SPEECH OF HON'BLE GOVERNOR OF PUNJAB & ADMINISTRATOR U.T. CHANDIGARH SH. BANWARILAL PUROHIT ON THE OCCASION OF CLOSING CEREMONY OF 40TH ALL INDIA POLICE EQUESTRIAN CHAMPIONSHIP & HORSEMEN POLICE DUTY MEET AT PANCHKULA ON 11 APRIL, 2022
- by Admin
- 2022-04-11 18:00
श्री संजय अरोड़ा, महानिदेशक, आईटीबीपी
2. श्री आर. के. पंचनन्दा, चेयरमैन, हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग
3. पूर्व पुलिस महानिदेशक, श्री एस कृष्णामूर्ती
4. पूर्व पुलिस महानिदेशक, श्री एस रामाकृष्णन
5. पूर्व पुलिस महानिदेशक, श्री बी. के. दुबे
6. श्री मनमोहन सिंह, विशेष निदेशक, खुफिया विभाग
7. श्री मनोज सिंह रावत, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, पश्चिम कमान आईटीबीपी
8. श्री ईश्वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक-सह-आयोजन सचिव, अखिल भारतीय पुलिस अश्वारोही चैंपियनशिप
9. श्री एस. के. शर्मा, महानिरीक्षक, आईटीबीपी
और 40 वीं अखिल भारतीय पुलिस अश्वारोही चैंपियनशिप और अश्वारोही पुलिस ड्यूटी मीट में भाग ले रहे केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और राज्य पुलिस बलों के प्रतिभागी/दल अधिकारी/जूरी के सभी सदस्य/ अखिल भारतीय पुलिस खेल नियंत्रण बोर्ड के समस्त प्रतिनिधी व मेरे हिमवीर साथियों।
सर्वप्रथम,
मैं 40वीं अखिल भारतीय पुलिस अश्वारोही चैंपियनशिप और अश्वारोही पुलिस ड्यूटी मीट के सफलतापूर्वक आयोजन व आकर्षक समापन समारोह के लिए आप सभी को हार्दिक बधाई देता हूँ।
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि इस प्रकार के आयोजनों का मुख्य उद्देश्य पुलिस बलों के बीच खेल प्रतिस्पर्धा के माध्यम से आपसी सामंजस्य एवं तालमेल को और अधिक बेहतर करना है।
इस प्रकार का तालमेल प्रभावी रूप से जारी रहने से समस्त सुरक्षा बलों को प्रत्येक स्तर पर एवं हर परिस्थिति में कानून व्यवस्था व सुरक्षा संबंधी कर्तव्यों के निर्वहन में मील का पत्थर साबित होता है।
इससे न केवल संबंधित राज्य सरकार अथवा प्रशासन अपितु प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से देश की जनता भी लाभान्वित होती है और राष्ट्र में शांतिपूर्ण माहौल बना रहता है।
साथ ही यह भी सर्वविदित है कि जब देश में कानून व्यवस्था उत्तम स्तर की होती है, तब जन-जन में सकारात्मक ऊर्जा होती है। यही किसी राष्ट्र के विकास की पहली सीढ़ी है।
मुझे यह कहते हुए अत्यधिक प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है कि देश में आज जिस प्रकार का सकारात्मक वातावरण सृजित हो रहा है, उसके लिए आप सभी वीर एवं कर्तव्य-परायण सशस्त्र पुलिस बल अधिकारी सूत्रधार हैं और आप सभी बधाई के पात्र हैं।
घुड़सवारी के खेल में देश के पुलिस बलों का गौरवशाली इतिहास रहा है। मुझे विश्वास है कि हमारे पुलिस बलों के श्रेष्ठ अश्वारोहियों को इस प्रतियोगिता के माध्यम से अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन हेतु समुचित अवसर मिले होंगे।
मुझे विश्वास है कि इस प्रतियोगिता और सभी प्रकार के अखिल भारतीय पुलिस खेलों के माध्यम से आप देश के नवयुवकों को विभिन्न खेलों के प्रति आकर्षित करने में सफल रहे होंगे।
आज के इस अवसर पर मैं अपने सशस्त्र बलों का आभार प्रकट करने के लिए कुछ पल लेना चाहूंगा।
मित्रों,
कोई देश तभी आगे बढ़ सकता है और अपनी संस्कृति को बढ़ावा दे सकता है जब वह सुरक्षित हो। जितनी हमारी सीमाएं सुरक्षित होंगी, उतने ही हमारे सीमा क्षेत्र सुरक्षित होंगे और उतना ही हमारा देश सुरक्षित होगा। आप देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले जवान हो और पूरे देश को आप पर गर्व है।
