SPEECH OF HON’BLE GOVERNOR PUNJAB AND ADMINISTRATOR, UT CHANDIGARH, SHRI GULAB CHAND KATARIA ON THE OCCASION OF FELICITATION OF MERITORIOUS GOVERNMENT SCHOOL XII STUDENTS AND LAUNCHING OF GOVERNMENT SCHOOL MENTORSHIP PROGRAMME & LAUNCHING OF UDAAN AT CHAN
- by Admin
- 2025-06-11 19:40
12वीं कक्षा के उत्तीर्ण मेधावी छात्रों के सम्मान समारोह पर राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया जी का संबोधन दिनांकः 11.06.2025, बुधवार समयः शाम 5:00 बजे स्थानः चंडीगढ़
नमस्कार!
आज का यह अवसर मेरे लिए अत्यंत विशेष और हर्ष का विषय है, क्योंकि हम यहां 12वीं कक्षा के उन प्रतिभाशाली बच्चों को सम्मानित करने के लिए एकत्रित हुए हैं, जिन्होंने परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर न केवल अपने माता-पिता, बल्कि अपने स्कूल का भी गौरव बढ़ाया है।
इसके अतिरिक्त, आज हम उन चार उत्कृष्ट विद्यालयों के प्रधानाचार्यों और समर्पित शिक्षकों को भी विशेष रूप से सम्मानित कर रहे हैं, जिन्होंने अथक परिश्रम, मार्गदर्शन और अनुशासन के माध्यम से अपने विद्यालय की कक्षा 12वीं का शत-प्रतिशत परीक्षा परिणाम सुनिश्चित किया है। यह उपलब्धि केवल विद्यार्थियों की मेहनत का ही नहीं, बल्कि शिक्षकों की प्रतिबद्धता, नेतृत्व की दृढ़ता और शैक्षणिक गुणवत्ता का भी प्रमाण है।
मैं आज सम्मानित सभी 240 मेधावी छात्रों को इस सफलता के लिए हार्दिक बधाई देता हूं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं। साथ ही, उनके माता-पिता और शिक्षकों को भी धन्यवाद देता हूं, जिनके मार्गदर्शन और समर्थन के बिना यह सफलता संभव नहीं हो पाती।
बच्चो! आपने कठिन परिश्रम, अनुशासन और आत्मविश्वास के बल पर जो सफलता प्राप्त की है, वह वास्तव में प्रशंसनीय है। यह केवल एक शैक्षणिक उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह भविष्य के सुनहरे रास्ते की शुरुआत है।
मैं समझता हूं कि इन छात्रों ने न केवल उत्कृष्ट शैक्षणिक कौशल का प्रदर्शन किया है, बल्कि समर्पण, दृढ़ता और लचीलापन का भी उदाहरण प्रस्तुत किया है - ऐसे गुण जो निस्संदेह उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों में बड़ी सफलता दिलाएंगे।
इन छात्रों को सम्मान, इनके परिवारों, शिक्षकों और गुरुओं के अमूल्य समर्थन का भी सम्मान है जिन्होंने इनकी प्रतिभा को पोषित किया और इस यात्रा में उनका मार्गदर्शन किया।
मैं आप सभी छात्रों से कहना चाहता हूं कि आप कल की दुनिया के निर्माता हैं। आपकी कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता ने असीमित संभावनाओं के द्वार खोले हैं।
अब जब आप अपने जीवन के इस नए अध्याय में कदम रखने जा रहे हैं, याद रखें कि आपकी शिक्षा एक शक्तिशाली उपकरण है। समाज में सकारात्मक योगदान देने और दुनिया में बदलाव लाने के लिए इसका बुद्धिमानी से उपयोग करें।
प्यारे बच्चो,
मेरा आग्रह है कि आप पूरे समर्पण, अनुशासन और आत्मविश्वास के साथ शिक्षा प्राप्त करें। आपके सपनों को साकार करना ही हमारे देश की सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।
आप शिक्षा को केवल एक जिम्मेदारी न मानें, बल्कि इसे एक अवसर समझें। ऐसा अवसर जो आपके जीवन को एक नई दिशा देगा और देश को विश्व में अग्रणी बनाएगा। आपकी सोच, आपका दृष्टिकोण, आपकी मेहनत आने वाले भारत की तस्वीर तय करेगी।
