SPEECH OF PUNJAB GOVERNOR AND ADMINISTRATOR, UT CHANDIGARH, SHRI GULAB CHAND KATARIA ON THE OCCASION OF FLAG OFF CEREMONY OF 50 MOTORCYCLE TO CHANDIGARH POLICE AT CHANDIGARH ON 08.10.2025.

‘‘क्विक रिस्पाँस टीम’’  के नए वाहनों के फ्लैग-ऑफ के अवसर पर

राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया जी का संबोधन

दिनांकः 08.10.2025, बुधवारसमयः सुबह 10:00 बजेस्थानः चंडीगढ़

         

नमस्कार!

आज का यह अवसर अत्यंत गौरव और प्रेरणा से भरा हुआ है। आज हम चंडीगढ़ पुलिस के लिए 50 नई मोटरसाइकिलों को फ्लैग-ऑफ कर रहे हैं। चंडीगढ़ पुलिस में इन नये वाहनों का शामिल होना हमारे पुलिस बल की गतिशीलता, तत्परता और आधुनिकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मैं इस सराहनीय पहल के लिए चंडीगढ़ पुलिस विभाग और Honda India Foundation दोनों को हार्दिक बधाई देता हूँ।

चंडीगढ़, जो पूरे देश में “सिटी ब्यूटीफुल” के नाम से जाना जाता है, अपनी सुंदरता, अनुशासन और शांति के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन इस सुंदरता के पीछे जो सच्चे प्रहरी खड़े हैं, वे हैं हमारे पुलिसकर्मी, जो हर मौसम, हर परिस्थिति में दिन-रात जनता की सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए तत्पर रहते हैं।

आज जिन 50 नई मोटरसाइकिलों को चंडीगढ़ पुलिस बल की “क्विक रिस्पॉन्स टीम” में शामिल किया जा रहा है, वे हमारे पुलिस बल की रफ्तार, प्रतिक्रिया और पहुंच क्षमता को और अधिक मजबूत करेंगी। आधुनिक तकनीक से सुसज्जित ये मोटरसाइकिलें न केवल ट्रैफिक प्रबंधन में सहायक होंगी, बल्कि पेट्रोलिंग, आपातकालीन प्रतिक्रिया, और अपराध नियंत्रण में भी पुलिस की कार्यकुशलता को कई गुना बढ़ाएंगी।

विशेष उपकरणों से सुसज्जित ये सभी वाहन Honda की प्रीमियम CB350 मोटरसाइकिलें हैं, जिनकी लागत लगभग 2 लाख 70 हजार रुपये प्रति वाहन है और कुल योगदान लगभग 1 करोड़ 35 लाख रुपये का है।

यह एक उत्कृष्ट सार्वजनिक-निजी साझेदारी का उदाहरण है, जहाँ एक ओर पुलिस विभाग नागरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने का कार्य कर रहा है, वहीं दूसरी ओर निजी क्षेत्र अपने संसाधन और सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत समाज को प्रत्यक्ष लाभ पहुंचा रहा है। इस प्रकार की साझेदारियाँ न केवल प्रशासनिक कार्यकुशलता को बढ़ाती हैं, बल्कि सामुदायिक भागीदारी और सामाजिक सहयोग की भावना को भी सशक्त करती हैं।

मुझे यह जानकर भी अत्यंत प्रसन्नता हुई कि आज के इस आयोजन की थीम ‘‘सड़क सहायक..... सुरक्षित मार्ग, सुरक्षित जीवन’’ अपने आप में अत्यंत सार्थक और प्रेरणादायी है। यह थीम हमारे उस सामूहिक संकल्प को अभिव्यक्त करती है, जिसके माध्यम से हम सभी एक सुरक्षित, अनुशासित और संवेदनशील समाज की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।

