SPEECH OF PUNJAB GOVERNOR AND ADMINISTRATOR, UT CHANDIGARH, SHRI GULAB CHAND KATARIA ON THE OCCASION OF VALEDICTORY SESSION OF 19TH EDITION OF PITEX 2025 AT AMRITSAR ON DECEMBER 8, 2025.
- by Admin
- 2025-12-08 15:45
‘19वें पंजाब इंटरनेशनल ट्रेड एक्सपो (PITEX) के अवसर पर माननीय राज्यपाल श्री गुलाब चन्द कटारिया जी का सम्बोधनदिनांकः 08.12.2025, सोमवार समयः दोपहर 12:00 बजे स्थानः अमृतसर
नमस्कार!
आज 19वें पंजाब इंटरनेशनल ट्रेड एक्सपो (PITEX) के इस समापन समारोह में उपस्थित होना अत्यंत गौरव और प्रसन्नता का विषय है। मैं 4 से 8 दिसंबर तक आयोजित इस महत्वपूर्ण आयोजन की सफलता में योगदान देने वाले सभी गणमान्यों, उद्योग प्रतिनिधियों, प्रदर्शकों, अंतरराष्ट्रीय अतिथियों और आगंतुकों का हार्दिक अभिनंदन करता हूँ।
मुझे ज्ञात हुआ है कि इस एक्सपो का शुभारंभ दिनांक 4 दिसंबर को हमारे देश के पूर्व राष्ट्रपति, माननीय श्री रामनाथ कोविंद जी ने अपने कर-कमलों द्वारा किया। साथ ही, हरियाणा के राज्यपाल, माननीय श्री अशीम कुमार घोष जी ने दिनांक 6 दिसंबर को इस एक्सपो में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए इस कार्यक्रम को और अधिक महत्व प्रदान किया।
मैं पी.एच.डी. चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री को इस प्रभावी और सफल आयोजन के लिए बधाई देता हूँ, जिसने लगातार व्यापार सुगमता, व्यावसायिक संवाद और आर्थिक सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में अपनी पहचान बनाई है।
पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) की स्थापना 1905 में हुई थी। यह संगठन देश के प्रमुख व्यापारिक और औद्योगिक निकायों में से एक है, जो नीति-निर्माण, व्यापार संवर्धन, अनुसंधान, प्रशिक्षण, और नेटवर्किंग के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाता है।
PHDCCI ने PITEX को एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का आयोजन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके प्रयासों से इस एक्सपो में हर वर्ष भागीदारी, नवाचार, और निवेश के नए आयाम जुड़े हैं। इसके नेतृत्व में PITEX ने पंजाब के औद्योगिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक विकास को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है।
PITEX की शुरुआत 2005 में हुई थी, जब पी.एच.डी. चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और पंजाब सरकार ने मिलकर पंजाब के व्यापार, उद्योग और निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक वार्षिक अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले की आवश्यकता महसूस की।
पिछले दो दशकों में इस एक्सपो ने उल्लेखनीय विकास किया है। यह एक्सपो अब उत्तर भारत के सबसे बड़े और सबसे प्रभावशाली व्यापार मेलों में गिना जाता है। यह न केवल भारत के भीतर, बल्कि अनेक अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों के साथ व्यापार एवं निवेश संबंधों को प्रोत्साहित करने का एक विश्वसनीय मंच बनाया है।
यह एक्सपो पंजाब की उद्यमशीलता, ऊर्जा, और नवाचार क्षमता का जीवंत प्रतिबिंब है, जो कृषि, विनिर्माण, एम.एस.एम.ई., हस्तशिल्प और उभरते औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदेश की शक्तियों को प्रभावी रूप से प्रदर्शित करता है।
PITEX.2025 की थीम "Where Inspiration Meets Applause" अपने आप में एक सशक्त संदेश देती है। यह थीम नवाचार, साझेदारी और आर्थिक पुनरुत्थान की उस भावना का प्रतीक है, जो आज के गतिशील कारोबारी परिवेश की पहचान बन चुकी है।