जैसा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा थाः ‘‘उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए।’’
यह महान संदेश हम सभी, विशेषकर आप जैसे होनहार विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। जीवन में सफलता पाने के लिए सबसे आवश्यक है, आत्मविश्वास, संकल्प और निरंतर प्रयास।
अपने लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहें, और चुनौतियों से कभी मत डरें, क्योंकि प्रत्येक कठिनाई के पार ही सफलता की किरण छिपी होती है।
साथियो,
इस समय हम शैक्षिक उत्कृष्टता और सामाजिक प्रगति की दिशा में एक निर्णायक मोड़ पर खड़े हैं। हमारे स्कूल हमेशा से ज्ञान और विकास की आधारशिला रहे हैं, जो हमारे युवाओं को कल के अग्रणी दिग्गज बनाने के लिए प्रशिक्षित करते आए हैं।
इस संदर्भ में आज मुझे अपने मेधावी छात्रों और शिक्षकों को सम्मानित करने के इस महत्वपूर्ण अवसर पर शिक्षा विभाग द्वारा शुरू की जा रही कुछ महत्वपूर्ण पहलों संबंधी जानकारी साझा करते हुए गर्व हो रहा है।
सबसे पहले मैं ‘एडॉप्ट-ए-स्कूल मेंटरशिप इनिशिएटिव’ की बात करना चाहूंगा। यह मेंटरशिप पहल, जहां यूटी चंडीगढ़ के अधिकारी, डॉक्टर, व्यावसायी, खिलाड़ी और प्रख्यात वकील स्कूलों को गोद लेंगे, जो समुदाय की भागीदारी और छात्र विकास में एक साहसिक कदम है।
इस प्रकार स्वास्थ्य, स्वच्छता, साइबर कानूनों और व्यक्तिगत विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर छात्रों का मार्गदर्शन करके, हम उन्हें ऐसा ज्ञान प्रदान करेंगे जो पाठ्यपुस्तकों से परे है और उन्हें वास्तविक दुनिया की चुनौतियों के लिए तैयार करेगा।
नियमित फीडबैक और मूल्यांकन के माध्यम से, हम सुनिश्चित करेंगे कि यह कार्यक्रम छात्रों और मेंटर्स की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विकसित हो। प्रोग्राम से पहले और बाद के आकलन से छात्रों के आत्मविश्वास, समझ और जीवन कौशल में वृद्धि स्पष्ट रूप से दिखाई देगी, जो ऐसी पहल के मूर्त लाभों को उजागर करेगी।
इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को न केवल व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त होगा, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में सफलता का उदाहरण पेश करने वाले पेशेवरों के साथ बातचीत से प्रेरित होकर महत्वाकांक्षी करियर की आकांक्षाएं भी मिलेंगी।
इसके अलावा, इस कार्यक्रम का प्रभाव स्कूल की चारदीवारी तक सीमित न रहकर समाज के हर कोने तक पहुंचेगा। जैसे-जैसे छात्र अपने नए ज्ञान को अपने समुदायों में ले जाएंगे, हम एक स्वस्थ, अधिक जागरूक और सक्रिय समाज की आशा कर सकते हैं।
मैं समझता हूं कि ‘एडॉप्ट-ए-स्कूल मेंटरशिप इनिशिएटिव’ केवल एक शैक्षिक कार्यक्रम नहीं है; यह समुदाय परिवर्तन और जिम्मेदार, सर्वांगीण युवा नागरिकों के पोषण का एक उत्प्रेरक है, जो आधुनिक दुनिया के अवसरों और चुनौतियों को अपनाने के लिए तैयार हैं।
साथियो,
दूसरी महत्वपूर्ण पहल की बात करें तो हम सरकारी स्कूलों के मेधावी छात्रों को मुफ्त कोचिंग प्रदान करने के लिए कोचिंग संस्थानों के साथ साझेदारी कर रहे हैं।
