Speech of Punjab Governor and Administrator, UT, Chandigarh, Shri Gulab Chand Kataria on the occasion of Rotary Chandigarh’s Annual Installation Ceremony at Chandigarh on July 15, 2025.
- by Admin
- 2025-07-16 11:55
रोटरी चंडीगढ़ के ‘वार्षिक इंस्टॉलेशन समारोह’ के अवसर पर राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया जी का संबोधनदिनांकः 14.07.2025, सोमवार समयः शाम 6:30 बजे स्थानः चंडीगढ़
नमस्कार!
मैं सबसे पहले रोटरी चंडीगढ़ के इस वार्षिक इंस्टॉलेशन कार्यक्रम में आमंत्रित किए जाने के लिए आयोजकों का आभार व्यक्त करता हूँ। आज का यह आयोजन न केवल एक संस्था के नेतृत्व परिवर्तन का प्रतीक है, बल्कि सेवा, प्रतिबद्धता और सामाजिक सरोकार के उस महान उद्देश्य का उत्सव भी है, जिसकी नींव रोटरी इंटरनेशनल ने रखी थी।
रोटरी सिर्फ एक संस्था नहीं है, यह एक आंदोलन है, एक ऐसा आंदोलन जो "Service Above Self"‘‘स्वयं से ऊपर सेवा’’ के सिद्धांत पर आधारित है।
रोटरी की प्रेरणादायक यात्रा एक व्यक्ति की दूरदृष्टि और मानवीय जुड़ाव की भावना से प्रारंभ हुई, वे थे श्री पॉल हैरिस। शिकागो के एक प्रतिष्ठित वकील, जिन्होंने 23 फरवरी 1905 को ‘रोटरी क्लब ऑफ शिकागो’ की स्थापना इस उद्देश्य से की कि विभिन्न व्यवसायों और पृष्ठभूमियों से जुड़े पेशेवर एक साझा मंच पर आकर न केवल विचारों का आदान-प्रदान कर सकें, बल्कि आपसी विश्वास, सहयोग और दीर्घकालिक, सार्थक मित्रताओं का सशक्त तानाबाना भी बुन सकें।
समय के साथ, रोटरी की दृष्टि और पहुँच मानवता की सेवा तक विस्तृत होती गई। इसके सदस्यों ने अपने-अपने समुदायों में और वैश्विक स्तर पर असंख्य चुनौतियों का समाधान करने की दिशा में वर्षों से अद्भुत कार्य किया है।
जैसा कि रोटरी के महान संस्थापक श्री पॉल हैरिस ने कहा थाः ‘‘रोटरी हमारे लिए चाहे जो भी मायने रखता हो, दुनिया हमें हमेशा हमारे कार्यों और हमारी उपलब्धियों के आधार पर ही पहचानेगी।’’
यह विचार आज भी पूरी मजबूती के साथ जीवित है। रोटरी एक सच्चा अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसकी स्थापना के मात्र 16 वर्षों के भीतर इसके क्लब छह महाद्वीपों तक फैल चुके थे। आज, इसके सदस्य विश्व के कोने-कोने में समाज की सबसे जटिल समस्याओं को हल करने में संलग्न हैं।
रोटरी ने कभी भी सीमाओं या परिस्थितियों से खुद को सीमित नहीं किया। बड़े सपने देखना और साहसिक लक्ष्य तय करना इसकी परंपरा रही है। पोलियो के खिलाफ संघर्ष इसकी एक ऐतिहासिक मिसाल है। 1979 में फिलीपींस में 60 लाख बच्चों के टीकाकरण से शुरू हुई यह पहल आज उस मुकाम पर है, जहाँ पोलियो अब केवल दो देशों तक सीमित रह गया है, जबकि 1988 में यह संख्या 125 थी।
यह न केवल रोटरी की सेवा भावना का प्रमाण है, बल्कि उस वैश्विक एकजुटता और निरंतर प्रयास का भी परिचायक है जो एक बेहतर, सुरक्षित और समावेशी विश्व के निर्माण की दिशा में कार्यरत है।
देवियो और सज्जनो,
आज का इंस्टॉलेशन समारोह न केवल नेतृत्व परिवर्तन का प्रतीक है, बल्कि यह रोटरी की उस परंपरा को आगे बढ़ाने का अवसर है जो सेवा और दायित्व के साथ जुड़ी है।
विश्वभर में रोटरी का सम्पूर्ण नेतृत्व अंतर्राष्ट्रीय स्तर से लेकर क्लब तक बदल दिया जाता है, और यह हर्ष की बात है के जहाँ नए भावी अध्यक्ष नई परियोजनाओं की शुरुआत करते हैं वहीं पूर्ण रूप से निरंतरता भी बनाये रखते हैं।