देवियो और सज्जनो,

Honda India Foundation, भारत में कार्यरत होंडा समूह की कंपनियों का कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व अंग है। इसकी स्थापना वर्ष 2019 में इस उद्देश्य से की गई थी कि होंडा समूह की सभी कंपनियों के सामाजिक प्रयासों को एकीकृत कर एक साझा लक्ष्य की दिशा में अग्रसर किया जा सके, एक ऐसा लक्ष्य जो एक सशक्त, आत्मनिर्भर और लचीले भविष्य के निर्माण में योगदान दे।

Honda India Foundation मुख्य रूप से सड़क सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास और पर्यावरण संरक्षण से जुड़े पाँच प्रमुख क्षेत्रों में कार्य करती है। देशभर में अपनी सक्रिय उपस्थिति के माध्यम से यह संस्थान समुदायों तक पहुँच बनाकर राष्ट्र निर्माण में सार्थक योगदान दे रहा है।

अब तक इसकी समग्र और बहुआयामी पहलों ने भारत के लाखों लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। यह संस्था इस विश्वास के साथ कार्य करती है कि जब कॉर्पोरेट जगत और समाज मिलकर आगे बढ़ते हैं, तो राष्ट्र का विकास अधिक व्यापक और टिकाऊ बनता है।

देवियो और सज्जनो,

आज के इस अवसर पर मैं चंडीगढ़ पुलिस को विशेष रूप से बधाई देना चाहता हूँ कि आपने शहर में कानून-व्यवस्था, सड़क सुरक्षा, नशा नियंत्रण, और जनसंपर्क के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है।

वर्ष 1966 मे अपनी स्थापना के बाद से चंडीगढ़ पुलिस ने एक ऐसे बल के रूप में ख्याति अर्जित की है जो अपनी प्रतिबद्धता, निष्पक्षता और व्यावसायिकता के लिए जाना जाता है। उस समय पुलिस बल की कुल संख्या 1 हजार 6 सौ 43 थी, परन्तु वर्तमान में चंडीगढ़ पुलिस में 6 हजार से अधिक पुरुष और महिला अधिकारी व कर्मचारी हैं।

शहर की बढ़ती जरूरत के साथ तालमेल बिठाने के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने अपने बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और कुशल यातायात प्रबंधन की दिशा में कई कदम उठाए हैं। इसका - ‘‘वी केयर फॉर यू’’ - का ध्येय वाक्य इस संकल्प को व्यक्त करता है कि यह पुलिस बल हर नागरिक की सेवा और सुरक्षा के प्रति अटूट निष्ठा रखता है।

चंडीगढ़ पुलिस ने नए आपराधिक कानूनों को लागू करने में असाधारण दक्षता और व्यावसायिकता का प्रदर्शन किया है, जिससे आपराधिक न्याय प्रदान करने की गति और गुणवत्ता में सुधार हुआ है। 

नए विधायी ढाँचे के तहत, विभाग ने 181 निर्णीत मामलों में से 165 में सफलतापूर्वक दोषसिद्धि सुनिश्चित की है, जिससे सेंधमारी, डकैती, झपटमारी और विशेष स्थानीय कानूनों से संबंधित मामलों में दोषसिद्धि दर 91.2 प्रतिशत हो गई है।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि चोरी, झपटमारी, वाहन चोरी, छेड़छाड़ व विशेष स्थानीय कानूनों से संबंधित ये मामले एफआईआर दर्ज होने की तारीख से औसतन 97 दिनों के भीतर निपटा दिए गए, जो पिछले वर्षों में दर्ज औसत 3 वर्षों की तुलना में उल्लेखनीय सुधार है।

चंडीगढ़ पुलिस ने भारत में सबसे तेज़ आपातकालीन प्रतिक्रिया समय हासिल किया है, जो 2025 में औसतन 5.6 मिनट है, जिसने 6.31 मिनट के अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया। केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, चंडीगढ़ देश में सबसे आगे है, उसके बाद उत्तर प्रदेश (6.83 मिनट) और पुडुचेरी (9.32 मिनट) का स्थान है। राष्ट्रीय औसत 18.61 मिनट है। 