विभिन्न वस्तुओं और उपकरणों को प्रदर्शित करते लगभग 600 स्टॉल वाले इस ट्रेड एक्सपो में राजस्थान, दिल्ली, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और हरियाणा समेत ईरान, मिस्र, थाईलैंड और अफ़ग़ानिस्तान के व्यापारी भी शामिल हुए हैं।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडलों और भागीदार देशों की सहभागिता इस एक्सपो की व्यापकता और विश्वसनीयता को और अधिक सुदृढ़ करती है। ऐसे आयोजन हमारे सांस्कृतिक और व्यापारिक रिश्तों को मजबूत करने के साथ-साथ व्यापार, तकनीक और सतत विकास के नए मार्ग खोलते हैं।
इस एक्सपो में एम.एस.एम.ई., महिला उद्यमियों और युवा स्टार्टअप्स की सक्रिय भागीदारी विशेष उल्लेखनीय है। ये उद्यम न केवल भारत की आर्थिक प्रगति की रीढ़ हैं, बल्कि नवाचार, दृढ़ता और आत्मविश्वास के प्रतीक भी हैं, जो भविष्य के भारत का स्वरूप तय करेंगे।
मैं इन सभी को प्रोत्साहित करना चाहता हूँ कि वे तकनीक, कौशल-विकास और नए वैश्विक बाज़ारों के अवसरों का लाभ उठाते हुए अपने उद्यमों को और अधिक ऊँचाइयों तक पहुँचाएँ।
मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई कि इस बार PITEX में महिला उद्यमियों की अत्यधिक सक्रियता रही। पंजाब और देशभर की महिलाएँ फैशन और डिजाइन, फूड प्रोसेसिंग, हैंडलूम, डिजिटल सेवाओं, और स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य कर रही हैं।
महिला-उद्यमिता को प्रोत्साहित करना भारत के सामाजिक और आर्थिक विकास का महत्वपूर्ण स्तंभ है, और PITEX ने इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
यह मंच न केवल व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में नए अवसर प्रदान करता है, बल्कि देश और पंजाब के आर्थिक विकास को एक नई दिशा देने का माध्यम भी है।
देवियो और सज्जनो,
पंजाब ने हमेशा भारत की आर्थिक प्रगति में अग्रणी भूमिका निभाई है। आज जब हमारा देश औद्योगिक विविधीकरण के नए युग में प्रवेश कर रहा है, पंजाब उच्च मूल्य वाले विनिर्माण, कृषि प्रसंस्करण, वस्त्र उद्योग, नवीकरणीय ऊर्जा, और आधुनिक सेवा क्षेत्रों में अपनी मजबूत उपस्थिति और विस्तार के लिए पूरी तरह सक्षम है।
पंजाब का प्रशिक्षित मानव संसाधन, रणनीतिक भौगोलिक स्थिति, और कारोबारी अनुकूल वातावरण निवेशकों के लिए इसे विशेष रूप से आकर्षक बनाते हैं।
राज्य सरकार और केंद्र सरकार की नीतियों ने पंजाब को व्यापार सुगमता के मामले में और भी सक्षम बनाया है। लुधियाना, अमृतसर, मोहाली, जालंधर और बठिंडा जैसे शहर अब विनिर्माण, आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, फूड प्रोसेसिंग, हैंडलूम, स्पोर्ट्स गुड्स, और कृषि-आधारित उद्योगों के मज़बूत केंद्र बन रहे हैं।
PITEX के माध्यम से एम.एस.एम.ई. क्षेत्र को जिस प्रकार से वैश्विक पहचान मिली है, वह अत्यंत प्रशंसनीय है। पंजाब का एम.एस.एम.ई. सेक्टर परम्परागत उद्योगों जैसे साइकिल, सिलाई मशीन, कृषि उपकरण और आधुनिक क्षेत्रों जैसे ऑटो-पार्ट्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी सेवाएँ, दोनों में समान रूप से अग्रणी है।
पंजाब सरकार ने एम.एस.एम.ई. को प्रोत्साहन देने के लिए हाल के वर्षों में कई ठोस कदम भी उठाए हैं। सरकार नई औद्योगिक नीति पर काम कर रही है, जिसमें एम.एस.एम.ई. को विशेष छूट दी जाएगी। नई नीति में Ease of Doing Business, Fast Track Clearance और Startups को प्राथमिकता दी जाएगी। इन प्रयासों के जरिए पंजाब सरकार एम.एस.एम.ई. सेक्टर का आधार मजबूत करने, निर्यात क्षमता बढ़ाने, नवाचार को बढ़ाने और रोजगार पैदा करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।