मैं नवनियुक्त अध्यक्ष श्रीमती आभा जोशी शर्मा जी एवं उनकी टीम को हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपके नेतृत्व में रोटरी चंडीगढ़ नई ऊँचाइयों को छुएगी और समाज के निर्माण में अपना उल्लेखनीय योगदान देती रहेगी।
साथ ही, मैं पूर्व अध्यक्ष श्री जतिंदर कपूर जी को भी हृदय से बधाई देता हूँ, जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान उल्लेखनीय सामाजिक कार्यों के माध्यम से रोटरी की मूल भावना को साकार किया और समाज में सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न किया।
हमारा शहर वास्तव में भाग्यशाली है कि जब वर्ष 1958 में यह नया शहर आकार ले रहा था, तभी रोटरी क्लब चंडीगढ़ की स्थापना भी हुई। यह अत्यंत प्रशंसनीय है कि रोटरी क्लब ने प्रारंभिक वर्षों से ही इस शहर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। चाहे सेवा कार्य हों, स्वास्थ्य, शिक्षा या पर्यावरण से जुड़े प्रयास, रोटरी चंडीगढ़ ने सदैव समाज के हर वर्ग के उत्थान में अग्रणी भूमिका निभाई है।
रोटरी का सबसे बड़ा योगदान यह है कि यह समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलती है। यह न जाति, न धर्म, न भाषा, और न किसी अन्य भेद में विश्वास रखती है। यह केवल मानवता की सेवा को अपना धर्म मानती है। यही वह भावना है जो भारत को “वसुधैव कुटुम्बकम्” की भूमि बनाती है।
पी.जी.आई. में पहली सराय की स्थापना, शहर में ब्लड बैंक की उपलब्धता, अंतरराष्ट्रीय डॉल्स म्यूज़ियम की स्थापना, और व्यवसायिक केंद्रों के माध्यम से हमारे युवाओं को कौशल प्रदान करने जैसे प्रोजेक्ट्स रोटरी क्लब चंडीगढ़ की दूरदृष्टि और समाजसेवा की भावना के प्रतीक हैं।
ये सभी पहल अत्यंत सराहनीय हैं और रोटरी के उस मूल उद्देश्य को दर्शाती हैं जो सेवा को सर्वोपरि मानता है। वास्तव में, इस सूची को संक्षेप में समेटना कठिन है, क्योंकि यह सेवा कार्यों से समृद्ध है।
मुझे यह जानकर भी प्रसन्नता हुई कि नवनियुक्त अध्यक्ष श्रीमती आभा शर्मा जी ने इस वर्ष के लिए जिन प्रेरणादायक प्रोजेक्ट्स की रूपरेखा प्रस्तुत की है, उनमें क्लब के प्रत्येक सदस्य ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है। यह टीम भावना रोटरी की असली पहचान है।
यह चंडीगढ़, पंजाब और पूरे देश के लिए, अत्यंत गौरव की बात है कि हमारे बीच पद्मश्री श्री राजेंद्र कुमार साबू और श्रीमती उषा साबू जी जैसी प्रेरक हस्तियाँ हैं। श्री साबू जी ने 1991-92 में रोटरी इंटरनेशनल के अध्यक्ष के रूप में विश्व मंच पर भारत का नाम गौरवान्वित किया और "Look Beyond Yourself"अपने आप से ऊपर उठकर दूसरों की सेवा करना, इस भाव को वैश्विक स्तर पर एक आंदोलन में परिवर्तित किया।
उनके नेतृत्व में आरंभ हुआ इंटरनेशनल मेडिकल मिशन न केवल भारत, बल्कि संपूर्ण मानवता के लिए एक वरदान सिद्ध हुआ है। उनके विचारों और प्रयासों से जन्मे कई प्रोजेक्ट्स आज लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बना रहे हैं। रोटरी हार्टलाइन प्रोजेक्ट के अंतर्गत अब तक लगभग 700 से अधिक बच्चों की निशुल्क हृदय सर्जरी करवाई जा चुकी है। यह एक ऐसा कार्य है जिसे शब्दों में नहीं, केवल श्रद्धा और कृतज्ञता से नापा जा सकता है।