चंडीगढ़ ई.आर.एस.एस. (इमरजेंसी रिस्पाँस सपोर्ट सिस्टम) परियोजना का उद्घाटन भारत के माननीय केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा 20 सितंबर -2019 को किया गया था। प्रारंभ में, पुलिस, स्वास्थ्य और अग्निशमन की आपातकालीन सेवाएं 112 पर जनता के लिए उपलब्ध हैं।

चंडीगढ़ ई.आर.एस.एस-112 ने सफलतापूर्वक छह साल पूरे करके एक नया मील का पत्थर हासिल किया है और चंडीगढ़ के नागरिकों की सहायता के लिए अधिक सेवाओं यानी साइबर अपराध (1930), ई-बीट, एन.डी.एम.ए., व्हाट्सएप महिला और बाल हेल्पलाइन (1091), वरिष्ठ नागरिक हेल्पलाइन (1090), महिला हेल्पलाइन (181), बाल हेल्पलाइन (1098) और रेल मदद को एकीकृत किया है।

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 193(2) के अनुसार, बलात्कार और पॉक्सो अधिनियम के तहत दर्ज मामलों की जाँच पंजीकरण की तिथि से 60 दिनों के भीतर पूरी करना अनिवार्य है।

चंडीगढ़ पुलिस बलात्कार और पॉक्सो अधिनियम के सभी मामलों की जाँच 60 दिनों के भीतर पूरी करने के लिए प्रतिबद्ध है। इन मामलों के अनुपालन में चंडीगढ़ पुलिस हमेशा राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में शीर्ष स्थान पर रही है।

गर्व का विषय है कि वर्ष 2023-24 के दौरान त्वरित पासपोर्ट सत्यापन के लिए चंडीगढ़ पुलिस को देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। वर्तमान में प्राप्त सभी पासपोर्ट सत्यापन 24 घंटे के भीतर किए जा रहे हैं। चंडीगढ़ पुलिस समयबद्ध तरीके से नागरिक केंद्रित सेवाएँ प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि हमारी चंडीगढ़ पुलिस नशे के विरुद्ध संघर्ष में केवल कानून-व्यवस्था तक ही सीमित नहीं है। यह सामाजिक जागरूकता बढ़ाने और युवाओं को सही दिशा देने में भी सक्रिय भूमिका निभा रही है। इसी कड़ी में चंडीगढ़ पुलिस द्वारा यू.टी. क्रिकेट एसोसिएशन चंडीगढ़ के साथ मिलकर ‘‘बल्ला घुमाओ, नशा भगाओ’’ के प्रभावशाली नारे के साथ अंडर-14 और अंडर-18 आयु वर्ग के खिलाड़ियों के लिए गली क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जाता है।

चण्डीगढ़ पुलिस ने डिजिटल मोबाइल रेडियो प्रणाली की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाया है। चण्डीगढ़ पुलिस अब एनालॉग वायरलेस संचार से हटकर डिजिटल ट्रंकिंग तकनीक पर आधारित प्रणाली अपना रही है। गृह मंत्रालय और चंडीगढ़ प्रशासन ने इस परियोजना के लिए 20 करोड़ रुपये की सिद्धांतिक स्वीकृति दी है। यह परियोजना वित्तीय वर्ष 2025-26 में पूरी तरह क्रियान्वित हो जाएगी।

चण्डीगढ़ पुलिस के द्वारा वाहनों की खरीद पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। 117 कंडम वाहनों के स्थान पर 25 टी.वी.एस. अपाचे मोटरसाइकिल और 5 रॉयल एनफील्ड बुलेट मोटरसाइकिल की आपूर्ति का आदेश जारी किया गया है। इसके अलावा 148 नये वाहनों (112 दोपहिया, 29 हल्के और 7 मध्यम वाहन) की खरीद का प्रस्ताव प्रशासन को भेजा गया है। साथ ही, 178 अनुपयोगी वाहनों की नीलामी कर लगभग 1 करोड़ 6 लाख रूपये की राशि प्राप्त हुई है, जिसे सरकारी कोष में जमा किया गया है।

