SPEECH OF HON’BLE GOVERNOR PUNJAB AND ADMINISTRATOR, UT CHANDIGARH, SHRI GULAB CHAND KATARIA ON THE OCCASION OF CHANDIGARH EMINENCE & EDUCATION AWARDS – 2025 (DAINIK BHASKAR) AT CHANDIGARH ON 24.06.2025.
- by Admin
- 2025-06-25 12:55
दैनिक भास्कर के ‘चंडीगढ़ एमिनेंस अवार्ड 2025’ के अवसर पर राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया जी का संबोधनदिनांकः 24.06.2025, मंगलवार समयः दोपहर 12:00 बजे स्थानः चंडीगढ़
नमस्कार!
आज मुझे दैनिक भास्कर समूह द्वारा आयोजित ‘चंडीगढ़ एमिनेंस अवार्ड 2025’ के इस भव्य अवसर पर आप सभी के बीच उपस्थित होकर अत्यंत हर्ष और गर्व की अनुभूति हो रही है।
इस प्रेरणादायक आयोजन के लिए मैं दैनिक भास्कर के सीओ श्री विजय कुमार, स्टेट एडिटर श्री बलदेव कृष्ण शर्मा, और स्टेट हेड श्री केवल साहनी जी का आभार व्यक्त करता हूं, जिनके सशक्त नेतृत्व, दूरदृष्टि और अथक परिश्रम से यह आयोजन संभव हो पाया।
साथ ही, मैं आज स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, रियल एस्टेट, सामाजिक कार्य, कृषि, उद्योग, आभूषण आदि क्षेत्र में अपना अनूठा योगदान देने वाले उन सभी 50 सम्मानित व्यक्तियों को हृदय से बधाई देता हूँ, जिन्होंने अपने कार्य, विचार और सेवा के माध्यम से समाज को एक नई दिशा दी है। आप सभी ने यह सिद्ध किया है कि सच्चा नेतृत्व पद या अधिकार से नहीं, सेवा और दृष्टिकोण से आता है।
आज मैं विशेष रूप से दैनिक भास्कर समूह को बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने अपनी कलम की ताकत से पत्रकारिता के क्षेत्र में एक नया मापदंड स्थापित किया है।
मैं समझता हूं कि 13 अगस्त 1958 को भोपाल से आरंभ हुआ यह समूह आज सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि जनमत का मंच और जनचेतना की सशक्त आवाज़ बन चुका है। देश के 14 राज्यों में इसकी मौजूदगी के साथ इसकी 14 करोड़ पाठकों तक पहुंच, इसकी लोकप्रियता का प्रमाण है।
रेडियो क्षेत्र में भी इसका ब्रांड MY FM, 7 राज्यों के 30 शहरों में प्रसारित होकर देश का सबसे बड़ा नेटवर्क बन चुका है। वहीं डीबी डिजिटल के तहत यह समूह 4 मोबाइल ऐप्स के ज़रिए हिंदी, गुजराती, मराठी और अंग्रजी भाषा में करोड़ों पाठकों से जुड़ा है।
जानकर हर्ष हुआ है कि कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित दैनिक भास्कर देश का एकमात्र अख़बार है जो हर सोमवार ‘‘नो निगेटिव मंडे’’ के माध्यम से सिर्फ सकारात्मक समाचार प्रकाशित करता है। जब सप्ताह की शुरुआत सकारात्मक विचारों, नवाचारों और उम्मीदों से होती है, तो समाज में ऊर्जा, आत्मविश्वास और आशावाद की भावना भी स्वतः जागृत होती है।
हम सभी जानते हैं कि स्वतंत्र पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मानी जाती है, और दैनिक भास्कर ने इस स्तंभ को मजबूती देने का कार्य निष्ठा के साथ किया है। जहाँ एक ओर यह अखबार लोगों तक सत्य और सटीक जानकारी पहुँचाता है, वहीं दूसरी ओर यह पाठकों को सकारात्मक बदलाव के लिए प्रेरित भी करता है।
देवियो और सज्जनो,
देश में विकास की बात करें तो माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग के क्षेत्रों में क्रांतिकारी परिवर्तन हुए हैं। यह बदलाव केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रेरणा बन चुके हैं।
पिछले एक दशक में शिक्षा सेक्टर को नए पंख मिले हैं। देश में 23 नए IITs, 20 IIMs, अनेक NITs और IIITs शुरू हुए हैं। ये अद्भुत और ऐतिहासिक कार्य हैं। देश में आज प्रतिदिन दो नए कॉलेजों का उद्घाटन हो रहा है। बेटियों की उच्च शिक्षा में 18 प्रतिशत की अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
हेल्थ सेक्टर में भी बड़े स्तर पर सुधार और विस्तार हुआ है। देश में 10 साल में 262 नए मेडिकल कॉलेज और 16 AIIMS की स्थापना की गई है। MBBS सीटों में 53 प्रतिशत और PG सीटों में 80 प्रतिशत की वृद्धि सरकार ने की है। आयुष्मान भारत योजना से 55 करोड़ देशवासी 5 लाख रूपये तक की मुफ्त चिकित्सा सुविधा पा रहे हैं।
इसके अलावा मिशन इंद्रधनुष से लाखों बच्चों और माताओं का जीवन सुरक्षित हुआ है। पीएम डिजिटल हेल्थ मिशन से अब भारत हेल्थकेयर में डिजिटल क्रांति का नेतृत्व कर रहा है।
‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसे अभियानों ने भारत को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग रैंकिंग में 11वें से चौथे स्थान पर पहुंचा दिया है। हमारा निर्यात तेजी से बढ़ रहा है और MSME सेक्टर में करोड़ों युवाओं को रोजगार मिला है।
देवियो और सज्जनो,