इस पहल के अन्तर्गत शहर भर के लगभग 40 कोचिंग संस्थानों में लगभग 700 मेधावी छात्रों को JEE, NEET, IAS, PCS और NDA की कोचिंग प्रदान की जाएगी।
इस पहल का उद्देश्य क्षमता और अवसर के बीच की खाई को पाटना है, यह सुनिश्चित करते हुए कि प्रत्येक प्रतिभाशाली छात्र के पास सफल होने के लिए आवश्यक संसाधन और मार्गदर्शन हो।
यह प्रयास केवल शैक्षणिक उपलब्धि के बारे में नहीं है; यह हमारे युवाओं को सशक्त बनाने, उनका आत्मविश्वास बढ़ाने और एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा देने के बारे में है जहां हर बच्चा बड़े सपने देख सके और अपनी आकांक्षाओं को प्राप्त कर सके, चाहे उनकी सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो।
इसके अलावा तीसरी पहल जिसकी आज हम शुरूआत करने जा रहे हैं, वह है चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में एक डिजिटल भुगतान प्रणाली को लागू करना।
इस पहल से स्कूली बच्चों द्वारा प्रवेश शुल्क, मासिक शुल्क आदि जैसे विभिन्न प्रकार के किए जाने वाले भुगतान के वित्तीय लेनदेन को सुगम बनाने और दक्षता बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।
यह परिवर्तन न केवल नकदी ले जाने से जुड़े जोखिमों को कम करेगा, बल्कि वित्तीय लेनदेन में पारदर्शिता और जवाबदेही को भी बढ़ावा देगा। इसके अतिरिक्त, डिजिटल भुगतान सटीक रिकॉर्ड रखने में मदद करेगा, जिससे लेखा परीक्षण और वित्तीय प्रबंधन की प्रक्रिया सरल होगी।
एक कैश-फ्री कैंपस को अपनाना डिजिटल साक्षरता और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के व्यापक प्रयासों के साथ मेल खाता है, जो छात्रों को एक ऐसे भविष्य के लिए तैयार करता है जहां डिजिटल लेनदेन आम बात होगी।
देवियो और सज्जनो,
हमारा एकमात्र लक्ष्य ‘विकसित भारत 2047’ के मिशन को पूरा करना है, और हम चाहते हैं कि चंडीगढ़ इस लक्ष्य का ध्वजवाहक बने।
इस दिशा में चंडीगढ़ की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। एक योजनाबद्ध, शिक्षित और नवाचार से भरपूर शहर के रूप में चंडीगढ़ वह क्षमता रखता है कि वह न केवल देश के अन्य शहरों के लिए एक उदाहरण बने, बल्कि इस राष्ट्रीय अभियान का नेतृत्व भी करे।
हम चाहते हैं कि चंडीगढ़ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, डिजिटल इंडिया, हरित प्रौद्योगिकी, उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाओं, स्वच्छता और सुशासन के सभी मानकों पर देश में प्रथम पंक्ति में खड़ा हो।
आज जब हम भविष्य की ओर देख रहे हैं, तो हमारा विश्वास है कि चंडीगढ़ न केवल एक स्मार्ट सिटी है, बल्कि यह एक विजनरी सिटी भी है, जो भारत के विकास पथ पर अपने कदमों की गूंज छोड़ेगा।
अंत में, मैं आप सभी विद्यार्थियों को एक बार पुनः हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ। यह सफलता आपके जीवन में एक प्रेरक मील का पत्थर बने और आप भविष्य में भी निरंतर उत्कृष्टता की ओर अग्रसर हों, यही मेरी कामना है।
आइए! हम सब मिलकर समृद्ध भारत, आत्मनिर्भर भारत और विश्व गुरु भारत के निर्माण में अपना-अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देते हुए भारत के पुरातन वैभव को पुनः स्थापित करें।
इसी आकांक्षा, अपेक्षा और विश्वास के साथ मैं अपनी वाणी को विराम देता हूँ।
धन्यवाद,
जय हिन्द!