एम.एस.एम.ई. पंजाब पोर्टल के माध्यम से उद्यमियों को सहायता, पॉलिसी सलाह और इन्फ्रास्ट्रक्चर संबंधी जानकारी दी जाती है। राज्य में औद्योगिक रिसर्च एंड डेवलपमेंट सुविधाओं पर करीब 200 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
इससे आर.एंड.डी. और टेस्टिंग ढांचे को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा। बदलती तकनीक और बाजार की मांग को देखते हुए पंजाब के उद्योगों को इस क्षेत्र में आगे बढ़ाना बेहद जरूरी है।
पंजाब में लगभग 66 हज़ार माइक्रो और स्मॉल फूड प्रोसेसिंग यूनिट हैं। इनमें से दो-तिहाई यूनिट गांवों में स्थित हैं। ये यूनिट गुड़, आटा, चावल, दूध से बने उत्पाद, शहद, अचार जैसे सामान बनाने का काम करती हैं। सरकार का इन पर काफी फोकस है।
पंजाब सदैव देश का अन्नदाता रहा है, लेकिन अब नया पंजाब कृषि को केवल खेती तक सीमित नहीं मानता, बल्कि एग्री-बिजनेस, वैल्यू एडिशन, ऑर्गेनिक फार्मिंग, कोल्ड-चेन, फूड प्रोसेसिंग और कृषि-स्टार्टअप्स में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
देवियो और सज्जनो,
पंजाब केवल एक औद्योगिक राज्य ही नहीं, बल्कि समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और पर्यटन का अद्भुत केन्द्र भी है। अमृतसर, आनंदपुर साहिब, पटियाला आदि सभी वैश्विक आकर्षण के स्थल हैं। PITEX जैसे आयोजन पर्यटन और संस्कृति को वैश्विक मंच पर ले जाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
इस आयोजन का अमृतसर जैसे ऐतिहासिक शहर में आयोजित होना इसे विशेष महत्व प्रदान करता है। अमृतसर अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, आध्यात्मिक महत्ता, और व्यापार की जीवंत परंपराओं के लिए विश्वभर में जाना जाता है। PITEX इस पहचान को और सुदृढ़ करता है, क्योंकि यह विविध क्षेत्रों से आए प्रतिभागियों को एक साझा मंच पर जोड़ता है।
देवियो और सज्जनो,
मेरा मानना है कि यह आयोजन प्रधानमंत्री मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है और ‘लोकल से ग्लोबल’ आदर्श वाक्य को अपनाता है।
विभिन्न क्षेत्रों में भारत की प्रगति स्पष्ट दिखाई देती है। लेकिन इसे अगले स्तर, स्थानीय से वैश्विक, तक ले जाने के लिए यह सही अधिकेन्द्र है। पहले यह लोकल के लिए वोकल था, अब लोकल से ग्लोबल है।
अब भारत पहले से कहीं ज्यादा तेजी से आगे बढ़ रहा है। देश में अब मेट्रो सेवाओं का विस्तार 20 से अधिक शहरों तक हो गया है। हमारे पास विश्व का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है। देश में हवाई अड्डों की संख्या 2014 में 70 से बढ़कर अब 163 हो गई है। इसके अलावा अहमदाबाद से मुंबई तक देश की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना पर भी काफी तेजी से काम चल रहा है।
इस प्रकार, जब हम ‘लोकल से ग्लोबल’ की बात करते हैं, तो हम केवल व्यापार और उत्पादन नहीं देख रहे, हम पूरी अवसंरचना, कनेक्टिविटी, प्रणालियाँ और अवसरों की बात कर रहे हैं जो भारत को आर्थिक महाशक्ति बनने में मदद कर रही हैं।
PITEX जैसे आयोजन, जो स्थानीय कारीगरों, एम.एस.एम.ई., उद्योगों और स्टार्टअप्स को वैश्विक प्लेटफार्म प्रदान करते हैं, वे उसी दिशा में एक स्थायी आधार हैं। ऐसे मंच हमें याद दिलाते हैं कि भारत अब पहले से कहीं अधिक तेजी से आगे बढ़ रहा है, न केवल आर्थिक रूप से, बल्कि बुनियादी सुविधाओं, अवसंरचना और विश्व-स्तरीय प्रतिस्पर्धा में भी।