आपके शौर्य और पराक्रम से सारे देशवासी परिचित हैं। चाहे सीमा की रक्षा करना हो या हिमालय की सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ना, नक्सल विरोधी अभियान या आंतरिक सुरक्षा कर्तव्य, सुरक्षा बलों ने हर क्षेत्र में राष्ट्र के लिए सेवा की है।
इतना ही नहीं, कोविड-19 महामारी के दौरान आपने साहस और उत्साह के साथ आगे बढ़कर नागरिकों की सेवा की। सीमावर्ती क्षेत्रों में लोगों के मन में विश्वास और सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए सिविक एक्शन और बॉर्डर एरिया डिवेल्पमेंट प्रोग्राम के तहत आपके द्वारा अनेक कल्याणकारी कार्य किए जा रहे हैं।
आपने भारत सरकार के विभिन्न प्रमुख अभियानों को अपनाया है और आम जनता को उनके बारे में जागरूक कर रहे हैं। आपने आजादी का अमृत महोत्सव, कोविड-19 जन जागरूकता आंदोलन, टीकाकरण अभियान, पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण और स्वच्छता आदि अभियानों में सक्रिय भागीदारी निभाई।
चाहे आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों का सामना करना हो या फिर विभिन्न मिशनों के माध्यम से मानवता की सेवा करना हो, आप अपनी प्रतिबद्धता और अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए सराहना के पात्र हैं। मुझे आशा है कि आप अपने कार्य उत्कृष्टता से जारी रखेंगे और भविष्य में किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूर्ण रूप से तैयार रहेंगे।
सफलता आप सबके कदम चूमे और आप अपनी लगन व समर्पण से वीरतापूर्ण सेवा की परंपरा को आगे बढ़ाते रहें।
मित्रों,
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश की सीमा सुरक्षा पर अत्यधिक जोर दिया गया है। देश की रक्षा में तैनात सभी बलों को आधुनिक हथियारों से लैस करने पर जोर दिया गया है।
श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने प्रौद्योगिकी के माध्यम से सीमा सुरक्षा सतर्कता को मजबूत किया है और अत्याधुनिक और अनुसंधान आधारित प्रणालियों को शामिल किया है ताकि सीमा पर किसी भी प्रकार की गतिविधि पर तीखी नज़र रखी जा सके। इसने हमारे सुरक्षा बलों को सशक्त और सक्षम बनाया है।
सरहदों की सुरक्षा के लिए आईटीबीपी को दुनिया में उपलब्ध सर्वोत्तम तकनीक मुहैया कराने के लिए सरकार पूर्ण तौर पर प्रतिबद्धता है और सरकार इस दिशा में काम भी कर रही है। आईटीबीपी, एनएसजी और डीआरडीओ, ड्रोन के खतरे से निपटने और ड्रोन विरोधी प्रतिरोध प्रणाली बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। कुछ ही समय में हम ड्रोनों से निपटने के लिए एक प्रतिरोध प्रणाली बनाने में सक्षम हो जाएंगे।
मैं अपने देश के सुरक्षा प्रहरियों के अदम्य साहस, शूरवीरता, कर्त्तव्य निष्ठा और समर्पण को सलाम करता हूं।
अन्त में मैं एक बार फिर आईटीबीपी, ऑल इण्डिया पुलिस स्पोर्टस कन्ट्रोल बोर्ड एवं विभिन्न राज्यों के पुलिस व केन्द्रीय सशस्त्र बलों से आए हुए समस्त प्रतिभागियों एवं निर्णायक मण्डल को इस चैंपियनशिप को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के लिए बधाई देता हूँ।
मुझे आशा है कि इस चैंपियनशिप के बाद नई प्रतिभाओं का जन्म होगा जो एक दिन अवश्य राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का नाम रोशन करेंगे।
इस अवसर पर मैं सभी टीमों एवं प्रतिभागी, जिन्होंने चैंपियनशिप के दौरान विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में पदक प्राप्त किए हैं, उनको हार्दिक बधाई देता हूँ। आशा करता हूँ कि वे निरंतर अभ्यास से अपने कौशल में और निखार लाएं तथा अपने बल एवं देश के लिए भी विश्व-स्तरीय खेलों में अधिक-से-अधिक पदक प्राप्त करें।
मैं एक बार पुनः महानिदेशक, आईटीबीपी को इस चैंपियनशिप के सफल आयोजन के लिए मुबारकबाद देता हूँ तथा आप सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।
धन्यवाद।
जयहिंद!