मुझे यह बताते हुये बहुत गर्व महसूस हो रहा है कि चण्डीगढ़ में 5 नये पुलिस थानों का निर्माण किया जा रहा है। जिनमें से 3 पुलिस थाने मौलीजागरां, आईटी पार्क और सेक्टर-49 का निर्माण लगभग 18 माह में पूरा हो जाएगा। बाकी 2 और नये पुलिस थानों सारंगपुर और मालोया की योजना तैयार है। महिला थाना हेतु स्थल स्वीकृत हो चुका है और एस्टेट क्लियरेंस की प्रतीक्षा में है।

साइबर क्राइम थाना का निर्माण भी प्रारंभ हो चुका है। साथ ही, सेक्टर-22, बापूधाम और सेक्टर-52 में नयी पुलिस चौकियाँ विकसित की जा रही हैं। धनास पुलिस कॉम्प्लेक्स में सामुदायिक केंद्र, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और बच्चों के पार्क की स्वीकृति दी जा चुकी है और 144 नये मकानों का निर्माण कार्य जारी है।

सी.ए.पी. कॉम्प्लेक्स धनास का विकास भी तेज़ी से हो रहा है। सामुदायिक केंद्र और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की स्वीकृति दी जा चुकी है, जबकि टाइप-3 मकानों के नक्शे स्वीकृति हेतु लंबित हैं। 240 टाइप-2 मकानों का निर्माण 65 करोड़ 64 लाख रूपये की लागत से पूरा हो चुका है। इनके लिए 2 करोड़ 75 लाख रूपये की लागत से पेवर ब्लॉक का कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त, 48 करोड़ 68 लाख रूपये की लागत से 144 टाइप-2 मकानों का निर्माण जारी है।

इन सभी प्रयासों से स्पष्ट है कि चण्डीगढ़ पुलिस न केवल कानून-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण में कुशल है, बल्कि अपने बल की आधुनिकता, अवसंरचना विकास और कल्याण योजनाओं में भी निरंतर प्रगति कर रही है। मुझे विश्वास है कि इन योजनाओं से चण्डीगढ़ और अधिक सुरक्षित, संगठित और नागरिक-हितैषी बनेगा।

साथियो,

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का दृष्टिकोण हमें एक ऐसे भारत की ओर ले जा रहा है जो 2047 तक पूरी तरह से विकसित हो। उनका विजन एक ऐसे भारत का है जो आतंकवाद और नशीले पदार्थों से मुक्त हो, जहाँ आंतरिक सुरक्षा मजबूत हो, और जहाँ मानवाधिकारों और नागरिकों के अधिकारों की पूरी सुरक्षा हो। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में हमारी पुलिस बल की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

आज का पुलिस बल केवल कानून लागू करने वाला संगठन नहीं, बल्कि समाज का संवेदनशील सहयोगी है। पुलिस का चेहरा अब सख्ती का नहीं, बल्कि सेवा और सहानुभूति का प्रतीक बनना चाहिए।

ये 50 नई मोटरसाइकिलें केवल आपकी गति नहीं बढ़ाएँगी, बल्कि आपकी कार्यकुशलता, दृढ़ता, और जनसेवा की भावना को और अधिक ऊर्जावान बनाएँगी।

मुझे पूरा विश्वास है कि आप सभी पुलिसकर्मी इन संसाधनों का उपयोग समाज की सुरक्षा, नागरिकों के विश्वास, और शहर की प्रतिष्ठा को और ऊँचाइयों तक ले जाने में करेंगे।

आइए, हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि सुरक्षा, सेवा और सद्भाव के मूल्यों को आगे बढ़ाते हुए चंडीगढ़ को और अधिक सुरक्षित और अनुकरणीय शहर बनाएँगे।

आप सभी को इस अवसर की हार्दिक शुभकामनाएँ और आपके उज्ज्वल भविष्य के लिए मेरी शुभेच्छाएँ।

धन्यवाद,

जय हिन्द!