SPEECH OF HON’BLE GOVERNOR PUNJAB AND ADMINISTRATOR, UT CHANDIGARH, SHRI GULAB CHAND KATARIA ON THE OCCASION OF BARA KHANA BEING ORGANISED BY CHANDIGARH POLICE AT CHANDIGARH ON SEPTEMBER 30,2025.

चंडीगढ़ पुलिस के ‘बड़ा खाना’ के आयोजन के अवसर पर

राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया जी का संबोधन

दिनांकः 30.09.2025, मंगलवारसमयः शाम 6:00 बजेस्थानः चंडीगढ़

         

नमस्कार!

आज “बड़ा खाना” जैसे स्नेहपूर्ण अवसर पर आप सबके बीच उपस्थित होकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। यह परंपरा एक सामूहिक भोजन के आयोजन के साथ-साथ चंडीगढ़ पुलिस के विशाल परिवार की एकता, अनुशासन और आपसी विश्वास का प्रतीक है।

आज का यह आयोजन हमें यह याद दिलाता है कि पुलिस केवल एक संगठन नहीं, बल्कि एक परिवार है। आप सभी अपनी ड्यूटी के साथ-साथ आपसी सहयोग, भाईचारे और सद्भाव से इस परिवार को मजबूत बनाते हैं। इस अवसर पर मैं आपके परिवारजनों को भी विशेष धन्यवाद देता हूँ, जिनका त्याग और सहयोग आपके हर कर्तव्य-पालन में अमूल्य है।

चंडीगढ़ पुलिस ने सदैव अपनी कर्मठता, ईमानदारी और सेवा-भाव से नगरवासियों का विश्वास जीता है। कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने, यातायात को सुव्यवस्थित करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में आप सभी का योगदान प्रशंसनीय है। विशेष रूप से आपात स्थितियों, चाहे प्राकृतिक आपदा हो, त्योहारों का समय हो या बड़े सार्वजनिक आयोजन, हर समय जिस निष्ठा और तत्परता से आपने अपनी सेवाएँ दी हैं, वह हम सबके लिए गर्व का विषय है।

साथियो,

पूरी दुनिया में ‘सिटी ब्यूटीफुल’ के तौर पर विख्यात चंडीगढ़ शहर को एक आदर्श शहर के रूप में बनाए रखने में चंडीगढ़ पुलिस की अहम भूमिका रही है।

हालाँकि शहर के योजनाकार ली-कार्बूज़ियर ने केवल 5 लाख लोगों के लिए शहर की योजना बनाई थी लेकिन आज इसकी आबादी 10 लाख का आंकड़ा पार कर गई है। शहर की बढ़ती जरूरत के साथ तालमेल बिठाने के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने अपने बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और कुशल यातायात प्रबंधन की दिशा में कई कदम उठाए हैं।

उस समय पुलिस बल की कुल संख्या 1 हजार 6 सौ 43 थी, परन्तु वर्तमान में चंडीगढ़ पुलिस में 6 हजार से अधिक पुरुष और महिला अधिकारी व कर्मचारी हैं।

वर्ष 1966  मे अपनी स्थापना के बाद से चंडीगढ़ पुलिस ने एक ऐसे बल के रूप में ख्याति अर्जित की है जो अपनी प्रतिबद्धता, निष्पक्षता और व्यावसायिकता के लिए जाना जाता है।

चंडीगढ़ पुलिस का - ‘‘वी केयर फॉर यू’’ - का ध्येय वाक्य इस संकल्प को व्यक्त करता है कि यह पुलिस बल हर नागरिक की सेवा और सुरक्षा के प्रति अटूट निष्ठा रखता है। 

चण्डीगढ़ पुलिस बल देश का ऐसा पहला बल है जिसने 01 जुलाई 2024 को तीन नये अपराधिक कानूनों को न केवल सफलतापूर्वक लागू किया बल्कि अपने समुचे पुलिस बल को इन कानूनों के बारे में प्रशिक्षित भी किया।