हमारे चंडीगढ़ ने भी ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की हैं। स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में चंडीगढ़ पूरे देश में नंबर-1 हो चुका है। केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (PGI) 2.0 रिपोर्ट 2023-24 में चंडीगढ़ को ‘प्रचेष्टा-1’ ग्रेड प्राप्त हुआ है, जो इस वर्ष पूरे देश में किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश को नहीं मिला।
यह महज एक आंकड़ा नहीं है, यह बेहतर गवर्नेंस, प्रशिक्षित शिक्षकों, आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर और टेक्नोलॉजी-आधारित ट्रैकिंग सिस्टम का प्रतिफल है। यह हमारे शिक्षक समुदाय, नीति निर्माताओं और हर उस व्यक्ति की मेहनत का परिणाम है जो शिक्षा को एक मिशन मानकर कार्यरत हैं।
साथ ही, मुझे यह बताते हुए भी गर्व हो रहा है कि पंजाब यूनिवर्सिटी ने भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति को और मजबूत किया है। QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में पीयू ने 100 पाइंट का सुधार करते हुए 901-950 की ब्रैकेट में प्रवेश किया है।
यह पिछले दो वर्षों की 1001-1200 रैंक से एक महत्वपूर्ण छलांग है। यह प्रगति शैक्षणिक प्रतिष्ठा, शोध गुणवत्ता, फैकल्टी-स्टूडेंट रेश्यो, सस्टेनेबिलिटी और इंटरनेशनल कोलैबोरेशन जैसे मानकों में निरंतर सुधार के कारण संभव हो पाई है।
देवियो और सज्जनो,
जब आप जैसे सक्षम, सम्पन्न और जागरूक नागरिक देशहित को सर्वोपरि मानते हुए राष्ट्र सेवा में समर्पित हो जाते हैं, तो बदलाव आना निश्चित ही नहीं, बल्कि अपरिहार्य हो जाता है।
ऐसे व्यक्तियों की भूमिका केवल अपनी सफलता तक सीमित नहीं रहती, बल्कि वे समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बनते हैं। उनके कार्य, उनकी सोच और उनका समर्पण एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं, जो पूरे राष्ट्र को आगे बढ़ने की दिशा में प्रेरित करता है।
जब प्रत्येक समर्थ नागरिक यह सोच अपनाता है कि उसका व्यक्तिगत विकास तभी सार्थक है जब वह राष्ट्र के विकास में योगदान देता है, तब हम एक समृद्ध, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ाते हैं।
मैं मानता हूँ कि आप जैसे नागरिक राष्ट्र निर्माण के अदृश्य स्तंभ हैं, जो न दिखते हुए भी देश की नींव को मजबूत करते हैं।
साथियो,
जैसे कि सभी जानते हैं कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने हम सभी के सामने 2047 तक देश को ‘विकसित भारत’ बनाने का लक्ष्य रखा है, और मैं समझता हूं कि यह लक्ष्य तभी हासिल होगा जब देश का प्रत्येक नागरिक इस लक्ष्य को केवल एक सरकारी पहल नहीं, बल्कि अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी के रूप में स्वीकार करे।
चाहे वह शिक्षक हो या छात्र, उद्यमी हो या श्रमिक, किसान हो या वैज्ञानिक, जब हर व्यक्ति अपने कर्तव्यों के प्रति सजग, समाज के प्रति संवेदनशील, और राष्ट्र के प्रति समर्पित होकर कार्य करेगा, तभी यह अभियान गति पकड़ेगा।
जैसा कि महात्मा गांधी जी ने कहा थाः “आप वो बदलाव बनिए जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं।”
इसी भावना से प्रेरित होकर यदि देश का हर नागरिक एक छोटा-सा सकारात्मक परिवर्तन लाने का संकल्प ले, तो ‘विकसित भारत’ केवल एक लक्ष्य नहीं रहेगा, बल्कि यह एक जीवंत और गौरवशाली सच्चाई बन जाएगा।
मेरा मानना है कि इस दिशा में चंडीगढ़ की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। एक योजनाबद्ध, शिक्षित और नवाचार से भरपूर शहर के रूप में चंडीगढ़ वह क्षमता रखता है कि वह न केवल देश के अन्य शहरों के लिए एक आदर्श बने, बल्कि विकसित भारत 2047 के इस राष्ट्रीय अभियान का नेतृत्व भी करे।
हमारा प्रयास है कि चंडीगढ़ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, डिजिटल इंडिया, हरित प्रौद्योगिकी, उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाओं, स्वच्छता और सुशासन के सभी मानकों पर देश में प्रथम पंक्ति में खड़ा हो।
आज जब हम भविष्य की ओर देख रहे हैं, तो हमारा विश्वास है कि चंडीगढ़ न केवल एक स्मार्ट सिटी है, बल्कि यह एक विजनरी सिटी भी है, जो भारत के विकास-पथ पर अपने कदमों की गूंज छोड़ेगा।
इस मंच से जिन महानुभावों को आज सम्मानित किया गया है, वे देश की रीढ़ हैं। वे शिक्षाविद हैं, डॉक्टर हैं, समाजसेवी हैं, उद्योगपति हैं और सबसे बढ़कर वे कर्तव्यनिष्ठ नागरिक हैं। आप सब हमारे राष्ट्र के लिए प्रेरणा हैं। मैं आपको हृदय से बधाई देता हूं और आपकी सेवाओं के लिए नमन करता हूं।
यह मंच यह संदेश देता है कि यदि आप ईमानदारी से काम करें, तो समाज आपको देखता है, सराहता है और सम्मानित करता है।
मैं एक बार फिर दैनिक भास्कर समूह को इस सराहनीय पहल के लिए धन्यवाद देता हूं।
धन्यवाद,
जय हिन्द!