भाग लेने वाले हॉकी खिलाड़ी श्री रूपिंदर पाल सिंह, श्रीमती मोनिका और श्रमती शर्मीला तथा लंदन ओलंपिक्स में भाग लेने वाले हॉकी खिलाड़ी श्री धर्मवीर सिंह शामिल हैं।

इसके अलावा, चंडीगढ़ के खेल विभाग ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बहुत से खिलाड़ी देश को दिए हैं जिनमें अंडर 19 युवा विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2024 के कांस्य पदक विजेता श्री कृष्णपाल, जूनियर एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता श्रीमती गुरसीरत कौर, जून 2023 में नोएडा में आयोजित जूनियर कॉमन वेल्थ चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता श्री परमवीर सिंह और सीनियर कॉमन वेल्थ चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता श्रीमती वंशिता वर्मा शामिल हैं।

पैरा ऐथलीटों की बात करें तो नवंबर, 2019 में दुबई में आयोजित विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में श्री विनय कुमार लाल ने तीसरा स्थान हासिल करके शहर का गौरव बढ़ाया।

इसके अलावा, वर्तमान में चल रहे आईपीएल टूर्नामेंट में चंडीगढ़ से जुड़े खिलाड़ियों, राज अंगद बावा (मुंबई इंडियन्स) और संदीप शर्मा (राजस्थान रोयल्स) ने अपने उत्कृष्ट खेल से चंडीगढ़ की प्रतिष्ठा को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया है।

साथ ही, चंडीगढ़ की होनहार क्रिकेटर काश्वी गौतम का भारतीय महिला क्रिकेट टीम में चयन इस बात का प्रमाण है कि चंडीगढ़ न केवल पुरुष क्रिकेटरों के लिए, बल्कि महिला खिलाड़ियों के लिए भी एक उभरता हुआ केंद्र बन चुका है। काश्वी का यह चयन आने वाली पीढ़ी की लड़कियों के लिए एक प्रेरणा है, जो क्रिकेट को अपना करियर बनाना चाहती हैं।

देवियो और सज्जनो,

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कई अवसरों पर कहा है- ‘‘खेल एक ऐसी सॉफ्ट पावर है, जो दुनिया का ध्यान भारत की ओर आकर्षित कर सकती है।’’ खेल में नागरिकों के विशेष व्यक्तित्व को विकसित करने के साथ-साथ किसी भी राष्ट्र को एक खेल महाशक्ति के रूप में विश्व मानचित्र पर रखने की क्षमता होती है।

खेलों में सफलता के साथ राष्ट्रीय गौरव जुड़ा है और इसमें देश को जाति, पंथ, धर्म से परे देश को एक सूत्र में बांधने और एक खुशहाल और स्वस्थ समाज के निर्माण करने की क्षमता होती है। भारत में अपार खेल प्रतिभा का एक समूह मौजूद है।

आज, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत में खेलों को प्रोत्साहित करने हेतु अनेक प्रभावी कदम उठाए गए हैं।

‘खेलो इंडिया’, ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ जैसे अभियानों ने खेल संस्कृति को नई दिशा और गति प्रदान की है। अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत की लगातार बढ़ती उपस्थिति इसका प्रमाण है।

ऐसे में, प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश का यह दायित्व बनता है कि स्थानीय स्तर पर खेल सुविधाओं का विस्तार करें, प्रतिभाओं को पहचानें और उन्हें उचित संसाधन तथा मार्गदर्शन प्रदान करें।

खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करना केवल खेलों को बढ़ावा देना नहीं है, बल्कि यह एक स्वस्थ, अनुशासित और प्रेरणास्पद समाज के निर्माण की दिशा में एक ठोस कदम है।

मैं एक बार पुनः सभी पुरस्कार विजेताओं को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ। आपका परिश्रम, आपकी प्रतिबद्धता और आपका जज़्बा हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

मैं चंडीगढ़ प्रशासन और खेल विभाग को भी इस सराहनीय आयोजन के लिए बधाई देता हूँ।

 आज का दिन हमारे लिए गर्व का दिन है और यह आने वाले समय में चंडीगढ़ को एक अग्रणी खेल हब बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

धन्यवाद,

जय हिन्द!