श्री अमित शाह जी, माननीय केन्द्रीय गृह एंव सहकारिता मंत्री भारत सरकार ने चण्डीगढ़ में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी ऐप यानी ई-साक्ष्य, ई-समन, न्याय सेतू और न्याय श्रुति की एक श्रृंखला लॉन्च करके एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर चिन्हित किया, जिससे हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली और अधिक सशक्त बनी है।

सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि हमारी चंडीगढ़ पुलिस नशे के विरुद्ध संघर्ष में केवल कानून-व्यवस्था तक ही सीमित नहीं है। यह सामाजिक जागरूकता बढ़ाने और युवाओं को सही दिशा देने में भी सक्रिय भूमिका निभा रही है। 

इसी कड़ी में चंडीगढ़ पुलिस द्वारा यू.टी. क्रिकेट एसोसिएशन चंडीगढ़ के साथ मिलकर ‘‘बल्ला घुमाओ, नशा भगाओ’’ के प्रभावशाली नारे के साथ अंडर-14 और अंडर-18 आयु वर्ग के खिलाड़ियों के लिए गली क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जाता है।

निःसंदेह, चंडीगढ़ पुलिस की यह पहल समाज के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ केवल अपराध रोकने तक सीमित न रहकर, समाज के नैतिक और सांस्कृतिक स्वास्थ्य के लिए भी ठोस कदम उठा सकती हैं।

साथियो,

मुझे यह बताते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि हमारे पुलिस विभाग ने अनेक क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। मैं मुख्य रूप से कुछ प्रमुख पहलों और उपलब्धियों पर प्रकाश डालना चाहूँगा।

चण्डीगढ़ पुलिस ने डिजिटल मोबाइल रेडियो प्रणाली की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाया है। चण्डीगढ़ पुलिस अब एनालॉग वायरलेस संचार से हटकर डिजिटल ट्रंकिंग तकनीक पर आधारित प्रणाली अपना रही है। गृह मंत्रालय और चंडीगढ़ प्रशासन ने इस परियोजना के लिए 20 करोड़ रुपये की सिद्धांतिक स्वीकृति दी है। 

29 सितम्बर 2025 को तकनीकी बोली खोली जा चुकी है और तकनीकी मूल्यांकन के उपरांत वित्तीय बोली खोली जाएगी। यह परियोजना वित्तीय वर्ष 2025-26 में पूरी तरह क्रियान्वित हो जाएगी।

चण्डीगढ़ पुलिस के द्वारा वाहनों की खरीद पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। 117 कंडम वाहनों के स्थान पर 25 टी.वी.एस. अपाचे मोटरसाइकिल और 5 रॉयल एनफील्ड बुलेट मोटरसाइकिल की आपूर्ति का आदेश जारी किया गया है। इसके अलावा 148 नये वाहनों (112 दोपहिया, 29 हल्के और 7 मध्यम वाहन) की खरीद का प्रस्ताव प्रशासन को भेजा गया है। साथ ही, 178 अनुपयोगी वाहनों की नीलामी कर लगभग 1 करोड़ 6 लाख रूपये की राशि प्राप्त हुई है, जिसे सरकारी कोष में जमा किया गया है।

मुझे यह बताते हुये बहुत गर्व महसूस हो रहा है कि चण्डीगढ़ में 5 नये पुलिस थानों का निर्माण किया जा रहा है। जिनमें से 3 पुलिस थाने मौलीजागरां, आईटी पार्क और सेक्टर-49 का निर्माण लगभग 18 माह में पूरा हो जाएगा। बाकी 2 और नये पुलिस थानों सारंगपुर और मालोया की योजना तैयार है। महिला थाना हेतु स्थल स्वीकृत हो चुका है और एस्टेट क्लियरेंस की प्रतीक्षा में है।

साइबर क्राइम थाना का निर्माण भी प्रारंभ हो चुका है। साथ ही, सेक्टर-22, बापूधाम और सेक्टर-52 में नयी पुलिस चौकियाँ विकसित की जा रही हैं। धनास पुलिस कॉम्प्लेक्स में सामुदायिक केंद्र, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और बच्चों के पार्क की स्वीकृति दी जा चुकी है और 144 नये मकानों का निर्माण कार्य जारी है।