साथियो,
भारत की आर्थिक प्रगति आज पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रही है। विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में भारत अब तेज़ी और आत्मविश्वास के साथ वर्ष 2030 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है। इसकी अनुमानित जीडीपी 7.3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँचने की संभावना है। यह विकास-यात्रा ठोस नीतिगत निर्णयों, व्यापक संरचनात्मक सुधारों और वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में भारत की बढ़ती भागीदारी का परिणाम है।
किसी भी देश की प्रगति के लिए स्थिर नीतियाँ और अनुकूल व्यवसायिक माहौल अत्यंत आवश्यक होते हैं। इसी दृष्टि से कुछ वर्ष पहले केन्द्र सरकार ने जन विश्वास अधिनियम लागू किया, जिसके तहत अनुपालन की जटिलताओं को कम करने का बड़ा अभियान चलाया गया। केंद्र और राज्य स्तर पर 40 हज़ार से अधिक अनुपालन समाप्त किए गए, जिससे Ease of Doing Business को नई गति मिली।
इसी क्रम में केन्द्र सरकार ने सरल और पारदर्शी आयकर व्यवस्था लागू की और अब जन विश्वास 2.0 विधेयक पर भी सक्रियता से काम किया जा रहा है, ताकि व्यवसायों को और अधिक सुविधा और भरोसा मिल सके।
साथ ही, यह भी महत्वपूर्ण है कि हम भविष्य की ओर देखें। आने वाला कल स्टार्टअप्स का है। भारत में आज लगभग 1 लाख 98 हजार स्टार्टअप्स पंजीकृत हैं और इस क्षेत्र में भारत विश्व में तीसरे स्थान पर है।
भारत अब निवेश और अवसर के लिए पसंदीदा वैश्विक गंतव्य है, भारत में आशा और संभावना का एक पारिस्थितिकी तंत्र व्याप्त है। निसंदेह, हम अपनी प्राचीन गरिमा को पुनः प्राप्त करने के लिए तैयार हैं। भारत अब एक वैश्विक कार्य स्थल है और पंजाब गतिविधियों से भरपूर है।
मैं PHDCCI, पंजाब सरकार, सहयोगी संस्थाओं और सभी प्रतिभागियों को इस उत्कृष्ट आयोजन के लिए हार्दिक बधाई देता हूँ। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यहाँ बने संपर्क, साझा किए गए विचार, और स्थापित की गई साझेदारियाँ पंजाब ही नहीं, बल्कि पूरे देश की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देंगी।
मैं आप सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ और आशा करता हूँ कि आने वाले वर्षों में पंजाब इंटरनेशनल ट्रेड एक्सपो से और भी प्रेरक उपलब्धियाँ और सफलताएँ प्राप्त होंगी।
इस एक्सपो के सफल आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया है कि अगर संकल्प, सहयोग और नवाचार तीनों साथ हों, तो विकास अवश्य ही तेज़ गति से आगे बढ़ता है।
मैं विश्वास करता हूँ कि यहाँ हुई साझेदारियाँ, हुए समझौते, प्रस्तुत किए गए नवाचार, और स्थापित हुए संपर्क आने वाले वर्षों में पंजाब और पूरे राष्ट्र की आर्थिक प्रगति के महत्वपूर्ण स्तंभ बनेंगे।
अपनी बात समाप्त करने से पहले मेरी आप सभी से एक अनुरोध है कि हमारी प्रकृति का संतुलन न बिगाड़ें विशेषकर वायु, जल और धरती को प्रदूषित न करें और सरकार द्वारा निर्धारित नियमों का जरूर पालन करें ताकि हमारी भावी पीढ़ी स्वच्छ प्रकृति के साथ फल-फूल सके।
मैं तीन संदेश देकर अपनी बात समाप्त करना चाहता हूँ-
- व्यापार केवल लेन-देन नहीं, बल्कि विश्वास और साझेदारी का नाम है।
- नवाचार केवल तकनीक नहीं, बल्कि सोच और दृष्टिकोण में बदलाव का प्रतीक है।
- विकास केवल आंकड़ों में नहीं, बल्कि लोगों के जीवन में सुधार में दिखाई देना चाहिए।
धन्यवाद,
जय हिंद!