देवियो और सज्जनो,
मैं जब भी रोटरी क्लब के किसी आयोजन में उपस्थित होता हूँ, तो मेरे मन में एक विशेष आनंद की अनुभूति होती है। आप रोटेरियन्स (Rotarians)समाज और लोगों के जीवन में आशाएं और खुशियां लाने का कार्य करते हैं। आपके सेवाभाव, समर्पण और जनकल्याण के प्रति निष्ठा को मैं नमन करता हूँ।
हमारी भारतीय संस्कृति में कहा गया हैः ‘‘परोपकाराय सताम् विभूतयः’’, अर्थात महान आत्माएं दूसरों के भले के लिए ही कार्य करती हैं और उसी में अपनी उपलब्धि देखती हैं।
हम बुद्ध की, महावीर की, महात्मा गांधी की भूमि से हैं, उन्होंने अपने कर्मों से दिखाया कि दूसरों के लिए जीना ही सच्ची मानवता है। रोटरी उन्हीं आदर्शों का जीवंत उदाहरण है।
यह आवश्यक है कि हमारी धरती को और अधिक समृद्ध, संवेदनशील और सशक्त बनाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति, संगठन और सरकार मिलकर कार्य करें। रोटरी इस भावना को बखूबी समझता है और सरकार के साथ साझेदारी करते हुए सामाजिक बदलाव में भागीदार बनता है।
कोई राष्ट्र तभी महान बन सकता है, जब उसके नागरिक निःस्वार्थ भाव से राष्ट्र की सेवा को अपना धर्म मानें। रोटेरियन्स इस भावना को आत्मसात कर जनकल्याण को अपना ध्येय बना चुके हैं।
महात्मा गांधी जी ने कहा था, “खुद को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप दूसरों की सेवा में खुद को खो दें।” गांधी जी का यह कथन हमें यह सिखाता है कि जीवन का असली अर्थ दूसरों की भलाई में है। यही दर्शन रोटरी जैसे संगठनों के कार्यों में भी परिलक्षित होता है, जहाँ सेवा ही जीवन का उद्देश्य बन जाता है।
देवियो और सज्जनो,
आज की यह वार्षिक इंस्टॉलेशन कार्यक्रम केवल एक नए कार्यकाल की शुरुआत नहीं, बल्कि आपके प्रयासों, सेवा कार्यों और समाज के प्रति करुणा की निरंतरता का प्रतीक है।
रोटेरियन्स द्वारा किए गए समाजोपयोगी कार्यों से मैं भली-भांति परिचित हूँ। चाहे वह शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो, स्वच्छता हो या पर्यावरण संरक्षण, हर क्षेत्र में आपकी उपस्थिति प्रेरणा देने वाली रही है। सेवाभाव आपके लिए केवल एक दायित्व नहीं, बल्कि जीवन जीने की शैली है।
मैं रोटरी क्लब चंडीगढ़ को आने वाले वर्ष के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ। मुझे विश्वास है कि आपकी टीम समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में निरंतर अग्रसर रहेगी।
आज जब देश ‘विकसित भारत 2047’ के संकल्प की ओर अग्रसर है, ऐसे में रोटरी जैसे संगठनों की भूमिका और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। मैं आपसे आग्रह करता हूँ कि आप अपने प्रयासों को और व्यापक बनाएं। ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचें, सरकारी योजनाओं में सहयोग करें, और युवाओं को सेवा व नेतृत्व के लिए प्रेरित करें।
अंत में, मैं यही कहना चाहूँगा कि सेवा की कोई सीमा नहीं होती। यदि सेवा करने की भावना प्रबल हो, तो समाज का हर कोना रोशनी से भर सकता है। रोटरी यही काम कर रही है, अंधकार में दीप जलाने का, असहाय को सहारा देने का, और एक बेहतर भविष्य की नींव रखने का।
आप सभी को पुनः इस समारोह के लिए शुभकामनाएँ और रोटरी के उज्ज्वल भविष्य के लिए मेरी ओर से हार्दिक शुभेच्छाएँ।
धन्यवाद,
जय हिन्द!