सी.ए.पी. कॉम्प्लेक्स धनास का विकास भी तेज़ी से हो रहा है। सामुदायिक केंद्र और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की स्वीकृति दी जा चुकी है, जबकि टाइप-3 मकानों के नक्शे स्वीकृति हेतु लंबित हैं। 240 टाइप-2 मकानों का निर्माण 65 करोड़ 64 लाख रूपये की लागत से पूरा हो चुका है। इनके लिए 2 करोड़ 75 लाख रूपये की लागत से पेवर ब्लॉक का कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त, 48 करोड़ 68 लाख रूपये की लागत से 144 टाइप-2 मकानों का निर्माण जारी है।

इसके अलावा, 13वें वेतन के मुद्दे पर मैं डीजीपी के आग्रह को स्वीकार करता हूँ और यह बताना चाहुंगा कि छठे वेतन आयोग तक 13वां वेतन पुलिसकर्मियों को उनकी लंबी ड्यूटी को ध्यान में रखते हुए दिया जाता था, परंतु 7वें वेतन आयोग में प्रशासनिक कारणों से इसे बंद कर दिया गया था। 

आज मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही कि चण्डीगढ़ प्रशासन ने पुलिसकर्मियों के लिए 7वें वेतन आयोग के तहत 13वें वेतन को पुनः स्वीकृति प्रदान कर दी है, इसके लिए आवश्यक धनराशि भी उपलब्ध करा दी गई है और शीघ्र ही इसका वितरण कर दिया जाएगा। 

इसके अलावा भी जो कल्याणकारी योजनाएँ चंडीगढ़ पुलिस लागू करना चाहेगी, उन पर भी खुले दिल से विचार किया जाएगा।

इन सभी प्रयासों से स्पष्ट है कि चण्डीगढ़ पुलिस न केवल कानून-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण में कुशल है, बल्कि अपने बल की आधुनिकता, अवसंरचना विकास और कल्याण योजनाओं में भी निरंतर प्रगति कर रही है। मुझे विश्वास है कि इन योजनाओं से चण्डीगढ़ और अधिक सुरक्षित, संगठित और नागरिक-हितैषी बनेगा।

साथियो,

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का दृष्टिकोण हमें एक ऐसे भारत की ओर ले जा रहा है जो 2047 तक पूरी तरह से विकसित हो। उनका विजन एक ऐसे भारत का है जो आतंकवाद और नशीले पदार्थों से मुक्त हो, जहाँ आंतरिक सुरक्षा मजबूत हो, और जहाँ मानवाधिकारों और नागरिकों के अधिकारों की पूरी सुरक्षा हो। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में हमारी पुलिस बल की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के “सुरक्षित भारत, सशक्त भारत” के संकल्प को साकार करने में चंडीगढ़ पुलिस महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। बदलते समय में तकनीक का उपयोग, सामुदायिक पुलिसिंग और नागरिकों के साथ सतत संवाद की दिशा में आपके प्रयास अत्यंत सराहनीय हैं।

मैं सभी पुलिसकर्मियों को उनके साहस, समर्पण और कड़ी मेहनत के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ। आप न केवल चंडीगढ़ पुलिस के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा हैं। 

मैं आप सभी से आग्रह करता हूँ कि अपनी पेशेवर उत्कृष्टता के साथ-साथ मानवीय संवेदनाओं को सदैव प्राथमिकता दें। आपका समर्पण ही चंडीगढ़ को देश का आदर्श ‘स्मार्ट सिटी’ बनाए रखने में सहायक होगा।

आइए, हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि सुरक्षा, सेवा और सद्भाव के मूल्यों को आगे बढ़ाते हुए चंडीगढ़ को और अधिक सुरक्षित और अनुकरणीय शहर बनाएँगे।

आप सभी को इस अवसर की हार्दिक शुभकामनाएँ और आपके उज्ज्वल भविष्य के लिए मेरी शुभेच्छाएँ।

धन्यवाद,

जय हिंद!